आपने वैसे तो कई जाने माने स्कूल और कॉलेज के बारे में सुना ही होगा। भारत में शिक्षा प्रणाली में समय के साथ-साथ काफी परिवर्तन देखा गया है। अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा हेतु एक ऐसे स्कूल की तलाश रहती है जहाँ उनके बच्चे को किताबी शिक्षा ही नहीं बल्कि नैतिक मूल्यों की सीख भी दी जा सके। Top Boarding Schools in India की पूरी जानकारी इस पोस्ट में दी गई है।
हम सभी जानते हैं की बच्चे के भविष्य के लिए उसकी प्रारंभिक शिक्षा कितनी महत्वपूर्ण होती है। माता-पिता अपने बच्चों के लिए स्कूलों का चयन सोच समझ कर करते हैं और जब बात आती है Boarding Schools की तो यह और भी जरूरी हो जाता है की माता-पिता इसका चयन भली भांति करें। भारत में ऐसे कई Top Boarding Schools हैं जो सभी माता-पिता की पहली पसंद हैं तो चलिए जानते हैं भारत के टॉप बोर्डिंग स्कूल के बारे में साथ ही साथ आपको भारत के इन टॉप बोर्डिंग स्कूल रेटिंग, फीस, एडमिशन प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
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Table of Contents
Top 10 Boarding Schools in India
- द दून स्कूल देहरादून
- यूडब्ल्यूसी महिंद्रा कॉलेज पुणे
- जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल, (JIRS) बैंगलोर
- तुला इंटरनेशनल स्कूल, देहरादून
- वुडस्टॉक स्कूल, मसूरी
- सिंधिया स्कूल, ग्वालियर
- लॉरेंस स्कूल, सनावरी
- वेल्हम गर्ल्स स्कूल, देहरादून
- ऋषि वैली स्कूल, चित्तूर
- शेरवुड कॉलेज, नैनीताल
1.द दून स्कूल (देहरादून)
भारत के प्रसिद्ध बोर्डिंग स्कूलों में द दून स्कूल का नाम पहले स्थान पर आता है। यह 72 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है। उत्तराखंड के The Doon School को देश का बेहतरीन बोर्डिंग स्कूल माना जाता है। आपको बता दें यह बोर्डिंग स्कूल उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित है जो की लड़कों के लिए है। द दून स्कूल को दून नाम से भी जाना जाता है।
यह बोर्डिंग स्कूल ऑल ब्वॉएज स्कूल (The Doon School Dehradun) है जहाँ पर सिर्फ लड़के ही एड्मिशन ले सकते हैं। यह स्कूल इंटरनेशनल लेवल के स्नातक (आईबी) से भी सम्बंधित है। द दून स्कूल लड़कों को उनके Intellectual और artistic इंट्रेस्ट को विकसित करने और उनके skill को बढ़ाने में सहायता करता है। इस स्कूल राजीव गांधी, राहुल गांधी, करण थापर, जैसे प्रसिद्ध लोगों ने अपनी पढ़ाई की है।
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स्कूल विवरण
- स्कूल बोर्ड: आईबी
- द दून स्कूल की स्थापना : 1935
- स्कूल का पता: देहरादून, उत्तराखंड
- द दून स्कूल (देहरादून) की वेबसाइट –www.doonschool.com
शुल्क संरचना – यदि आप भी इस बोर्डिंग स्कूल मे अपने बच्चे का एड्मिशन कराना चाहते हैं तो आपको इसके लिए अपने बच्चे का रजिस्ट्रेशन कराना होगा जिसके लिए आपको रजिस्ट्रेशन फीस देनी होगी। रजिस्ट्रेशन फीस इस प्रकार है। –3 वर्ष के लिए – 12,000 रुपए
