विश्व मलेरिया दिवस पर निबंध | विश्व मलेरिया दिवस 2023 की थीम | Essay on World Malaria Day in Hindi

प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल को मलेरिया दिवस मनाया जाता है इस दिन पूरी दुनिया में होनी वाली बीमारी से बचाव के लिए लोगो के अंदर जागरूपता लायी जाती है मलेरिया रोग मच्छरों के काटने से होता है विश्व मलेरिया दिवस के माध्यम से लोगों में बीमारी के प्रति जागरूप, नियंत्रण और रोकथाम के लिए मलेरिया दिवस के माध्यम से पुरे देश में कई अभियान चलाए जाते है कोरोना वायरस से समय इस दिवस को बहुत महत्वा दिया गया था उस समय लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत सचेत रहने की सलाह दी जाती थी। पुरे देश में मलेरिया दिवस मनाने का मुख्य उद्देस्य मलेरिया जैसे गंभीर बीमारी के प्रति जल्दी-से-जल्दी कोई कारवाई करना। तो आइये आज हम जानेगे कि विश्व मलेरिया दिवस क्या है, और इसके बचाव के लिए क्या करें, सभी जानकारी को जानने के लिए हमारे आर्टिकल को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़े।

विश्व मलेरिया दिवस पर निबंध | विश्व मलेरिया दिवस 2023 की थीम
विश्व मलेरिया दिवस पर निबंध | विश्व मलेरिया दिवस 2023 की थीम

विश्व मलेरिया दिवस (World Malaria Day 2023)

मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है जो मच्छरों के काटने से होती है यह बीमारी एक प्लास्मोडियम परजीवी (Plasmodium parasite) के काटने से होता है, इस परजीवी का संक्रमण मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैल जाता है। जिससे मलेरिया बीमारी हो जाती है, सन 2021 में WHO के अनुसार, पूरी दुनिया में 241 मिलियन केस मलेरिया के सामने आये थे, और इस बीमारी से होने वाली मौत का आकड़ा 6,27,000 था। इतनी बड़ी संख्या में मौत का आकड़ा देखकर WHO में मलेरिया दिवस को और अधिक महत्वा दिया और ये दिन मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में लगातार आगे बढ़ रहा है पूरी दुनिया के साथ हमारा भारत देश भी इस बीमारी से ग्रसित है और हर साल हजारों की संख्या में लोग इस बीमारी से ग्रसित होते है।

World Malaria Day 2023 Overview

विषय का नाम विश्व मलेरिया दिवस 2023
मनाने का दिन 25 अप्रैल
2023 थीम Time to deliver zero malaria: invest, innovate, implement
मलेरिया बीमारी का कारण मच्छर, संक्रमण मादा एनोफिलीज मच्छर
विश्व मलेरिया स्थापना मई 2007 में 60 वे विश्व स्वास्थ्य सभा में
मलेरिया दिवस का उद्देस्य हर साल मलेरिया जैसे घातक बीमारी से लाखों लोगों को बचाने के लिए
सन 2022 थीम मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें
संक्रमण के लक्षण थकान, सिर दर्द, बुखार, उल्टी आना, चक्कर आना और मांसपेशियों में दर्द
सन 2017 में संक्रमण लोगों की संख्या 21.9 करोड़ से अधिक मामले

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विश्व मलेरिया दिवस 2023: थीम

हर साल विश्व मलेरिया दिवस के लिए नई-नई थीम होती है इस साल 2023 की थीम है – “टाइम टू डिलीवर मलेरिया: इन्वेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट” है ये पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में रह रहे लोगों तक पहुँचाने के लिए वर्तमान में उपलब्ध उपकरणों और रणनीतियों को लागू करने के लिए है WHO ने मई 2007 में अपनी 60 वी बैठक के दौरान विश्व मलेरिया दिवस को मनाया था।

मलेरिया रोग कैसे होता है?

मलेरिया रोग जानलेवा मच्छरों के काटने से होता होता है ये रोग “प्रोटोजुअन प्लाज्‍मोडियम” नामक कीटाणु मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है जब कोई मच्छर किसी संक्रमण इंसान को काटता है तो उस वायरस का कुछ हिस्सा मच्छर के शरीर में चले जाता है और जब वही संक्रमण मच्छर की स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वो वायरस उस व्यक्ति के शरीर में चले जाता है इसके बाद वह मलेरिया जैसे घातक बीमारी का शिकार बन जाता है मलेरिया रोग होने का सबसे बड़ा कारण है, अपने आस-पास फैली गन्दगी। ज्यादा गन्दगी या किसी एक जगह पर पानी समाए रहने से अधिक मच्छर पनपते है, जिसकी वजह से संक्रमण मच्छर फैलते है और वही मच्छर अन्य व्यक्ति को काटकर उनमे मलेरिया रोग फैला देते है।

