नाटो में 31 देश शामिल है जिसमें प्रमुख देश अमेरिका है। नाटो का मुख्य लक्ष्य है, सुरक्षा नीति पर काम करना यदि किसी नाटो देश पर कोई अन्य देश हमला करता है, तो नाटो में शामिल सभी देश प्रभावित देश के पक्ष में खड़े हो जाते है। NATO की फुल फॉर्म नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन है। नाटो में देशों की लिस्ट को आप नीचे आर्टिकल में देख सकते हैं।
इसमें 28 यूरोपियन कंट्री और दो उत्तरी अमेरिका की कंट्री शामिल है। NATO को फ्रेंच में OTAN कहते है, जो पूर्ण तरह से नाटो का उल्टा है।
देश में होने वाले हमलों के सुरक्षा की जिम्मेदारी वहां की सेना की होती है, इसलिए देश में एक ताकतवर सेना का होना बेहद ज़रूरी है, जिससे होने वाले बाहरी हमलों को बचा सके। नाटो का मुख्य उद्देश्य राजनीतिक एवं सैन्य साधनों के माध्यम से अपने सदस्य देशों को स्वतंत्रता एवं सुरक्षा की गारंटी प्रदान करना है।
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NATO क्या है?
नाटो एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो 28 यूरोपीय देश और 2 उत्तरी अमेरिका देशों से मिलकर बना है। नाटो के पास अपनी अलग से कोई सेना नहीं है। नाटो में शामिल सभी देश की सेना ही नाटो की सेना है। नाटो अपने संगठन में शामिल देशों की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहता है और जो देश शामिल नहीं है, उनकी जिम्मेदारी नाटो के पास नहीं है। Nato का मुख्य उद्देश्य है, अपने संगठन में सम्मिलित सभी देशों को सुरक्षा प्रदान करना और बुरे समय में अथवा आक्रमण के समय एकजुट हो जाना।
About of the North Atlantic Treaty Organization
नाटो की स्थापना | 4 अप्रैल 1949 |
सदस्य देश | 31 देश |
नाटो सदस्य का उद्देस्य | मुसीबत के समय दूसरे देश की रक्षा करना |
मुख्यालय | ब्रुसेल्स, बेल्जियम |
आधिकारिक भाषा | अंग्रेजी और फ़्रांसीसी |
सबसे ताकतवर देश | अमेरिका |
नाटो के महासचिव | जेन्स स्टोलटेनबर्ग |
नाटो के चार अंग | परिषद, उप परिषद, प्रतिरक्षा समिति व सैनिक समिति |
नाटो के सदस्य देशों के नाम
Nato कुछ देशों का एक इंटरगवर्नेंट मिलिट्री संगठन है, जिसकी स्थापना वर्ष 1949 में हुई थी। यह 28 यूरोपीय देशों एवं दो उत्तरी अमेरिका देशों के बीच में बनाया गया है। आप नीचे दी गयी लिस्ट के आधार पर देख सकते है की NATO में कितने देश है।
क्रम संख्या | देश का नाम | राजधानी | मुद्रा (Currency) |
1 | अल्बानिया | टिराना | अलबेनियन लेक |
2 | बुल्गारिया | सोफ़िया | बुल्गारियन लेव |
3 | बेल्जियम | ब्रस्सल्स | यूरो |
4 | कनाडा | ओटावा | कनेडियन डॉलर |
5 | क्रोएशिया | ज़ाग्रेब | क्रोएशिया कुना |
6 | चेक रिपब्लिक | प्रेग | चेक कोरुना |
7 | एस्तोनिया | टेल्लीन | यूरो |
8 | डेनमार्क | कोपेनहेगन | डेनिश क्रोन |
9 | जर्मनी | बर्लिन | यूरो |
10 | फ्रांस | पेरिस | CEP फ्रैंक |
11 | हंगरी | बुडापेस्ट | हंगरी यन फ़ोरिंट |
12 | आइसलैंड | रिकजाविक | आइसलैंड क्रोना |
13 | यूनान | एथेंस | यूरो |
14 | इटली | रोम | यूरो |
15 | लातविया | रिगा | यूरो |
16 | लिथुआनिया | विल्नियस | यूरो |
17 | लक्समबर्ग | लक्समबर्ग | यूरो |
18 | मोंटेनेग्रो | पोडगोरिका | यूरो |
19 | नीदरलैंड | एम्स्टर्डम | यूरो |
20 | उत्तर मैसेडोनिया | स्कोप्जे | मैसोडोनिआ दीनार |
21 | नॉर्वे | ओस्लो | नार्वे क्रोन |
