Working Women Hostel Scheme 2024| महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए

केंद्र और राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के विकास के लिए कई योजनाएं चलायी जाती हैं। वैसे तो कई ऐसी योजनाएं है जो महिलाओं को शिक्षा प्रदान करने के साथ साथ उनके कौशल को बढ़ाने के लिए चलायी जाती हैं। किन्तु जहाँ बात कामकाजी महिलाओं की आती है तो सरकार की जिम्मेदारी बन जाती है की उन्हें उनके कार्यक्षेत्र में ही रहने हेतु उचित व्यवस्था कराई जा सके। केंद्र सरकार द्वारा कामकाजी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से 6 अप्रैल 2017 को Working Women Hostel Scheme को शुरू किया गया था।

Working Women Hostel Scheme | महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए
Working Women Hostel Scheme

कामकाजी महिलाओं के लिए आवास योजना (Working Women Hostel Scheme) क्या है ?और इस योजना का उद्देश्य ,लाभ और पात्रता सभी के बारे में आपको इस आर्टिकल में जानने को मिलेगा। महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलायी जा रही इस योजना की सभी जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम क्या है?

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र ही नहीं बल्कि राज्य सरकार भी अपने स्तर पर कार्य कर रही है। साल 2017 से शुरू की गयी वर्किंग वीमेन हॉस्टल स्कीम देश के कामकाजी महिलाओं को समर्पित है। इस योजना के माध्यम से देश की ऐसी सभी महिलाओं को जो अपने परिवार से दूर किसी अन्य शहर में रह रही हैं उन्हें रहने के लिए सुरक्षित आवास /हॉस्टल की सुविधा देना है। इस योजना का मुख्य लक्ष्य भारत की गरीबी रेखा से नीचे असहाय महिलाओं को आवास की सुविधा उनके कार्यक्षेत्र में प्रदान करना है।

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Key Highlights of Working Women Hostel Scheme

योजनाWorking Women Hostel Scheme
श्रेणीकेंद्र सरकार
सम्बंधित विभागमहिला एवं बाल विकास विभाग
योजना के लाभार्थीदेश की कामकाजी महिलाएं (समाज से वंचित तथा शारीरिक रूप से कमजोर महिलाओं को वरीयता )
योजना शुरू की गयी 6 अप्रैल 2017
योजना का उद्देश्यदेश में सभी कामकाजी महिलाओं (जो परिवार से दूर हैं ) को सुरक्षित आवास प्रदान करना
योजना का लाभसरकार द्वारा कामकाजी महिलाओं (एकल , तलाकशुदा, विवाहित, विधवा) को आवास उपलब्ध करना

Working Women Hostel Scheme Objectives (योजना का उद्देश्य)

  • केंद्र सरकार की ”WORKINK WOMEN HOSTEL SCHEME” के द्वारा देश की सभी Working Women (कामकाजी महिलाओ) को सरकार की तरफ से रहने के हॉस्टल/आवास की सुविधा दी जाएगी।
  • वर्किंग विमेंस हॉस्टल स्कीम के माध्यम से देश की महिलाओं को सुरक्षित आवास रहने हेतु प्रदान किया जा रहा है।
  • इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की महिलाओं को कस्बों ,शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में उनके कार्य क्षेत्र में आवास उपलब्ध कराना और उन्हें सशक्त बनाना है।
  • कामकाजी महिलाओं को उनके बच्चों की देखभाल की सुविधा के साथ सुरक्षित और सुलभ आवास को बढ़ावा देना।
  • नए हॉस्टल की स्थापना ,आवास सुविधा के लिए नए भवनों का निर्माण ,विस्तार करना।
  • शहरी,अर्ध -शहरी और ग्रामीण इलाकों में जहाँ भी महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर मौजूद हैं आवास की सेवाओं और सुविधाओं को प्रदान करना।
  • देश की सभी Working Women को बिना किसी भेदभाव के रहने हेतु आवास की उपलब्धता सुलभ कराना।
  • योजना में कुछ नियम शर्तों के साथ नौकरी के लिए ट्रेनिंग ले रही महिलाओं को भी शामिल किया जाना।

योजना की मुख्य विशषताएँ (Key Features Of Working Women Hostel Scheme)