–3 से 5 साल तक – 15,000 रुपए
–5 से 7 साल तक – 18,500 रुपए
–7 से 9 साल तक – 22,000 रुपए
–9 से 11 साल तक – 29,000 रुपए
–11 से 13 साल तक – 36,000 रुपए
द दून स्कूल (देहरादून) एडमिशन प्रक्रिया–– यहां एडमिशन पाने के लिए पहले बच्चे को प्रवेश परीक्षा देनी होती है। परीक्षा पास करने वाले बच्चे का इसके बाद इंटरव्यू लिया जाता है।
2.यूडब्ल्यूसी महिंद्रा कॉलेज (पुणे)
महिंद्रा यूनाइटेड वर्ल्ड कॉलेज पुणे भी भारत के प्रसिद्ध बोर्डिंग स्कूलों में से एक है। इसकी स्थापना 1997 में की गयी थी। इसे 16-19 साल के बच्चों के लिए शुरू किया गया है। यूडब्ल्यूसी महिंद्रा कॉलेज (पुणे) सह्याद्री पहाड़ियों में 175 एकड़ में बनाया गया है। इस Boarding School में बच्चों के लिए शैक्षणिक भवनों के साथ साथ खेल,चिकित्सा जैसी अनेक सुविधाएँ मौजूद हैं।
स्कूल विवरण-
- स्कूल बोर्ड: आईबी
- स्कूल का प्रकार: सह-एड
- स्कूल की स्थापित: 1997
- पता: पुणे महाराष्ट्र
यूडब्ल्यूसी महिंद्रा कॉलेज (पुणे) प्रवेश प्रक्रिया– UWC यूडब्ल्यूसी महिंद्रा कॉलेज (पुणे) में अपने बच्चे के प्रवेश के लिए आप नीचे दी गयी प्रक्रिया को फॉलो कर सकते है।
- 1.आप ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होगा।जिसके बाद यदि आपका बच्चा शॉर्टलिस्ट हो जाता है तो इंटरव्यू देने के लिए उनसे संपर्क कर लिया जाता है।
- आपका प्रवेश आपके इंटरव्यू पर निर्भर करता है। आप अधिक जानकारी के लिए यूडब्ल्यूसी महिंद्रा कॉलेज (पुणे) की ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
3. जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल, (JIRS) बैंगलोर
जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल, (JIRS) बैंगलोर को साल 1999 में स्थापित किया गया था। यह स्कूल दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य की राजधानी बैंगलोर के बोर्डिंग स्कूलों में से एक है।
जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल, (JIRS) में सीबीएसई, आईजीसीएसई और आईबी पाठ्यक्रम शामिल हैं जो की कक्षा 4 से कक्षा 12 तक के बच्चों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करते है। JIRS में बच्चों को बुनियादी शिक्षा के साथ साथ खेल शिक्षा भी प्रदान की जाती है।
स्कूल विवरण –
- सीबीएसई – 5वीं से 12वीं कक्षा
- कैम्ब्रिज इंटरनेशनल – 6वीं से 10वीं कक्षा
- आईबीडीपी – 11वीं और 12वीं कक्षा
- स्कूल का प्रकार: सह-शिक्षा
- जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल, (JIRS) की स्थापना – 1999
- पता: बैंगलोर, कर्नाटक
- वेबसाइट -https://www.jirs.ac.in/
4.तुला इंटरनेशनल स्कूल, देहरादून
साल 2012 में स्थापित तुला इंटरनेशनल स्कूल, उत्तराखंड राज्य के देहरादून जिले में है। यह 24 एकड़ में फैला हुआ है जिसे ऋषभ एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा स्थापित किया गया था। इस स्कूल के परिसर में कई खेल मैदान हैं। इसे भी भारत के टॉप बोर्डिंग स्कूलों में से एक माना जाता है।
