झारखंड सरकार ने राज्य में पेड़ों की कमी को देखते हुए 5 करोड़ फलदार पौधे लगाने का ऐलान किया है। जैसा की हम जानते है कि देश में पेड़-पौधो की बहुत कमी हो रही है जिस वजह से प्रदूषण और अनेक बीमारी फ़ैल रही है।
जिसे कम करने के लिए झारखंड सरकार ने Birsa Harit Gram Scheme को शुरू किया है। इस योजना के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूप करने एवं उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए राज्य के 5 लाख परिवार को 100-100 फलदार पौधो दिए जाएंगे। और उन पौधो की देखभाल करने का कार्य राज्य के किसानों को दिया जाएगा।
यदि आप एक किसान है और अपनी भूमि पर फलदार वृक्ष लगाना चाहते है तो उससे पहले जमीन का खतियान कैसे निकाले ये जान लीजिए। भूमि से जुड़ी सभी जानकारी को आप घर बैठे ऑनलाइन के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।
ताकि उनकी आय में भी वृद्धि हो। यदि आप झारखण्ड राज्य के नागरिक है तो ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन करके इस योजना का लाभ ले सकते है तो आइये जानते है Birsa Harit Gram Scheme 2023 क्या है? योजना से जुड़ी सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
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झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना 2023
राज्य के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी के द्वारा झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के तहत राज्य में फलदार और अन्य पौधो को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा 5 लाख परिवार को 100-100 पौधो रोपण के लिए दिए जायेगें।
इस योजना के तहत सरकार ने 5 करोड़ पौधो लगाने का ऐलान किया है। और आने वाले समय में इस वृक्षों को सुरक्षित रखा जाएगा। इसके अलावा यदि राज्य में कभी प्राकृतिक आपदा आ जाएं तो फसल का नुकसान होने पर उपज की पूरी भरपाई करने के लिए सरकार ने बीमा सुविधा उपलब्ध की है आप भी अपनी फसल का बीमा करवा लीजिए।
इस योजना के अंतर्गत फलदार पौधो को अधिक बढ़ावा मिलेगा और उत्तम उत्पाद होने पर फलों को बाजार तक पहुंचाने की सुविधा भी उपलब्ध होगी। पौधो का रोपण और उनकी देखभाल करने वाले किसानों को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
Birsa Harit Gram Scheme Overview
योजना का नाम | झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना |
योजना की शुरुआत | मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी के द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
लाभ | अधिक फलदार वृक्ष लगाने से निर्यात में |
उद्देश्य | फलदार वृक्षों को बढ़ावा देना, किसान की आय में वृद्धि करना |
पौधो की संख्या | 5 करोड़ पौधो |
नोटिफिकेशन | यहाँ क्लिक करें |
मोबाइल ऐप | डाउनलोड |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
Birsa Harit Gram Scheme के लिए पात्रता मापदंड
- इस योजना का लाभ लेने के लिए नागरिक को झारखंड राज्य का निवासी होना चाहिए।
- राज्य के किसान जो गरीब रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे है वही इस योजना में आवेदन कर सकते है।
- इस योजना के माध्यम से राज्य के बुजुर्ग और विधवा महिला को सम्मान देने के लिए प्राथमिकता मिलेगी।
- योजना का लाभ लेने के लिए किसान के पास कम से कम आधा एकड़ जमींन होनी चाहिए।
झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना के लिए जरुरी दस्तावेज
- निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- जमीन से सम्बंधित दस्तावेज
- बैंक पासबुक वितरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले लाभार्थी को अपने नजदीकी पंचायत के विकास कमेठी ऑफिस में जाना होगा।
- वहाँ जाने के बाद आपको बिरसा हरित ग्राम योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करना है।
- आवेदन फॉर्म लेने के बाद फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी को सही से भर लेना है। और मांगे गए जरुरी दस्तावेज को फॉर्म के अटैक कर लेना है।
