हर देश की अपनी एक खासियत होती है। कुछ देश विकसित देश की श्रेणी में आते हैं तो कुछ विकासशील देशों की श्रेणी में। कोई देश विकसित या विकासशील है। यह कई महत्वपूर्ण बातों पर निर्भर करता है जैसे- उस देश की प्रति व्यक्ति आय, सकल घरेलु उत्पाद, तकनीकी विकास आदि। G-7 Kya Hai आइए जानते हैं।
संसार में 195 से भी अधिक देश मौजूद हैं जिनमें से कुछ देश बड़े और कुछ बहुत छोटे हैं। कई देश अपनी सांस्कृतिक और अपने देश के आर्थिक विकास के लिए एक दूसरे के साथ समूह बनाते हैं जैसे ASEAN, सार्क, ब्रिक्स आदि।
आज हम बात करने जा रहे हैं जी -7 के बारे में G-7 क्या है और इसकी स्थापना कब हुई, इसका मुख्यालय, सदस्य देश सभी की जानकारी आपको इस आर्टिकल में दी जाएगी।
इसी प्रकार से विश्व के सभी देशों को साथ लाने का कार्य और आर्थिक व सामाजिक रूप से सभी देश में शांति बनाए रखने का कार्य ASEAN संगठन के पास होता है। जिनका मुख्य उद्देस्य सभी देशों के आर्थिक विकास और आपसी सहयोग को बनाए रखने के लिए एक दूसरे का साथ देना।
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G-7 Kya Hai ?
जी-7 (G-7) जिसे हम ग्रुप ऑफ़ सेवन कहते हैं यह एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसे साल 1975 में शुरू किया गया था। जी 7 दुनिया की सबसे बड़ी आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। G-7 यानी Group of Seven में यूनाइटेड किंगडम ,कनाडा ,जर्मनी ,इटली ,जापान ,अमेरिका, फ़्रांस देश शामिल हैं। यह सभी G-20 का हिस्सा हैं जिसमें भारत भी शामिल है।
Group of Seven देशों का ग्लोबल नेट वर्थ 317 ट्रिलियन डॉलर में 58 प्रतिशत से भी ज्यादा का योगदान रहता है। इन सभी 7 देशों के बीच वैश्विक आर्थिक शासन (global economic governance) ,अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और ऊर्जा नीति (International Security and Energy Policy) जैसे सामान्य हित के मुद्दों पर चर्चा हेतु साल में एक बार बैठक आयोजित की जाती है। वर्ष 2022 में G-7 की अध्यक्षता जर्मनी ने की थी।
इसी तरह से G-20 शिखर सम्मलेन का आयोजन दुनिया के विकसित और विकासशील देशो को एक मंच के माध्यम से आर्थिक संकट, मानव तस्करी और आतंगवाद जैसी बड़ी समस्या का हाल निकालना। ये सभी देश G-7 का हिस्सा है।
Key Highlights of Group of Seven (G7)
G7 का पूरा नाम | Group of Seven |
G7 के सदस्य | यूनाइटेड किंगडम ,कनाडा ,जर्मनी ,इटली ,जापान ,अमेरिका ,फ़्रांस |
G7 में रूस शामिल किया गया | 1997 (8 वें सदस्य के रूप में ) |
G8 अस्तित्व में आया | 1997 में रूस के शामिल होने पर |
गठन | 25 मार्च 1973 |
पहला G6 शिखर सम्मेलन | 15 नवंबर 1975 |
कनाडा को G6 में शामिल किया गया | 1976 में |
जी-7 स्थापना (Establishment of G7)
जी-7 (G-7) की उत्त्पत्ति 25 मार्च 1973 में हुयी थी। जिसके बाद साल 1975 में तेल संकट पर चर्चा के लिए फ्रांँस के राष्ट्रपति द्वारा पश्चिम जर्मनी, ग्रेट ब्रिटेन, यू.एस.,जापान और इटली के नेताओं को रामबौइलेट (फ्रांस) में आमंत्रित किया गया था।
1975 से पहले तक यह समूह जी-6 के नाम से जाना जाता था। साल 1976 में कनाडा देश को इस ग्रुप में शामिल किया गया जिसके बाद (G-7) ग्रुप अस्तित्व में आया। कनाडा और अन्य 6 देशों सहित यह समूह Group of Seven (G-7) नाम से जाना जाता है।
जी-7 का मुख्यालय (G7 Headquarters)
G7 यानी ग्रुप ऑफ़ सेवन का कोई एक निर्धारित मुख्यालय (Headquarters) नहीं है। हर साल इसे दक्षिण में जिस भी देश में जी-7 सम्मेलन आयोजित होना होता है वही पर इसका मुख्य कार्यालय बना दिया जाता है।
क्या है G-7 का उद्देश्य