तुला इंटरनेशनल स्कूल को मॉडर्न गुरुकुल नाम से भी जाना जाता है।स्कूल में 3 अलग-अलग बोर्डिंग हाउस है जिसमें से दो लड़कों के लिए और एक\ लड़कियों के लिए है साथ ही इसमें 500 से भी अधिक बैठने की क्षमता वाला एक ऑडिटोरियम , लाइब्रेरी, एक संदर्भ पुस्तकालय, विज्ञान प्रयोगशालाएं, कंप्यूटर लैब आदि शामिल हैं।
यह स्कूल आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है। तुला इंटरनेशनल स्कूल छात्रों को तैराकी,घुड़सवारी, ताइक्वांडो, फुटबॉल,बैडमिंटन बिलियर्ड्स, में नेशनल ही नहीं बल्कि इंटरनेशनल एक्सपोजर भी प्रदान करता है।
स्कूल विवरण
- स्कूल बोर्ड: सीबीएसई, कैम्ब्रिज इंटरनेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड।
- स्कूल का प्रकार: सह-एड
- तुला इंटरनेशनल स्कूल, देहरादून की स्थापना – 2012
- पता: देहरादून, उत्तराखंड 248197
- प्रवेश के लिए आयु -16 वर्ष
प्रवेश प्रक्रिया– इस स्कूल में आपको अपने बच्चे के प्रवेश के लिए सबसे पहले उसका पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण के बाद पंजीकृत उम्मीदवारों को जनवरी /फरवरी माह में लिखित परीक्षा देनी होती है। यह परीक्षा बाचे के वर्तमान पाठ्यक्रम पर आधारित होगी। चयनित उम्मीदवारों को एडमिशन फॉर्म जारी किया जायेगा। जिसके बाद आवश्यक दस्तावेजों का वेरिफिकेशन हो जाने के बाद शुल्क जमा करना होगा।
5.वुडस्टॉक स्कूल, मसूरी
वुडस्टॉक स्कूल, मसूरी भारत के टॉप 10 बोर्डिंग स्कूलों में से एक है जोकि उत्तराखंड के मसूरी से 1 किलोमीटर की दूरी पर 250 एकड़ के परिसर में फैला हुआ है। इसकी स्थापना 1854 में हुयी थी जो की 1856 से वर्तमान स्थान पर स्थित है। यह भारत ही नहीं बल्कि विदेशी बोर्डिंग स्कूलों में भी अपनी स्थिति रखता है। यह स्कूल मसूरी के खूबसूरत हिल स्टेशन में है जोकि उत्तराखंड का टूरिस्ट प्लेस भी है। यहाँ का वातावरण छात्रों के लिए काफी संत शांत है।
इस स्कूल को मिडिल स्टेट्स एसोसिएशन ऑफ कॉलेजों और स्कूलों द्वारा संबद्ध किया गया है। यह कैम्ब्रिज IGCSE और कॉलेज बोर्ड एपी परीक्षा का उपयोग करता है। इस स्कूल की खास बात यह है की यहाँ देश के ही नहीं बल्कि विदेशी छात्र भी अध्ययन के लिए प्रवेश लेते हैं। इस बोर्डिंग स्कूल को दुनियाभर में मान्यता प्राप्त है। अध्ययन के साथ साथ यहाँ इंडोर स्पोर्ट्स जैसे स्विमिंग पूल, नृत्य, नाटक और आउटडोर गेम्स जैसे क्रिकेट ,बास्केटबॉल,लॉन टेनिस ,हॉकी ,तैराकी आदि शामिल हैं। इस बोर्डिंग स्कूल में विभिन्न वर्गों के लिए वार्षिक शुल्क अलग-अलग होता है।
स्कूल विवरण
- स्कूल का प्रकार: बोर्डिंग
- बोर्ड – आईबी ,एमवाईपी ,डीपी , आईजीसीएसई बोर्ड
- ग्रेड – KG से 12th
वुडस्टॉक स्कूल, मसूरी की स्थापना – 1854 - स्कूल में प्रवेश की आयु -18 साल
