महावीर जयंती कब है, क्यों मनाते है और इसका महत्व व इतिहास

भारत में सभी समुदाय के लोग अपने पर्व और त्योहारों को बड़ी ही आस्था और उत्साह के साथ मानते हैं। देश में हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सभी धर्मों के लोग अपने त्योहारों को बड़े ही उत्साह के साथ मानते हैं। जैन धर्म की बात करें तो यह समुदाय विशेष रूप से महवीर जयंती को बड़ी ही भव्यता के साथ मानते हैं। महावीर जयंती जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्म की याद दिलाता है। भगवान महावीर को वीर, अतिवीर, वर्धमान, सन्मति नाम से भी जाना जाता है। इस साल भगवान Mahavir Jayanti में कब है? महवीर जयंती क्यों मनाते हैं इसका महत्त्व व इतिहास सभी के बारे में आपको नीचे आर्टिकल में जानने को मिलेगा।

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Mahavir Jayanti  | जानें महावीर जयंती  कब है, क्यों मनाते है और इसका महत्व व इतिहास
जानें महावीर जयंती कब है, क्यों मनाते है ?

महावीर जयंती कब है?

जैन धर्म के लोग अपने जीवन में भगवान महावीर के सिद्धांतों का अनुसरण करते हैं। महावीर जयंती हर साल जैनियों के 24वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस साल महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) 21 अप्रैल रविवार के दिन मनाया जायेगा।

आर्टिकल का नामMahavir Jayanti कब है
Mahavir Jayanti 2023 date21 अप्रैल रविवार
सम्बंधित समुदायजैन
महावीर का जन्म599 ईसा पूर्व कुंडग्राम (बिहार)
मातात्रिशला
पितासिद्धार्थ

Mahavir Jayanti क्यों मनाते है?

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भगवान महावीर (Mahavir) जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे। 540 ईसा पूर्व (लगभग ढाई हजार वर्ष पूर्व) भगवान महावीर का जन्म वैशाली के कुण्डग्राम में एक क्षत्रिय परिवार में हुआ था। इन्होंने अपने अनुयायियों को अहिंसा, अपरिग्रह, अनेकांतवाद की शिक्षा प्रदान की थी। महावीर से पूर्व जैन धर्म में 23 तीर्थंकर हुए जिसमें से महावीर अंतिम 24 वें तीर्थंकर थे।

तीर्थंकर महावीर द्वारा जैन धर्म के मूल सिद्धांतों की स्थापना की गयी थी। महावीर जी के पांच सिद्धांतों को जैनियों द्वारा अपने जीवन में शामिल किया गया है। जैन समाज द्वारा महावीर स्वामी के जन्मदिवस को महावीर जयंती के रूप में मनाया जाता है और उनके मोक्ष प्राप्ति दिवस को दिवाली के रूप में मनाया जाता है। महावीर जयंती तीर्थंकर महावीर के सिद्धांतों पर चलने के लिए हर साल जैन समाज द्वारा मनाया जाता है।

हिंदी कैलेंडर अप्रैल [चैत्र – वैशाख], विक्रम सम्वत

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महावीर जयंती तिथि और शुभ मुहूर्त (Date and Time)

हिन्दुओं के पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र महीने के 13वें दिन (चैत्र शुक्ल त्रियोदशी) को महावीर जयंती मनाई जाती है। साल 2024 में महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) तिथि और शुभ मुहूर्त 21 अप्रैल रविवार को है।

Mahavir Jayanti का महत्व व इतिहास (History)

  • ईसा से 540 वर्ष पूर्व जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म अयोध्या इक्ष्वाकुवंशी क्षत्रिय परिवार में हुआ था।
  • जैन तीर्थंकर महवीर स्वामी जी का जन्म वर्ष विवादित है। जैन धर्म में श्वेताम्बर जैनियों के अनुसार इनका जन्म 599 ईसा पूर्व माना गया है।
  • महावीर जी की जन्मभूमि वैशाली गणराज्य का कुण्डग्राम (वर्तमान कुण्डलपुर) था। जैन धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान महावीर का जन्म बिहार के कुण्डलग्राम में चैत्र माह के 13 वें दिन हुआ था। इनके बचपन का नाम वर्धमान था।
  • जैन समाज के श्वेताम्बर समुदाय के मत अनुसार महावीर जी की माता के 14 स्वप्न थे जिन स्वप्नों के बाद ज्योतिषियों ने व्याख्या की थी की महावीर स्वामी कोई बड़े सम्राट बनेंगे या वह कोई ऋषि बनेंगें।
  • महावीर स्वामी 30 वर्ष के हुए तो उन्होंने सत्य की खोज में अपने राजपाठ का त्याग कर दिए और परिवार छोड़कर 12 वर्षों तक जंगलों में एक तपस्वी के रूप में समय व्यतीत किया।
  • तीर्थंकर महावीर ने अपने वनवास के तोड़कर सत्य और अहिंसा का उपदेश दिया।
  • अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण पाने के उनके असाधारण कौशल के कारण वह अपने अनुयायियों के बीच “महावीर” के नाम से प्रसिद्ध हुए।
  • जब महावीर 72 वर्ष हुए तब उन्हें ज्ञान (निर्वाण) की प्राप्ति हुयी थी।

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महावीर जी के पांच सिद्धांत

तीर्थंकर महावीर जी के पांच सिद्धांत हैं जो इस प्रकार से हैं –

  • सत्य
  • अहिंसा
  • अस्तेय यानी(चोरी नहीं करना)
  • अपरिग्रह (विषय व वस्तुओं के प्रति जुड़ाव न होना )
  • ब्रह्मचर्य

कैसे मानते हैं महावीर जयंती?

हर साल महावीर जयंती चैत्र शुक्ल त्रियोदशी को मनाई जाती है। यह जयंती सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारने के लिए जैन समुदाय द्वारा हर साल मनाया जाता है। भगवान महावीर के द्वारा दी गयी शिक्षाओं का प्रसार भी करता है। इस दिन भगवान महावीर की मूर्ति को रथ में शीर्ष स्थान पर रखकर “रथ यात्रा” निकाली जाती है। जैन समुदाय मंदिरों को विभिन्न झंडों से सजाते हैं। पशु हत्या को जैनियों द्वारा विरोध किया जाता है इस दिन पशु हत्या पर रोक लगाने के लिए दान कार्य किये जाते हैं। मंदिरों में प्रार्थना की जाती है। महावीर और जैन धर्म की शिक्षाओं का पाठ पढ़ाया जाता है।

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Mahavir Jayanti से जुड़े सवाल (FAQs)

साल 2024 में महावीर जयंती कब है?
इस साल महावीर जयंती 21 अप्रैल रविवार को है।

महावीर के बचपन का नाम क्या था ?
Mahavir के बचपन का नाम वर्धमान, अतिवीर, वीर, सन्मति था।

हर साल महावीर जानती किस तिथि को मनाई जाती है?
प्रत्येक वर्ष महावीर जयंती चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को मनाई जाती है।

Mahavir Jayanti किस से सम्बंधित है ?
जैन धर्म के लोग हर साल महावीर जयंती मानते हैं। Mahavir Jayanti जैनियों से सम्बंधित है।

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