हिन्दू धर्म में चैत्र महीने की पूर्णिमा को बहुत ही ख़ास माना गया है। चैत्र महीना हिन्दुओं के नववर्ष का पहला महीना होता है जो अंग्रेजी कैलेंडर के मार्च -अप्रैल माह में आता है। हर साल चैत्र माह में नवरात्री का पर्व मनाया जाता है इसी के साथ चैत्र माह की पूर्णिमा (full moon) के दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है क्यूंकि इस दिन अंजनी पुत्र हनुमान जी का जन्म हुआ था। इस शुभ दिन पर भक्तों द्वारा हनुमान चालीसा और मन्त्र आदि का जाप किया जाता है और शोभा यात्रा निकाली जाती है। आईये जानते हैं इस साल की हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2023)कब है? और हनुमान जयंती का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में ।
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हनुमान जयंती कब है?
साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है। नार्थ इंडिया में हनुमान जयंती को चैत्र माह की पूर्णिमा और दूसरी बार कार्तिक माह में मनाया जाता है। भगवान राम के परम भक्त माने जाने वाले श्री हनुमान एक वानर थे जिन्होंने भगवान राम की सेवा-भक्ति में अपना समय व्यतीत किया था। हनुमान जयंती के अवसर पर हनुमान जी की पूजा -पाठ और हनुमान चालीसा का जाप करने से बजरंगबली जी की कृपा भक्तों पर बनी रहती है। इस साल Hanuman Jayanti 6 अप्रैल 2023 को गुरुवार (thursday) के दिन मनाई जाएगी।
Hanuman Jayanti 2023 Muhurat (शुभ मुहूर्त)
हिन्दू पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) का पर्व मनाया जाता है। इस दिन चैत्र माह की पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्म हुआ था। साल 2023 में हनुमान जयंती का शुभ मुहूर्त चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि 5 अप्रैल 2023 को सुबह 9 बजकर 19 मिनट से शुरू होगा और चैत्र पूर्णिमा तिथि का समापन 06 अप्रैल 2023 को सुबह 10 बजकर 04 मिनट पर होगा।
- हनुमान जी की पूजा का शुभ (उत्तम) मुहूर्त 06 अप्रैल 2023 को सुबह 06.06 – सुबह 07.40 मिनट के मध्य है।
- 06 अप्रैल 2023 को अभिजीत मुहूर्त 12.02 से दोपहर 12.53 तक है।
- लाभ (उन्नति) – दोपहर 12.24 – दोपहर 01.58
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हनुमान जयंती पर पूजा की विधि
- हनुमान जयंती का उपवास रखने वाले व्यक्ति को ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है।
- बजरंगबली जन्मोत्सव के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर भगवान राम,माँ सीता और हनुमान जी की पूजा की जाती है।
- सुबह नहा कर हनुमान जी की मूर्ति को अपने घर पर स्थापित करें और विधिवत तरीके से उनकी पूजा करें।
- हनुमान जी की मूर्ति का स्नान कराएं और सिंदूर,गुलाल,चन्दन ,अबीर, चावल चढ़ाएं।
- हनुमान जी को फूलों की माला पहनाएं और नारियल चढ़ाएं।
- अब हनुमान जी की मूर्ति के हृदय वाले स्थान पर चन्दन से जय श्री राम लिखें।
- अब अपने स्थान पर बैठकर हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
- इसके बाद हनुमान जी को तिलक लगाकर उनकी आरती करें और प्रसाद को सभी को बांटें।
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Hanuman Ji Mantra (मंत्र)
1.ओम ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रैं ह्रौं ह्रः॥ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्। ओम हं हनुमंताय नम:
ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
2. ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।
3. ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा!
हनुमान जयंती की कथा
वानर जाति में जन्में हनुमान जी को बजरंगबली ,केसरीनंदन ,अंजनिपुत्र, पवनपुत्र कहा जाता है। पौराणिक कथा अनुसार जब राजा दशरथ अपने महल में पुत्र प्राप्ति के लिए हवन करा रहे थे। हवन के पूरे होने पर पंडित द्वारा प्रसाद के रूप में खीर राजा दशरथ की तीन रानियों को बांटी गयी उसी समय एक पक्षी द्वारा खीर का थोड़ा सा भाग अपने चोंच में भरकर अंजनी के आश्रम में ले जाया गया। अंजनी माता उस समय तपस्या में लीन थी उसी समय पक्षी के मुँह से खीर गिरकर अंजनी माता के हाथ में आ गयी।
इस खीर को माता अंजनी ने भगवान् शंकर का प्रसाद समझकर ग्रहण किया। इस प्रसाद को पाकर माता अंजनी के घर में भगवान् शिव के 11 वें अवतार बाल हनुमान जी ने जन्म लिया था। जिस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था उस दिन चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पड़ रही थी।
साल में दो बार मनाई जाती है हनुमान जयंती
प्रत्येक वर्ष हनुमान जयंती दो बार मनाई जाती है। पहली Hanuman Jayanti को हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है जबकि दूसरी हनुमान जयंती कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी यानी नरक चतुर्दशी को मनाई जाती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार पहली हनुमान जयंती मार्च -अप्रैल माह के मध्य और दूसरी हनुमान जयंती सितम्बर-अक्टूबर के बीच मनाई जाती है। दक्षिण राज्य तमिलनाडु और केरल में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष महीने की अमावस्या को और उड़ीसा में वैशाख महीने के पहले दिन मनायी जाती है।
Hanuman Jayanti 2023 से सम्बंधित अक्सर पूछे गए सवाल (FAQs)-
साल 2023 में हनुमान जयंती 6 अप्रैल 2023 को गुरुवार (thursday) को है।
हर साल हनुमान जयंती दो बार मनाई जाती है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास की पूर्णिमा मार्च -अप्रैल को पहली हनुमान जयंती मनाई जाती है। जबकि दूसरी हनुमान जयंती कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सितम्बर-अक्टूबर के दिन मनाई जाती है।
2023 में हनुमान जयंती का शुभ मुहूर्त 06 अप्रैल 2023 को सुबह 06.06 – सुबह 07.40 मिनट के बीच है। इस बीच आप हनुमान जी की पूजा कर शुभ फल की प्राप्ति कर सकते हैं।
हनुमान जी को शिवपुराण के अनुसार शिवजी का 11 वां अवतार माना गया है।
आप हनुमान जयंती पर हनुमान जी हनुमान चालीसा या सुन्दरकाण्ड का पाठ करें और हनुमान जी को पीपल के पत्ते ,सिंदूर ,बेसन के लड्डू ,लाल फूल आदि अर्पित करें।