22 | पोलैंड | वॉरसॉ | पोलिश ज़्लॉटी |
23 | पुर्तगाल | लिस्बन | यूरो |
24 | रोमानिया | बुचारेस्ट | रोमानियन लेउ |
25 | स्लोवाकिया | ब्राटिस्लावा | यूरो |
26 | स्लोवेनिया | ल्युब्ल्याना | यूरो |
27 | स्पेन | मैड्रिड | यूरो |
28 | तुर्की | अंकारा | तुर्किश लीरा |
29 | यूनाइटेड किंगडम | लंदन | पाउंड स्टर्लिंग |
30 | संयुक्त राज्य अमेरिका | वाशिंटन DC | अमेरिकन डॉलर |
31 | फ़िनलैंड | हेलसिंकी | यूरो |
नाटो में देशों की लिस्ट, जानें कौन है कितना ताकतवर
NATO में शामिल देशों में सबसे अधिक शक्तिशाली देश संयुक्त राज्य अमेरिका है। सैन्य शक्ति के मामले में अमेरिका सबसे ज्यादा ताकतवर देश है। अमेरिका के बाद सबसे अधिक सैन्य शक्ति रूस के पास मौजूद है।
Russia-Ukraine war में सैन्य शक्ति के मामले में यूक्रेन रूस से काफी पीछे है। अमेरिका के बाद रसिया सैन्य शक्ति के मामले में दूसरे नंबर पर है। इसी के साथ यूक्रेन सैन्य शक्ति के मामले में 22वें स्थान पर है। रूस-यूक्रेन वॉर में रूस के पास 8 लाख सैनिकों की फौज है जबकि यूक्रेन के पास कुल 2.50 लाख सैनिकों की फौज है।
Nato के चार मुख्य अंग
नाटो चार गठबंधन से मिलकर बना है, जो की इस प्रकार से है –
- परिषद – ये नाटो का सबसे अहम भाग है। जिसमें सभी मंत्री शामिल होते है। ये बैठक साल में 1 बार जरूर आयोजित होती है। परिषद के अहम समझौतों को समझ कर समस्या का अंतिम निवारण निकालना इस परिषद का कार्य है।
- उप परिषद – प्रत्येक देश में चल रही कूटनीतिक विधियों के माध्यम से देश की समस्या को हल करना है।
- प्रतिरक्षा समिति – इस सभा में नाटो सदस्य के सभी प्रतिरक्षा मंत्री शामिल होते है। इनका कार्य सभी सदस्य देशों की सेना को और मजबूत बनाने के विषय में चर्चा की जाती है।
- सैनिक समिति – इनका कार्य परिषद और प्रतिरक्षा समिति को सलाह देना और समस्या का हाल निकालने में मदद करना। इस बैठक में सभी सेना के अध्यक्ष शामिल होते है।
NATO की फंडिंग
नाटो की फंडिंग नाटो के सदस्य देशों के द्वारा ही की जाती है। इसी के साथ नाटो की फंडिंग के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को नाटो फंडिंग का बैकबोन कहा जाता है। क्योंकि नाटो फंड में तीन चौथाई भाग संयुक्त राज्य अमेरिका का है।
वर्ष 2020 में नाटो के सभी सदस्यों का संयुक्त सैन्य खर्च विश्व के कुल खर्च का 57 प्रति शत रहा है। नाटो सदस्यों ने सहमति जाहिर करते हुए कहा है की उनका लक्ष्य 2024 तक अपने सकल घरेलू उत्पाद के कम से कम 2 प्रति शत के लक्ष्य रक्षा ख़र्च तक पहुँचाना है।
NATO से सम्बंधित प्रश्न उत्तर (FAQs)-
नाटो में 31 देश शामिल है जिसमें प्रमुख देश अमेरिका है। नाटो का मुख्य लक्ष्य है सुरक्षा नीति पर काम करना यदि किसी नाटो देश पर कोई अन्य देश हमला करता है तो नाटो में शामिल सभी देश प्रभावित देश के पक्ष में खड़े हो सकते है।
नाटो की फुल फॉर्म North Atlantic Treaty Organizaton hai.
नाटो में पहले 30 सदस्य शामिल थे। 4 अप्रैल 2023 को फ़िनलैंड नाटो देश का 31वा सदस्य बन गया है।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद पश्चिमी यूरोप आर्थिक और सैन्य रूप से कमजोर हो गया था यूरोप जैसी समस्या अन्य देशों में न आए उसके लिए सभी देशों ने मिलकर एक संगठन बनाया। जिसमें विश्व के 31 देश मिलकर एक दूसरे की मदद करेंगे।