Group of Seven में दुनिया के 7 सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देश शामिल हैं जैसे- अमेरिका ,ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, जापान,जर्मनी और इटली। इन सभी देशों का लक्ष्य मानवाधिकारों की रक्षा करना ,कानून बनाए रखना और लगातार विकास और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा कर उनका समाधान ढूँढना है।
सदस्यता
- साल 1975 में पश्चिम जर्मनी, फ्रांँस, जापान, इटली, फ्रांँस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका ने मिलकर Group of Six यानी G-6 का गठन किया था।
- 1976 में कनाडा को G-6 के समूह में शामिल किया गया। जिसके बाद इन सभी देशों को G-7 Group of Seven कहा गया।
- 1976 में G-7 देशों की प्रथम बैठक को संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) द्वारा प्यूर्टो रिको में आयोजित किया गया था।
- यूरोपियन यूनियन ने साल 1981 से Non enumerated सदस्य के रूप में G-7 बैठकों में अपनी पूर्णकालिक भागीदारी शुरू की।
- साल 1997 में जी -7 देशों के समूह में रूस को भी शामिल किया गया जिसके बाद G-7 को G-8 रूप में जाना जाने लगा किन्तु साल 2014 में क्रीमिया विवाद के कारण रूस को इस ग्रुप से बाहर कर दिया गया और यह समूह फिर से G-7 नाम से जाना जाने लगा।
जी -7 देशों की सूची (G7 country name)
वर्ष 2022 तक G-7 देश विश्व की जनसँख्या का 10 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 31 प्रतिशत तथा वैश्विक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 21 प्रतिशत का योगदान देते हैं। भारत और चीन इस समूह का हिस्सा नहीं है। जी-7 समूह में निम्नलिखित देश शामिल हैं जो इस प्रकार से है –
- यूनाइटेड किंगडम
- कनाडा
- जर्मनी
- इटली
- जापान
- अमेरिका
- फ़्रांस
रूस साल 1997 में इस समूह का हिस्सा बनाया गया था जिसके बाद इस समूह को ‘G- 8’ कहा गया। साल 2014 में रूस को क्रीमिया विवाद के बाद समूह से बाहर कर दिया गया था। रूस के निष्कासित हो जाने के बाद G- 8 पुनः G-7 कहा जाने लगा।
G7 की शिखर सम्मेलन
- G-7 शिखर सम्मेलन का आयोजन हर साल किया जाता है।
- इस सम्मेलन की मेजबानी ( host ) G7 समूह के सदस्यों द्वारा रोटेशन के आधार पर किया जाता है।
- शिखर सम्मेलन में अलग अलग वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाती है और इनके समाधान के लिए अपने अपने विचार प्रस्तुत किये जाते हैं।
- इस सम्मेलन में समूह के 7 देशों के अतिरिक्त अन्य देशों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाता है।
- इस G7 शिखर सम्मलेन में यूरोपीय संघ को भी आमंत्रित किया जाता है।
जी -7 कैसे करता है काम ?
प्रत्येक वर्ष जी-7 की बैठक आयोजित की जाती है। इस बैठक की अध्यक्षता G-7 के सदस्य देश बारी-बारी से करते हैं। यह सम्मलेन 2 दिनों तक चलता है। जहाँ पर वैश्विक मुद्दों को लेकर चर्चा की जाती है और उनके समाधान के लिए रणनीति तय की जाती है।
Group of Seven (G7) से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल
वाशिंगटन, डीसी रेबाइलेट में पहला G-6 शिखर सम्मलेन आयोजित किया गया है।
साल 1977 में Group of Seven (G7) की मेजबानी यूनाइटेड किंगडम ने की थी।
ग्रुप ऑफ सेवन की स्थापना वर्ष 1975 में की गई थी।
सन्न 1997 में रूस G-7 समूह में शामिल किया गया था जिसके बाद इसको ‘G- 8’ के रूप से जाना जाने लगा।
क्रीमिया विवाद के बाद रश को साल 2014 में G-7 समूह से अलग किया गया। G-7 में रूस के शामिल होने के बाद G-7 समूह ‘G- 8’ समूह कहलाया। 2014 में रूस के समूह से अलग होने पर इस समूह को फिर से G-7 कहा जाने लगा।
जी -7 शिखर सम्मेलन का आयोजन हर साल किया जाता है।
वर्ष 2019 में G-7 शिखर सम्मेलन को फ्रांस में आयोजित किया गया था।
मनमोहन सिंह के शासनकाल में भारत ने 5 बार G-7 के सम्मेलनों में भाग लिया था।