मच्छर के काटने के कुछ दिनों बाद व्यक्ति के अंदर बीमारी के लक्षण दिखाई देते है, ये लक्षण अलग – अलग होते है जैसे – तेज बुखार, थकान, सिर दर्द, पेट में दर्द, चक्कर आना, बेहोशी आना, एनीमिया, मांसपेशियों के दर्द, उल्टियां होना और स्किन का रंग पीला पड़ना आदि लक्षण दिखाए देने है। इस अवस्था में मरीज को जल्दी-से-जल्दी किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाना बहुत जरुरी है।

मलेरिया रोग से बचाव के लिए क्या करें

  • मलेरिया रोग से बचने के लिए बहुत उपाय है इसकी शुरुआत आपको अपने घर से करनी होगी।
  • सबसे पहले आपको अपने घर और घर के आस-पास के क्षेत्रो को साफ़-सुथरा रखना बहुत जरुरी है।
  • घर के आस-पास बारिश का पानी या नाले का पानी जमा न होने दें। गन्दा पानी जमा होने से ज्यादा मच्छर पनपते है जो संक्रमण फैलाने की वजह बन सकती है।
  • अगर आपके घर में कूलर है, तो उसका पानी एक हफ्ते या उससे पहले बदलना चाहिए क्योकि बाद में वो पानी गन्दा हो जाता है।
  • बरसात में कूलर में मिट्टी का तेल डालने से भी मच्छर नहीं होते है
  • बारिश के समय में जितना हो सके फुल कपडे पहने। बरसात के मौसम में ज्यादा मच्छर पनपते है।
  • बारिश के समय में घर के दरवाजे और खिड़किया अधिकतर बंद रखें और सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
  • पानी के बर्तनों को हमेशा ढककर रखें।
  • मलेरिया रोग से बचाव करने के लिए एंटिमलेरियल दवा लेनी चाहिए।
  • यदि किसी व्यक्ति को तेज बुखार है, तो डॉक्टर की सलाह ले और जांच करवाए।

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मलेरिया रोग होने के लक्षण

वैसे तो जब मलेरिया रोग होता है शुरुवाती समय में लक्षण नहीं दिखाई देते है इस रोग के लक्षण दिखने में 6 से 8 दिन लग जाते है आइये जानते है मलेरिया रोग के मुख्य लक्षण –

  • उल्टी आना
  • चक्कर आना
  • ज्यादा सिर होना
  • तेज बुख़ार आना
  • पेट में दर्द
  • माँसपेसियो में दर्द होना
  • थकान
  • शरीर में कमजोरी आना

इसके अलावा अन्य लक्षण भी हो सकते है इसलिए हर किसी को सलाह दी जाती है कि जितनी जल्दी हो सकते किसी अच्छे डॉक्टर से जांच करवाए।

मलेरिया रोग का इलाज

अगर किसी व्यक्ति को मलेरिया रोग के लक्षण दिखाई दे रहे है तो जल्द-से-जल्द अपने नजदीकी डॉक्टर को दिखाए और जांच करवाए। डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाइयों को टाइम पर खाते रहे, यदि किसी बच्चे और गर्भवती महिला को मलेरिया रोग हो गया तो और अधिक सावधानी रखने की आवश्यकता है डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह को माने।

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विश्व मलेरिया दिवस का इतिहास

हर साल वैश्विक स्तर पर 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है इस दिवस का मुख्य उद्देस्य है कि जानलेवा बीमारी के प्रति लोगों के अंदर जागरूपता फैलाना और अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना है। WHO ने बताया कि हर साल मलेरिया की वजह से लाखों लोग अपनी जान गवा लेते है ये रोग मादा एनोफिलीज मच्छर के माध्यम से फैलता है विश्व मलेशिया दिवस की स्थापन मई 2007 को विश्व स्वास्थ्य दिवस के 60 वे सत्र में हुआ था WHO का कहना है कि पुरे विश्व में मलेरिया का सबसे ज्यादा खतरा विश्व के 106 देशों को है। इस लिए प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में घातक बीमारी से बचने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कार्यकर्म आयोजित किये जाते है।

इन अभियानों का उद्देस्य है, लोगों को जागरूप करने के लिए सरकारी, गैर सरकारी संगठन, समुदायों और आम जनता के बीच सहयोग बनाये रखना।इस बीमारी का अधिकतम खतरा ग्रामीण क्षेत्रों और पिछड़े समुदायों पर इसका असर अधिक होता है।

