बिहार सरकार द्वारा स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने एवं उनका विकास करने के लिए Mukhyamantri Kishori Swasthya Yojana Bihar की शुरुआत की है।
जैसा की हम जानते है कि 12 वर्ष की उम्र से बालिकाओं के शरीर में अनेक बदलाव आने है, जिस कारण से उन्हें हर महीने मासिक धर्म (पीरियड्स) होते है। ऐसे में वह कपड़े का प्रयोग करती है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है।
इन परेशानियों से मुक्त करने के लिए उन्हें हर महीने 300 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। ताकि वह पीरियड्स के समय सेनेटरी नेपकीन खरीद सकें।
तो आइये जानते है Mukhyamantri Kishori Swasthya Yojana Bihar 2023 क्या है? और योजना का लाभ कैसे मिलेगा। योजना से जुड़ी सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
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Mukhyamantri Kishori Swasthya Yojana 2023
बिहार राज्य में शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना का संचालन हुआ है। राज्य में कई बालिकाएं ऐसी है जिन्हें छोटी-सी उम्र में पीरियड्स शुरू हो जाते है, लेकिन अपनी आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण कपड़े का प्रयोग करती है, जो उसके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।
ऐसे में उसे आर्थिक सहायता देने और स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखने के लिए हर महीने 300 रुपए दिए जाएंगे। इस योजना का लाभ 7वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक की लड़कियों को मिलेगा।
इसी प्रकार से विद्यालय के छात्र/छात्राओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए स्कॉलरशिप की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। ऑनलाइन आवेदन करके आप इसका लाभ ले सकते है।
मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना महत्वपूर्ण बिंदु
योजना का नाम | मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना |
राज्य | बिहार |
लाभार्थी | 7वीं से लेकर 12वीं कक्षा की बालिकाएं |
उद्देश्य | स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देने हेतु आर्थिक सहायता |
अनुदान राशि | 300 हर महीने |
आवेदन | ऑफलाइन |
Mukhyamantri Kishori Swasthya Yojana के लाभ
- राज्य की लड़कियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनने के लिए ये योजना महत्वपूर्ण है।
- इस योजना के माध्यम से स्कूल की बालिकाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूप करने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसी प्रकार से सरकार राज्य की गरीब घर की बेटियों की शादी करवाने के लिए 5000 रुपये की अनुदान राशि प्रदान करेगा। ताकि उनकी स्थिति में सुधार आएं।
- योजना लागू होने से लड़की के स्वास्थय और पोषण में सुधार लाया जाएगा।
- राज्य की कई ऐसी बालिकाएं होती है जो मासिकधर्म के समय स्कूल नहीं जाती है ऐसे में उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सेनेटरी नैपकिन खरीदने हेतु हर महीने 300 रुपए दिए जाएंगे। ताकि उसकी पढ़ाई ख़राब न हो।
- इस योजना के तहत बालिकाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूप किया जाएगा।
- योजना में आवेदन करने के बाद प्राप्त धनराशि को सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना के तहत पात्रता एवं दस्तावेज
- इस योजना के अंतर्गत केवल बिहार राज्य की सभी बालिकाएं आवेदन कर सकती है।
- इस योजना का लाभ केवल लड़कियों को ही मिलेगा।
- 7वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक पढ़ने वाली सभी बालिकाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना का लाभ केवल वही बालिए ले पाएगी जिनका माहवारी का चक्र शुरू हो चुका है।
Note :- इस योजना के अंतर्गत सभी बालिकाओं के आवेदन विद्यालय के माध्यम से होंगे इसलिए इस योजना के अंतर्गत किसी भी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं है।
Mukhyamantri Kishori Swasthya Yojana Bihar के लिए आवेदन प्रक्रिया
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी ने इस योजना की घोषणा बहुत पहले ही कर ली थी। वर्तमान में इस योजना का संचालन शिक्षा विभाग के द्वारा होगा।
योजना के अंतर्गत स्कूल में एडमिशन लेने वाली 7वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक की बालिकाओं को लाभ दिया जाएगा। छात्राएं अपने विद्यालय के माध्यम से इस योजना में आवेदन कर सकती है। आवेदन करने के बाद योजना से प्राप्त धनराशि को DBT के माध्यम से बालिका के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना से सम्बंधित सवालों के जवाब
ये एक कल्याणकारी और लाभदायक योजना है, जिसके माध्यम से बिहार राज्य में 7वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक की बालिकाओं को पीरियड के दौरान सेनेटरी नैपकिन खरीदने के लिए हर महीने 300 रुपए आर्थिक सहायता के रूप में दिए जाएंगे।
अधिकांश लड़की पीरियड्स के दौरान कपडे का प्रयोग करती है जो उसके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। ऐसे में उन्हें नैपकिन खरीदने के लिए पैसे दिए जाएंगे ताकि वह स्वस्थ और स्वच्छ रहें। उसे किसी प्रकार की बीमारी न हो।
राज्य की छात्राओं को इस योजना का लाभ लेने के लिए कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है वह अपने ही विद्यालय के माध्यम से इस योजना में आवेदन कर सकती है।
इस योजना के तहत 7वीं से लेकर 12वीं कक्षा की जिन बालिकाओं के पीरियड्स शुरू नहीं हुए उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।