- स्कूल का पता -लंढौर ,मसूरी ,उत्तराखंड 248179
- शुल्क संरचना – आईबी ,एमवाईपी ,डीपी बोर्ड के भारतीय नागरिकों के लिए प्रवेश आवेदन शुल्क -₹ 10,750 और सुरक्षा जमा राशि 3,75,000 रुपए अन्य एक बार भुगतान 4,00,000 रुपए ,वार्षिक शुल्क 17,00,000 है।
प्रवेश प्रक्रिया – कक्षा 6 के बाद से इस स्कूल में छात्रों को स्वीकार किया जाता है। ग्रैड 6 में आवेदन करने वाले छात्रों की आयु 31 जुलाई तक 11 वर्ष होनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए आप वुडस्टॉक स्कूल, मसूरी की ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। प्रवेश के लिए आवेदन फॉर्म को भर जरुरी मांगे गए दस्तावेजों को स्कूल के ईमेल आईडी पर भेज प्रवेश कार्यालय में जमा करें।
6.सिंधिया स्कूल, ग्वालियर
भारत के टॉप बोर्डिंग स्कूलों में एक नाम सिंधिया स्कूल का भी है जोकि मध्यप्रदेश के ग्वालियर में स्थित है इस स्कूल की स्थापना 1897 में ग्वालियर फोर्ट के पास की गई थी।
सिंधिया स्कूल की स्थापना का श्रेय माधवराव सिंधिया को जाता है। सिंधिया स्कूल लड़कों के लिए एक बोर्डिंग स्कूल है जोकि 110 एकड़ में फैला है और ग्वालियर के ऐतिहासिक ग्वालियर किले में स्थित है। 1897 में ‘सरदार स्कूल’ नाम से सिंधिया स्कूल की स्थापना तत्कालीन महाराजा माधवराव सिंधिया ने की थी।
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स्कूल विवरण
स्कूल बोर्ड: सीबीएसई
स्कूल का प्रकार: बॉयज बोर्डिंग स्कूल
सिंधिया स्कूल, ग्वालियर स्कूल,मध्यप्रदेश की स्थापना – 1897
पता: ग्वालियर ,मध्य प्रदेश
प्रवेश के लिए आयु – 11,12 या 13 वर्ष
प्रवेश प्रक्रिया -इस स्कूल में प्रवेश के लिए छात्रों को पंजीकरण फॉर्म भरना होता है। कक्ष 6,7,8 में प्रवेश के लिए छात्र की आयु 11,12 या 13 वर्ष होनी आवश्यक है। आवेदन फॉर्म के साथ जरुरी शुल्क के साथ स्थानीय नगर निगम द्वारा आवेदक के जन्म प्रमाण पत्र की कॉपी ,पिछली कक्षा का रिपोर्ट कार्ड ,पासपोर्ट फोटो को स्कूल के ईमेल आईडी पर जमा करें।
7.लॉरेंस स्कूल, सनावरी
लॉरेंस स्कूल सनावर ,हिमांचल प्रदेश राज्य में स्थित है। इस स्कूल की स्थापना 1847 में की गयी थी। यह एक सेह शिक्षा बोअरविंग स्कूल है जोकि सीबीएसई से सम्बद्ध है जहाँ पर देश के कोने कोने से छात्र अध्ययन के लिए आते हैं। स्कूल में आउटडोर गेम्स जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, गोल्फ तथा इनडोर गेम्स केरम बोर्ड, शतरंज आदि की सुविधा है। यह स्कूल सनावर में हिमालय की तलहटी में 139 एकड़ जमीन में फैला हुआ है।
स्कूल विवरण
- स्कूल बोर्ड -सीबीएसई
- प्रवेश आयु -18 वर्ष
- ग्रेड -कक्षा 5 से 12
- स्कूल वेबसाइट -www.sanawar.edu.in
शुल्क संरचना – सीबीएसई बोर्ड शुल्क -प्रवेश आवेदन के लिए 20,000
सुरक्षा जमा राशि 4,26,000 रुपए
अन्य एक बार भुगतान 1,50,000 रुपए
वार्षिक शुल्क 7,09,400 रुपए है।
