केंद्र सरकार व राज्य सरकार समय-समय पर अपने नागरिकों के कल्याण के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाती हैं। आज की योजना भी कुछ इस प्रकार से है। बच्चों के पालन-पोषण और गरीब बच्चों को कुपोषण का शिकार होने से बचाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने आंचल अमृत योजना का शुभारम्भ किया है। इस योजना के अंतर्गत नज़दीकी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
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योजना के अंतर्गत उन बच्चों को इसका लाभ मिलेगा जिनका नाम आंगनवाड़ी केंद्रों में पंजीकृत होंगे। बच्चों को सप्ताह के 2 दिन पोषक तत्व से भरपूर दूध दिया जाएगा। जिससे इनके शरीर में प्रोटीन की कमीं नहीं होगी। आज हम आपको अपने इस पोस्ट के जरिए आँचल अमृत योजना से जुड़े सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को बताने वाले हैं। जैसे – इस योजना के उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, आवश्यक दस्तावेज, पात्रता और आवेदन की प्रक्रिया। इस पोस्ट को अंत तक ध्यान से पढ़ें।
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आंचल अमृत योजना 2024
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा मार्च 2020 में आँचल अमृत योजना को शुरू किया गया था। इस योजना के अंतर्गत गरीब बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिए कुपोषण के शिकार से बचने के लिए दूध पिलाया जाएगा। सरकार आंगनबाड़ी के जरिए खाने पीने की चीजें और बच्चों के पालन -पोषण के लिए बहुत से कदम उठा रही है। इस योजना के जरिए बच्चों को सप्ताह के 2 दिन दूध दिया जाएगा।
योजना के माध्यम से बच्चों को उचित पोषण मिलेगा जो भविष्य में होने वाले कुपोषण को रोकने में मदद करेगा। राज्य में लगभग 20 हजार आंगनवाड़ी केंद्र हैं तथा इनमें बच्चों को मीठा, सुगन्धित और मिल्क पॉउडर दिया जाता है। उत्तराखंड सरकार आँचल अमृत योजना के तहत 3 से 6 साल के बच्चों को मुफ्त दूध दे रही है और अब कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को भी यह पौष्टिक दूध मिलेगा।
UK Mukhymantri Anchal Amrit Yojana
योजना का नाम | आंचल अमृत योजना |
शुरू की गई | मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत |
योजना की शुरुआत | 13 मार्च 2020 |
उद्देश्य | बच्चों को कुपोषित होने से बचाना |
लाभार्थी | आंगनबाड़ी में पंजीकृत बच्चे |
आधिकारिक वेबसाइट | uk.gov.in |
आंचल अमृत योजना के उद्देश्य
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक स्तर के सभी बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाला पौष्टिक दूध व संतुलित आहार देना है। इस योजना के तहत मिड डे मिल के साथ विटामिन से भरपूर दूध भी उपलब्ध किया जाएगा। ताकि बच्चों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या न हो। दूध एक ऐसा पौष्टिक आहार है जिसके सेवन से बच्चों के पोषण में, मानसिक व शारीरिक विकास में काफी सुधार आता है और बच्चा किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए सक्षम रहता है।
प्रदेश में लगभग आंगनबाड़ी के 20000 केंद्र हैं यहाँ बच्चों को पौष्टिक दूध देने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य का ध्यान भी रखा जाएगा। इस योजना से राज्य में दूध की मांग भी बढ़ेगी जिससे इसके उत्पादन में भी ज्यादा ज़ोर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के मुख्य पहलू
- मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई इस योजना के अंतर्गत बच्चों को पोषित दूध के साथ पेट भर खाना भी उपलब्ध कराया जाएगा।
- योजना का प्राथमिक मिशन यह है कि राज्य के बच्चे स्वस्थ हों ताकि राज्य तथा देश के भविष्य को स्वस्थ और सुरक्षित रखा जा सके जिस से वह आगे जा के देश की प्रगति की जिम्मेदारी ले सके।
- इस योजना से राज्य के 20 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों के पद रहे 6.9 लाख से अधिक बच्चों को लाभ मिलेगा।
- उत्तराखंड की मुख्यमंत्री ने इस योजना को 13 मार्च 2020 को राजधानी देहरादून से शुरू किया था।
- राज्य में अधिक मात्रा में कुपोषण पीड़ित बच्चे हैं उन्हें संतुलित आहार व पौष्टिक आहार देने की जिम्मेदारी सरकार ने उठाई है।
- आँचल अमृत योजना के अंतर्गत वितरित किया जाने वाला दूध उत्तरखंड सहकारी डेयरी फाउंडेशन के द्वारा प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के अंतगत दूध पाउडर स्कूलों को दिया जाएगा और यह उनकी मांग की आवश्यकता के अनुसार हर 3 महीने में नया कोटा स्कूलों को पहुँचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की पुनः शुरुआत
कुछ समय के लिए इस योजना को सरकार द्वारा स्थगित कर दिया गया था लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा आंचल अमृत योजना को पुनः से सुचारु रूप से शुरू कर दिया गया है। योजना की शुरुआत में बच्चों को सप्ताह में 2 दिन पौष्टिक दूध दिया जाता था, अब की बार इसमें बदलाव किया गया है।
जिनकी उम्र 3 साल से 6 साल के बीच है उन्हें अब सप्ताह के 4 दिन दूध दिया जाएगा जिससे बच्चों को कुपोषण का शिकार होने से बचाव मिलेगा तथा कक्षा 1 से 8 वीं तक छात्रों को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा। योजना की ख़ास बात यह है कि इसमें बच्चों को उनकी पसंद के अनुसार दूध दिया जाएगा। इसमें फ्लेवर्ड मिल्क उपलब्ध होंगें जैसे- वनीला, चॉकलेट, स्ट्राबेरी आदि।
Uttarakhand Anchal Amrit Yojana FAQ’s
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना क्या है ?
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाई जाने वाली ऐसी योजना है जिसके माध्यम से बच्चों को पौष्टिक दूध दिया जाता है जिससे वे किसी भी बीमारी से लड़ने में सक्षम हों तथा वे कुपोषण का शिकार होने से बच सकें।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का शुभारम्भ कब हुआ था ?
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का शुभारम्भ 13 मार्च 2020 को उत्तरखंड के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया था।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का लाभ किन्हें मिलेगा ?
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का लाभ आंगनबाड़ी में पंजीकृत बच्चों तथा कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को इसका लाभ दिया जाएगा।
उत्तराखंड राज्य में कितने आंगनबाड़ी केंद्र हैं ?
उत्तराखंड राज्य में लगभग 20 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र हैं जहाँ प्रदेश के लाखों बच्चे पढ़ते हैं।