क्या आप भी अपनी नौकरी से रिटायरमेंट लेना चाहते हैं ? कई बार ऐसी situation आ जाती है जब आपको नौकरी से आराम चाहिए होता है। आमतौर पर कर्मचारियों को 62 या 63 वर्ष की आयु में retirement दिया जाता है। VRS के तहत कोई कर्मचारी समय से पहले अपनी नौकरी से रिटायरमेंट ले सकता है। वीआरएस को प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर की कंपनियों में लागू किया जाता है। यदि आपकी आयु 40 वर्ष है या आपको 10 साल से अधिक का समय नौकरी करते हुए हो चूका है तो आप VRS का लाभ ले सकते हैं। नीचे आर्टिकल में आपको वीआरएस क्या होता है और वोलंटरी रिटायरमेंट का मतलब क्या है ?
VRS लेने के नियम और इसके लाभ सभी की जानकारी दी जाएगी। VRS Full Form हिंदी में क्या है जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
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वीआरएस क्या होता है?
यदि आप भी वीआरएस लेना चाहते हैं तो आपको इसे लेने से पहले इसके नियमों को ध्यानपूर्वक पढ़ लेना चाहिए। VRS कोई ऐसा कर्मचारी ले सकता है जिसे नौकरी में 10 साल पूरे हो चुके हैं या उसकी आयु 40 वर्ष से अधिक है। वीआरएस के तहत कोई भी सरकारी या प्राइवेट कर्मचारी नौकरी से रिटायरमेंट की सुविधा ले सकता है। VRS को कुछ विशेष परिस्थितियों में कंपनियों द्वारा स्वयं भी लागू किया जाता है और एम्प्लोयी को समय से पहले retirement दे दिया जाता है।
VRS Full Form
- VRS full name in English – Voluntary Retirement Scheme (VRS)
- VRS का हिंदी में पूरा नाम स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना कहा जाता है।
वोलंटरी रिटायरमेंट का मतलब
वीआरएस का मतलब Voluntary Retirement Scheme है जिसे हम हिंदी में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना के नाम से भी जानते हैं। वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम के तहत employee को समय से पहले Retirement दिया जाता है। वीआरएस के तहत रिटायरमेंट लेने वाले कर्मचारियों के लिए कुछ नियम भी बनाये गए हैं। वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम का लाभ लेने के लिए कर्मचारियों को कुछ नियम शर्तों को पूरा करना आवश्यक होता है तभी वह इसका लाभ ले सकेंगे।
इस स्कीम का लाभ कंपनी के सभी अधिकारी और कर्मचारियों उठा सकते हैं। सहकारी समिति के निदेशक वोलंटरी रिटायरमेंट का लाभ नहीं ले सकते इसके साथ ही नए कर्मचारियों को भी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना का लाभ नहीं मिलता है।
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Voluntary retirement rules (नियम)
यदि आप भी अपनी जॉब से Voluntary retirement (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ) लेने का मन बना चुके हैं तो आपको इसके लिए सबसे पहले VRS के कुछ नियमों का पालन करना होगा। कंपनी के कर्मचारी को Voluntary Retirement Scheme का लाभ लेने के लिए सबसे पहले Appointing authority (नियुक्ति प्राधिकारी) को प्रत्यक्ष रूप से 3 महीने पहले इसका नोटिस देना होता है। इस नोटिस में कर्मचारी को अपनी सर्विस को पूरा किये जाने के बारे में साफ़ तौर पर बताना होगा। employee अपने क्वालीफाइंग सर्विस को पूरा करने के बारे में बताये जाने के बाद वीआरएस ले सकता है।
Voluntary Retirement Scheme के फायदे
- कोई भी कर्मचारी यदि वीआरएस लता है तो उसे जो भी वेतन पिछले 18 माह में प्राप्त हुआ है ,उस वेतन का 50 प्रतिशत के समान नौकरी के बचे हुए अवधि के लिए दिया जाता है।
- कर्मचारीयों को PF (भविष्य निधि) और ग्रजुएटी जैसे कई अन्य लाभ भी दिए जाते हैं।
- कई कंपनियां अपने एम्प्लोयी को Voluntary Retirement Scheme के तहत रिटायरमेंट के बाद मेडिकल कवर भी प्रदान करती है।
- कर्मचारी अपने Voluntary Retirement से मिले एकमुश्त रकम को किन्ही अन्य जरुरी कार्यों में लगा सकता है। और आगे की रणनीति तैयार कर सकता है।
- स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना के तहत कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले 5 लाख रुपए तक की रकम पर टैक्स नहीं लिया जाता है।
- आप वीआरएस के तहत मिली एकमुश्त राशि का निवेश विभिन्न सेविंग स्कीम जैसे एसआईपी,सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम,पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट आदि में कर सकते हैं।
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स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना VRS के नुक्सान
आपको बता दें की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना यानि VRS के यदि कुछ लाभ कर्मचारी को मिलते हैं तो इसके कुछ नुक्सान भी हैं जो आपको जान लेने चाहिए।
- वीआरएस के लिए आवेदन करने वाले कर्मचारी कई प्रकार भत्तों का लाभ लेने से वंचित रहते हैं।
- वेतन के नियमों के अनुसार income tax को भरना पड़ेगा।
- किसी कार्य के लिए लिए गए ऋण को समय से पहले भरना होगा।
- वीआरएस लेने के बाद आपको प्राप्त एकमुश्त राशि को सही जगह निवेश करना होगा अन्यथा आपको आर्थिक समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
वोलंटरी रिटायरमेंट से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)-
VRS को दो तरीकों से लागू किया जा सकता है कर्मचारी इसके लिए खुद से आवेदन कर सकता है या कंपनी वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम को लागू कर सकती है।
वीआरएस का पूरा नाम स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना है इसे अंग्रेजी में Voluntary Retirement Scheme कहा जाता है।
वीआरएस लेने के लिए किसी कर्मचारी को Appointing authority (नियुक्ति प्राधिकारी) को 3 महीने पूर्व इसका नोटिस देना होता है। इसके बाद ही आप Voluntary Retirement ले सकेंगे।
कोई कर्मचारी यदि कंपनी से Voluntary Retirement ले लेता है और वह फिर से उसी कंपनी में नौकरी करना चाहता है तो उसे वीआरएस लेने के 3 महीने के भीतर पुनः आवेदन करना होगा।
जी नहीं ! यदि अपनी नौकरी को 3 या 5 साल शेष हैं तो बेहतर होगा आप उसे पूरा करें इसके बाद ही रिटायरमेंट लें आपको ज्यादा लाभ होगा।