- अब फॉर्म और दस्तावेज को विभाग में जमा करवा लेना है। अब आपको विभाग के अधिकारी द्वारा फॉर्म की रसीद दी जाएगी जिसे अपने भविष्य के लिए संभलकर रखना है।
- अब अधिकारी द्वारा आपके आवेदन फॉर्म की जाँच होगी। सभी जाँच सत्यापित होने के बाद आपको इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
- इस प्रकार से आप झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना में सफलतापूर्वक आवेदन कर सकते है।
Jharkhand Birsa Harit Gram Yojana के लाभ
- इस योजना के तहत फलदार पौधो जैसे- अमरूद, आम, संतेरे आदि फलों को अधिक महत्व दिया जायेगा। अधिक उत्पादन होने से किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- इस योजना के अंतर्गत एक गरीब परिवार को 150 एकड भूमि पर लाह पालन और कीट पालन करने के अवसर भी दिए जाएंगे।
- भविष्य में लोगों को शुद्ध हवा और पेड़ों की कमी न हो उसके लिए पुरे राज्य में 5 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। इस कार्य को करने के लिए राज्य के 5 लाख परिवार को 100-100 पौधो दिए जायेगे।
- इस योजना को लागू करने का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि कर उनकी आर्थिक सहायता करना है।
- राज्य के हर जिले में 1400 एकड़ परती जमींन का चयन कर उस भूमि पर फलदार वृक्षों को लगाया जाएगा।
- राज्य में आम और अमरूद के अलावा मिश्रित फल की खेती करने के लिए 2 लाख एकड़ जमीन का चयन किया जाएगा।
- राज्य में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए मनरेगा कर्मियों को पौधो की देखभाल और गुणवत्ता पर ध्यान देने का कार्य सौंपा हुआ है। मनरेगा के तहत 25 करोड़ मानव दिवस का सृजन होगा।
- इस योजना का अंतर्गत कार्य करने वाले एक परिवार को 50 हजार रुपए की निश्चित आमदनी प्रदान की जाएगी।
- सरकार का मुख्य लक्ष्य है अगले 5 सालों तक पौधो को सुरक्षित रखना। उसके लिए राज्य की जनता का सहयोग चाहिए।
- प्रखंड एवं जिला स्तर पर प्रसंस्करण इकाई की स्थापना करना।
Jharkhand Birsa Harit Gram Yojana का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में फलदार पौधो में वृद्धि कर राज्य को प्रदूषण मुक्त बनाना है। फलदार वृक्ष लगाने से किसान अपने फलों को अन्य राज्य में निर्यात कर सकते है। ऐसा करने से उन्हें रोजगार का अवसर प्रदान होगा।
इस योजना के अंतर्गत जो भी खर्चा होगा वो सब सरकार का होगा। लगाए गए पौधो की देखभाल करने पर किसानों को 3 वर्ष में 50 हजार रुपए तक की आय अर्जित करने का अवसर भी मिल जाएंगे। ताकि वह अपना जीवन सुचारु रूप से चलाए। किसी पर निर्भर होने की आवश्यकता नहीं होगी।
बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत इन फलों को मिलेगी प्राथमिकता
- बेर
- कटह
- शरीफा
- लेमन ग्रास
- अम्रपाली
- मल्लिका प्रजाति के आम एवं
- अमरूद
- नींबू
झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना से सम्बंधित प्रश्नोत्तर
इस योजना के माध्यम से राज्य के किसानों का कल्याण करने एवं उनकी आय में वृद्धि करने के लिए राज्य में 5 करोड़ पौधो रोपण करने का लक्ष्य रखा है। ये कार्य करने के लिए किसान परिवार को 100-100 पौधों दिए जाएंगे। और 3 साल बाद वह 50 हजार रुपए वार्षिक आय अर्जित कर सकते है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में फलदार पौधो को बढ़ावा देना अधिक उत्पादन होने से किसान आत्मनिर्भर और सशक्त हो पाएंगे। योजना के अंतर्गत महिला, बुजुर्ग को प्राथमिकता दी जाएगी। फलों का अच्छा उत्पादन होने से किसान उनका निर्यात करेगा जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
राज्य में 5 करोड़ पौधे लगाने के लिए 5 लाख परिवारों को 100-100 फलदार पौधे प्रदान किए जाएंगे। और अगले 5 सालों तक उनकी रक्षा की जाएगी।
इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको अपने राज्य के पंचायत के विकास कमेठी ऑफिस में जाना होगा और वहाँ के अधिकारी से आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।