प्रवेश प्रक्रिया – कक्षा 5, 6, 7 में प्रवेश के लिए बच्चों के आवेदन 10 नवंबर,15 तक स्वीकार किये जाते है। इन कक्षाओं के लिए प्रवेश परीक्षा नवंबर के दूसरे रविवार को सनावर, गुड़गांव, मुंबई ,कोलकाता, हैदराबाद, लख़नऊ, गुवाहाटी, काठमांडू और दुबई में आयोजित किये जाते हैं।
8.वेल्हम गर्ल्स स्कूल, देहरादून
यह उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून में है जो कि उत्तराखंड में लड़कियों का एकमात्र निजी बोर्डिंग स्कूल है। साल 1957 में इस स्कूल को शुरू किया गया था जिसका उद्देश्य भारत के छात्रों को शिक्षित करना है। इस स्कूल को कॉउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने देश के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले स्कूलों में से एक नाम दिया। स्कूल में इनडोर और आउटडोर गेम्स शामिल हैं।
स्कूल विवरण
स्कूल बोर्ड: सीआईएससीई
वेल्हम गर्ल्स स्कूल देहरादून की स्थापना – 1957
स्कूल का प्रकार: लड़कियों का बोर्डिंग स्कूल
ग्रेड- 5 से 12
पता:-19, Municipal Rd, Panchpuri Colony, Dalanwala, Dehradun, Uttarakhand, India 248001
शुल्क संरचना– रु. – 6,75,000
प्रवेश प्रक्रिया -स्कूल में प्रवेश केवल कक्षा 6,7,11 में ही दिया जाता है। प्रवेश के लिए आपको आवेदन फॉर्म भरना होगा। आपके रेजिस्ट्रेशन के बाद प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है जिसमे पंजीकृत छात्राओं को परीक्षा में बैठना होता है। जिसके बाद मूल्यांकन के लिए परिणाम और उपलब्ध रिक्तियों की संख्या के आधार पर एडमिशन दिया जाता है।
9. ऋषि वैली स्कूल, चित्तूर
ऋषि वैली स्कूल भारत के टॉप बोर्डिंग स्कूलों में से एक है जोकी आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में है। इस स्कूल की स्थापना 1926 में जिद्दू कृष्णमूर्ति ने की थी। ऋषि वैली स्कूल सर्टिफिकेट फॉर इंडियन स्कूल्स सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) से संबद्ध है। यह एक सह-शिक्षा विद्यालय है जहाँ कक्षा 4वीं से 12वीं तक के छात्रों को शिक्षा प्रदान की जाती है। ऋषि वैली स्कूल 350 एकड़ भूमि में फैला हुआ है।
स्कूल विवरण-
ऋषि वैली स्कूल की स्थापना -1926 में
ग्रेड – कक्षा 4 से 12 तक
स्कूल का प्रकार- बोर्डिंग
बोर्ड –आईसीएसई, आईएससी
पता -ऋषि घाटी, चित्तूर जिला, मदनपल्ले, आंध्र प्रदेश, भारत 517352
प्रवेश प्रक्रिया- कम से कम 7 साल के बच्चे ही इस पंजीकरण करा सकते हैं। प्रारंभिक पंजीकरण के लिए कोई वेटेज नहीं दिया गया है। स्कूल में कक्षा 4,5,7 के लिए ऐसे बच्चे जिनकी आयु 8,10 और 11 से ऊपर है। स्कूल में बच्चों को सातवीं कक्षा से ऊपर की कक्षाओं में प्रवेश नहीं दिया जाता है। जनवरी की शुरुआत में एक चयन समिति द्वारा प्रवेश के लिए आवेदन पत्रों की जाँच की जाती है। इन उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है जिसके बाद परीक्षा आयोजन के बाद इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
10.शेरवुड कॉलेज, नैनीताल
