बिहार सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों का विकास एवं कल्याण करने के लिए नए-नए योजनाओं को आरंभ किया है। इस बार सरकार ने राज्य की बंजर जमीन का सद्प्रयोग करने के लिए मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना को आरंभ किया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को मत्स्य पालन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र की बेकार भूमि का उपयोग किया जायेगा। इस बंजर भूमि पर तालाब बनाने के लिए सरकार की तरफ से 70 फीसदी तक का अनुदान दिया जायेगा।
यह अनुदान मत्स्य कार्यालय द्वारा उपलब्ध करवाया जायेगा। योजना के तहत किसानों को रोजगार करने के अवसर प्रदान होंगी। बेकार भूमि का भी सद्प्रयोग हो जायेगा। ऐसा करने से कमजोर किसानों को आय कमाने के विभिन्न अवसर दिए जाएंगे।
तो आइये जानते है मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना क्या है? योजना से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे लेख को अंत तक पढ़े।
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मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना का शुभारंभ राज्य के मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी के द्वारा हुआ है। राज्य के गरीब किसानों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र की बंजर भूमि पर मत्स्य पालन करने के लिए तालाब बनाएं जायेंगे।
इसके अलावा किसानो को कृषि, बागवानी व कृषि वानिकी करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। इन सभी कार्यो का संचालन करने के लिए सरकार की तरह से अलग-अलग अनुदान दिया जायेगा।
अभी सरकार ने पशु और मत्स्य विभाग ने इस योजना का संचालन करने के लिए राज्य के छह जिलों का चयन किया है। आगे चलकर राज्य के सभी जिलों में इस योजना को लागू कर दिया जायेगा। समेकित चौर विकास योजना के अंतर्गत राज्य की बेकार व बंजर जमीन पर 50 हेक्टर क्षेत्र पर नए तालाब का निर्माण कराने के लिए सरकार द्वारा आर्थिक सहायता देने हेतु अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।
योजना का संचालन करने के लिए 2.48 करोड़ रुपए का बजट पेश हुआ है। मत्स्य पालन के अलावा बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए लाभार्थी को 2.45 लाख रुपए तक की अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।
योजना का नाम | मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना |
राज्य | बिहार राज्य |
योजना का आरंभ | राज्य सरकार द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के किसान नागरिक |
लाभ | तालाब का निर्माण करने के लिए अलग-अलग अनुदान मिलेगा |
उद्देश्य | बंजर भूमि का उपयोग कर मछली पालन करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | fisheries.bihar.gov |
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के लिए पात्रता
- इस योजना के अंतर्गत केवल बिहार राज्य के मूल निवासी आवेदन कर सकते है।
- राज्य के किसान नागरिक ही इस योजना में आवेदन करने के पात्र है।
- मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के अंतर्गत केवल राज्य के अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति और अत्यंत पिछड़े वर्ग के नागरिक आवेदन कर सकते है।
- राज्य में मत्स्य पालन करने वाले मछुवारे भी इस योजना में आवेदन करने के योग्य है।
- समूह में काम करने के लिए 5 सदस्यों की सहमति होनी अनिवार्य है।
आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- भूमि से सम्बंधित दस्तावेज
- आय प्रमाण पत्र
- समूह में काम करने का सहमति प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- भू स्वामित्व प्रमाण पत्र
Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana में आवेदन ऐसे करें
- सबसे पहले आवेदक को योजना की आधिकारिक वेबसाइट fisheries.bihar.gov पर जाना होगा।
- वेबसाइट का होम पेज ओपन होने पर आपको मत्स्य योजनाओं हेतु आवेदन के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- इसके बाद आपको मत्स्य योजनाओं में आवेदन हेतु पंजीकरण करें के ऑप्शन पे क्लिक करना है।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने योजना का आवेदन फॉर्म खुल जायेगा।
- आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी जैसे – आवेदक की श्रेणी, वर्ग, नाम और अन्य जानकारी को सही से फॉर्म में भर देना है। अंत में मोबाइल नंबर को दर्ज करके OTP भेजें के विकल्प पे क्लिक कर लेना है।
- अब आपके रजिस्टर नंबर पर एक OTP आएगा जिसे फॉर्म में दर्ज करके फॉर्म को सबमिट कर देना है।
- इस प्रकार से आपका इस योजना में सफलतापूर्वक आवेदन हो जायेगा।
Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana में Login In ऐसे करें
- सबसे पहले आवेदक को योजना की आधिकारिक वेबसाइट fisheries.bihar.gov पर जाना होगा।
- वेबसाइट का होम पेज ओपन होने पर आपको मत्स्य योजनाओं हेतु ऑप्शन पे जाकर पहले से पंजीकृत है तो लॉगिन करें के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- लॉगिन पेज ओपन होने पर आपको अपना नाम या रजिस्ट्रेशन नंबर या मोबाइल नंबर इनमें से कोई एक ऑप्शन दर्ज कर पासवर्ड भर लेना है और अंत में login के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के लाभ
- इस योजना के माध्यम से राज्य के छह जिलों में मत्स्य कार्य करने के लिए तालाब का निर्माण किया जायेगा।
- राज्य में इच्छुक मत्स्य पालन कार्य करने के लिए नागरिकों को 6 दिन का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
- राज्य की बेकार या बंजर भूमि का सद्प्रयोग करने के लिए बड़े-बड़े तालाब का निर्माण करवाया जायेगा। जिससे नागरिकों को आय कमाने का अवसर मिल जायेगा।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को कहीं जाने की जरूरत नहीं है आवेदक घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। और इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है।
- भूमि विकास की योजना बनाने के लिए पशु एवं मत्स्य पालन विभाग बिहार द्वारा 1 हेक्टर क्षेत्र में 2 तालाब का निर्माण किया जाएगा।
- तालाब का निर्माण करने के लाभार्थी को आर्थिक सहायता देने हेतु सरकार के द्वारा 50% तक का अनुदान दिया जाएगा।
- इस योजना के तहत राज्य के बेरोजगार नागरिकों को रोजगार का अवसर प्रदान होगा और उनकी आय में वृद्धि होने से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के मछुवारों को प्राथमिकता देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र की बंजर भूमि का उपयोग कर तालाब का निर्माण करना।
योजना का अधिक विस्तार होने से मछली पालन क्षेत्र के स्तर में बढ़ोत्तरी होगी राज्य में आय के साधन बढ़ेंगे और अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान होगा। जिससे वह सशक्त एवं आत्मनिर्भर बन पाएंगे।
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के तहत लागत सूची
तालाब निर्माण | भूमि (हेक्टेयर) लागत |
1 हेक्टेयर रकवा में 2 तालाब का निर्माण | 8.80 लाख/हेक्टेयर |
1 हेक्टेयर रकवा ने चार तालाब का निर्माण | 7.32 लाख/हेक्टेयर |
1 हेक्टेयर रकवा में एक तालाब का निर्माण | 9.69 लाख/हेक्टेयर |
Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana FAQs-
यह एक कल्याणकारी योजना है। जिसके माध्यम से बिहार राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए राज्य की बंजर भूमि पर मछली पालन करने के लिए तालाब का निर्माण किया जाएगा। मछली पालन करने के लिए सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के नागरिकों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना एवं मत्स्य पालन को बढ़ावा देकर बेरोजगार को रोजगार प्रदान करवाना है।
इस योजना की ऑफिसियल वेबसाइट fisheries.bihar.gov है।