  • महिलाओं के लिए आवास की जरूरत को पूरा करने के लिए Working Women Hostel Scheme के तहत 70 हजार Hostel (छात्रावास) केंद्र सरकार स्थापित कर रही है।
  • इस योजना के तहत अब तक लगभग 938 हॉस्टल का निर्माण हो चुका है।
  • कामकाजी महिलाओं को सहायता देने हेतु आवास के साथ साथ डे केयर सेंटर की सुविधा भी दी जाएगी।
  • डे केयर सेंटर में ऐसी महिलाओं के बच्चों की देखभाल तब की जाएगी जब महिलाएं काम पर होंगी। यह सेवा कुछ अतिरिक्त मूल्य के साथ में महिलाओं को योजना के माध्यम से दी जाएगी।
  • इस योजना के तहत कामकाजी महिलाएं 3 साल तक ही आवास /छात्रावास की सुविधा का लाभ ले सकती हैं।
  • कुछ विशेष परिस्थितियों में ही महिलाओं के लिए छात्रावास में रहने की अवधि को बढ़ाया जा सकेगा।

Working Women Hostel Scheme Eligibility (योजना हेतु पात्रता)

कामकाजी महिला छात्रावास योजना का लाभ लेने के लिए नीचे दी गयी पात्रता शर्त को पूरा करना आवश्यक होगा –

  • ऐसी सभी महिलाएं इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगी जो कामकाजी हैं।
  • कामकाजी महिला एकल(single) ,विधवा (widowed) ,तलाक़शुदा (divorced), अलग (separated) या विवाहित होनी चाहिए।
  • इन सभी कामकाजी महिलाओं के पति या कोई रिश्तेदार एक ही शहर या क्षेत्र में नहीं रह रहे हों।
  • ऐसी महिलाओं को इस योजना में प्राथमिकता दी जाएगी जो वंचित समुदाय से आती हैं।
  • Working Women Hostel Scheme में ऐसी महिलाओं के लिए सीटों का आरक्षण दिया जायेगा जो शारीरिक रूप से कमजोर (handicapped) हैं।
  • ऐसे सभी कामकाजी महिलाओं को Women Hostel Scheme का लाभ दिया जायेगा जिनका नौकरी के लिए ट्रेनिंग पीरियड एक साल से अधिक नहीं है।
  • प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं की संख्या कामकाजी महिलाओं की संख्या का 30 प्रतिशत होना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं योजना की पात्र होंगी जिसके बच्चों का अन्य कोई देखभाल करने वाला न हो और उसके बच्चे लड़के की 9 वर्ष से अधिक और लड़की की आयु 15 से अधिक न हो।
  • गरीबी रेखा से नीचे वाली महिलाएं भी इस योजना में पात्र मानी जाएँगी।
  • ऐसी सभी महिलाएं भी इस योजना में आवेदन की पात्र होंगी जिनका वेतन 50 हजार से कम है और 18 साल से कम आयु की हों।

कामकाजी महिला छात्रावास योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

इस योजना में आवेदन के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी –

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आधार कार्ड (Aadhaar Card)आपका और आपके ऑफिस का मोबाइल नंबर (Mobile Number)
वर्किंग प्लेस का आईडी कार्ड (ID Card)पासपोर्ट (Passport) की फोटोकॉपी (Photocopy)
पैन कार्ड (PAN Card)

Working Women Hostel Scheme से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)-

Working Women Hostel Scheme कब शुरू की गयी ?

Women Hostel Scheme को साल 2017 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया था।

Working Women Hostel yojana का लाभ किसे मिलेगा ?

कामकाजी महिला आवास योजना का लाभ देश की सभी कामकाजी महिलाओं को मिलेगा जो काम के सिलसिले में अपने शहर से दूर हैं सभी महिलाएं (एकल , विवाहित, तलाकशुदा, विधवा) इसके लिए पात्र होंगी लेकिन इस योजना में समाज से वंचित महिलाओं और दिव्यांग महिलाओं को वरीयता दी जाएगी।

कामकाजी महिला आवास योजना का लाभ लेने के लिए कामकाजी महिला की मासिक आय कितनी होनी चाहिए ?

Working Women Hostel Scheme’ का लाभ लेने के लिए आवेदक महिला यदि बड़े शहर या नगरों में है तो 50 हजार और अन्य जगह के लिए 35 हजार रुपए महीना आय होनी चाहिए।

Working Women Hostel Scheme में आवेदन के लिए क्या करना होगा ?

कामकाजी महिला हॉस्टल योजना में आवेदन के लिए महिला को सम्बंधित राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग से संपर्क करना होगा।

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