World Malaria Theme 2015 to 2023

थीम का वर्ष थीम का नाम
विश्व मलेरिया दिवस 2023 थीम टाइम टू डिलीवर मलेरिया: इन्वेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट
विश्व मलेरिया दिवस 2022 थीम मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और
जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें
विश्व मलेरिया दिवस 2021 थीम जीरा मलेरिया लक्ष्य की ओर बढ़ना है
विश्व मलेरिया दिवस 2020 थीम जीरो मलेरिया स्टार्ट विद मी
विश्व मलेरिया दिवस 2019 थीम जीरो मलेरिया स्टार्ट विद मी
विश्व मलेरिया दिवस 2018 थीममलेरिया को हराने के लिए रहें तैयार
विश्व मलेरिया दिवस 2017 थीममलेरिया के लिए राष्ट्रीय रणनीतिक योजना
विश्व मलेरिया दिवस 2016 थीममलेरिया उन्मूलन
विश्व मलेरिया दिवस 2015 थीमभविष्य में निवेश करें, मलेरिया को हराएं

Importance of World Malaria Day

दुनिया की सबसे घातक बीमारी परजीवी में से एक मलेरिया रोग है WHO के अनुसार सन 2017 में मलेरिया के 21 करोड़ से ज्यादा केस सामने आये और उनमे से 4.35 लाखों लोगो की मौत हो गयी थी। इस बीमारी को और जानलेवा होने से बचाने के लिए लोगों के अंदर जागरूपता लाना सबसे अच्छा उपाय है मलेरिया दिवस के माध्यम से बीमारी के प्राथमिक लक्षण, सावधानियाँ और उपचार करने के विषय के बारें में लोगों को बताया जाता है WHO का कहना है कि मलेरिया लोग होने पर और सही समय पर उसके उपचार को करने और जागरूपता लेन लाने से देश में मृत्यु देर कम कर सकते है

विश्व मलेरिया दिवस के माध्यम से अपने स्वास्थ्य के प्रति और बीमारी से होने वाले जोखिम से बचाने का एक अच्छा साधन है भारत में मलेरिया रोग के बचाव को वर्ष 2015 में शुरू किया था और वर्ष 2016 में स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय के मिलकर प्रयास को आगे बढ़ाया। भारत देश ने इस अभियान में पूरा हिस्सा लिया। जिसके फलस्वरुप वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2019 में 17.6% की गिरावट दर्ज की है।

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मलेरिया रोग से जुडी कुछ रोचक बातें

  • मलेरिया संक्रमण संक्रमित मादा एनाफिलीज़ मच्छरों के माध्यम से फैलता है ये परजीवी सबसे पहले यकृत कोशिकाओं के अंदर वृद्धि करते हैं, और उसके बाद हमारे शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं को हानि पहुँचती है और अंत में RBCs की क्षति होती है।
  • ये प्रक्रिया होते- होते 6-7 दिन लग जाते है जिसके बाद से मलेरिया के लक्षण दिखाई देते है।
  • मलेरिया जैसे घातक बीमारी से बचाव करने के लिए वर्तमान समय में बाजार में अनेक इंजेक्शन आ गए है।
  • एक मलेरिया का टीका जिसका नाम मॉसक्यूरिक्स है मलेरिया मरीज को लगाने से बीमारी का खतरा 40% तक कम हो जाता है ये अब तक का सबसे अच्छा टीका देखा गया है।
  • इसके अलावा मलेरिया रोग के अन्य टीके बाजार में उपलब्ध है प्लाज़्मोडियम पी. फाल्सीपेरम (Plasmodium P. Falciparum) टीका भी मलेरिया जैसे जानलेवा बीमारी को मात देने में सक्षम है।

विश्व मलेरिया दिवस से जुड़े कुछ सवालों के जवाब (FAQs)

World Malaria Day कब मनाया जाता है?

World Malaria Day प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल को मनाया जाता है।

विश्व मलेरिया दिवस क्यों मनाया जाता है?

विश्व को मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी से बचाने और लोगों को बीमारी के प्रति जागरूप के लिए मनाया जाता है। सरकार द्वारा अनेक अभियान किया जाते है उन अभियानों के माध्यम से लोगों को बीमारी के लक्षण,उपचार और सावधानी के विषय में सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है।

मादा मच्छरों में जो परजीवी ( प्लास्मोडियम ) पाया जाता है वो मुख्य रूप से किन क्षेत्रों में पाए जाते है?

मादा मच्छरों में पाया जाने वाला परजीवी मुख्य रूप से अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।

मलेरिया रोग के बचाव के लिए क्या करें?

मलेरिया रोग के बचाव के लिए आपको अपने घर के अंदर और बाहर गन्दगी नहीं रखनी चाहिए। किसी एक जगह पर पानी रुकने न दे और अगर रुक ज्यादा है तो वहाँ पर दवाई का छिड़काव करें। और बरसात के दिनों में सुबह व शाम ऐसे कपडे पहने जो पुरे शरीर को ढक ले।

इस वर्ष 2023 में विश्व मलेरिया दिवस की थीम क्या है?

इस वर्ष 2023 में विश्व मलेरिया दिवस की थीम – टाइम टू डिलीवर मलेरिया: इन्वेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट है।

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