शेरवुड कॉलेज उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है। किसकी स्थापना 1869 में की गयी थी। यह स्कूल नैनीताल में 45 एकड़ में फैला हुआ है। कॉलेज CISCE बोर्ड से संबद्ध है। यहाँ आप अपने बच्चों का ऑनलाइन प्रवेश करा सकते हैं। प्रवेश आयु 18 वर्ष है।
शेरवुड कॉलेज कक्षा 3 से 12 तक का है। स्कूल में आउटडोर खेल जैसे -बास्केटबॉल, लॉन टेनिस, क्रिकेट, तैराकी, हॉकी, बालीबॉल, बॉक्सिंग के साथ-साथ इनडोर गेम्स जैसे शतरंज, बैडमिंटन, टेबल-टेनिस, स्कूनर आदि की सुविधा है।
स्कूल संरचना
बोर्ड -आईसीएसई बोर्ड
शेरवुड कॉलेज स्थापना वर्ष -5 जून 1869
प्रवेश आयु -18 वर्ष
ग्रेड – 3 से 12
पता – नैनीताल ,उत्तराखंड
शुल्क संरचना -प्रवेश आवेदन शुल्क- 7,000, सुरक्षा जमा राशि- 10,000, वार्षिक शुल्क – 6,20,000
प्रवेश प्रक्रिया – प्रवेश हर कक्षा के रिक्ति पर निर्भर करता है। ऐसे सभी विद्यार्थियों को मानदंडों के अनुसार उपयुक्त पाए जाने पर उन्हें प्रवेश समितियों के माध्यम से विद्यालय प्रशासन के विवेकानुसार प्रवेश दिया जायेगा।
भारत में कुछ अन्य प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूल हैं:
- शेरवुड कॉलेज, नैनीताल
- हेरिटेज स्कूल, पुणे
- Birla Vidyanand, Nainital
- अपोलो पब्लिक स्कूल, पटियाला
- मोंटफोर्ट स्कूल, यरकौड
- ऋषि वैली स्कूल, चित्तूर
- सेंट मैरी हाई स्कूल, माउंट आबू
- सेंट जॉर्ज कॉलेज, मसूरी
- लॉरेंस स्कूल, लवडेल, ऊटी
- डलहौजी पब्लिक स्कूल, डलहौजी
- न्यू एरा हाई स्कूल, पंचगनी
Top Boarding Schools in India से सम्बंधित प्रश्नोत्तर
भारत का सबसे अच्छा बोर्डिंग स्कूल कौन सा है?
द दून स्कूल, सेंट जॉर्ज कॉलेज, सरला बिरला एकेडमी, मेयो कॉलेज, शेरवुड कॉलेज, सेंट जॉर्ज कॉलेज मसूरी,लॉरेंस स्कूल लवडेल ऊटी, डलहौजी पब्लिक स्कूल, डलहौजी आदि भारत में काफी अच्छे बोर्डिंग स्कूल है।
The doon school का वार्षिक शुल्क कितना है?
The doon school का वार्षिक शुल्क 11,20,000 है।
लॉरेंस स्कूल, सनावरी की स्थापना कब की गयी थी?
लॉरेंस स्कूल, सनावरी हिमांचल प्रदेश में है जिसकी स्थापना 1847 में की गयी थी।
बोर्डिंग स्कूल के क्या फायदे हैं?
बोर्डिंग स्कूल में छात्रों को पढ़ाई के साथ -साथ आवास और भोजन जैसी कई सुविधाएँ दी जाती हैं। बोर्डिंग स्कूल केवल लड़कियों या केवल लड़कों के लिए हो सकता है। इसी के विपरीत को -एड बोर्डिंग स्कूल ऐसे होते हैं जहाँ पर लड़कियों और लड़कों को प्रवेश दिया जाता है।
प्राइवेट बोर्डिंग स्कूल क्या होते हैं?
प्राइवेट बोर्डिंग स्कूल वे होते हैं जिनका मैनेजमेंट प्राइवेट ऑर्गनाइज़ेशन द्वारा किया जाता है।
मिलिट्री बोर्डिंग स्कूल क्या होते हैं?
मिलिट्री बोर्डिंग स्कूल सेना या सैन्य कार्मिकों के बच्चों से सम्बंधित होता है।
जूनियर बोर्डिंग स्कूल क्या है ?
जूनियर बोर्डिंग स्कूल में कक्षा 6 से 8 ग्रेड के छात्रों को बोर्डिंग की सुविधा दी जाती है।