मुख्यमंत्री को पत्र कैसे लिखे | शिकायत पत्र कैसे लिखें – CM Ko Patra Kaise Likhe

भारत एक लोकतान्त्रिक देश है यहाँ हर आम नागरिक को बोलने और लिखने की आजादी दी गयी है। लोकतंत्र में सभी नागरिकों को अपनी समस्या या शिकायत को सरकार के सम्मुख रखने की आजादी है।

देश में शासन को सुचारु रूप से चलाने के लिए राज्यों में मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करता है यदि किसी नागरिक को किसी प्रकार की शिकायत या समस्या होती है तो वह मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र लिख सकता है। मुख्यमंत्री को पत्र कैसे लिखे ?

मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र, CM Ko Patra Kaise Likhe
CM Ko Patra Kaise Likhe

यह आप आज के आर्टिकल में जान सकते हैं। शिकायत पत्र कैसे लिखें ? इसका प्रारूप आपको नीचे आर्टिकल में दिया गया है। CM Ko Patra Kaise Likhe आइये जानते हैं।

Patra Kaise Likhe

अपने राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है। आप जिस भी विषय के लिए पत्र लिख रहे हैं आपको उसके बारे में जानकारी होनी चाहिए।

वैसे तो आप ऑनलाइन भी अपने राज्य की पोर्टल पर मुख्यमत्री जी से शिकायत कर सकते हैं लेकिन यदि आप अपनी शिकायत को सीधे मुख्यमंत्री जी तक पहुँचाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखना होगा। जब भी कोई पत्र लिखते हैं तो उसमे सबसे जरुरी होता है जिसे आप पत्र लिख रहे हैं।

उस व्यक्ति का अभिवादन करना। आप जिस भी व्यक्ति को पत्र लिखते हैं उसकी पत्र में स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए साथ ही उसका नाम भी पत्र में लिखा हुआ होना चाहिए। आपकी पत्र में लिखी गयी भाषा स्पष्ट और सही शब्दों से युक्त होनी चाहिए। पत्र में प्रयुक्त भाषा में विनम्रता और शालीनता बनी रहनी चाहिए।

यदि आप देश के प्रधानमंत्री से किसी भी प्रकार का सवाल या सुझाव चाहते हैं तो उन्हें आप इस प्रकार से ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से पत्र लिख सकते हैं।

CM Ko Patra Kaise Likhe

  • जब भी आप मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखते हैं तो उसमें सबसे ऊपर की ओर दिनांक उल्लेख करें।
  • दिनांक के नीचे अपने राज्य के मुख्यमंत्री का नाम और उसके बाद अपने राज्य का नाम लिखें।
  • अब मुख्यमंत्री कार्यालय का पता और पिन कोड लिखें।
  • इसके बाद आपको पत्र विषय लिखना है यानी आपको अपने पत्र का शीर्षक लिखना है।
  • विषय के बाद नीचे से आपको ‘माननीय मुख्यमंत्री जी’ से सम्बोधन करना है।
  • सम्बोधन के नीचे आपको अपनी समस्या या शिकायत के बारे मे संक्षिप्त, स्पष्ट रूप से जानकारी लिखनी होगी।
  • आप जिस भी समस्या या शिकायत को लिखें उसे विन्रम और उदार भाव से लिखें।
  • अपनी शिकायत को लिखते समय शब्दों का चुनाव सही से करें।
  • अपने सस्य या शिकायत को लिख देने के बाद आपको नीचे धन्यवाद लिखना है।
  • धन्यवाद के बाद अब आपको भवदीय लिखना है।
  • इसके बाद आपको अपना नाम, पद, पता, मोबाइल नंबर को लिखें की जानकारी देनी है और अपने हस्ताक्षर करना है। 
  • इस प्रकार से आप मुख्यमंत्री को पत्र लिख सकते है।

प्रधानमंत्री को पत्र कैसे लिखे – कैसे संपर्क करे

मुख्यमंत्री को पत्र कैसे लिखे (पत्र का प्रारूप)

09 मार्च 2023
श्री योगी आदित्य नाथ
माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
सूचना भवन, पार्क रोड
डिपार्टमेंट ऑफ़ इनफार्मेशन & पब्लिक रिलेशंस
लखनऊ – 226001

विषय – (यहाँ पर आपको अपने पत्र के विषय का शीर्षक लिखना है )

माननीय मुख्यमंत्री जी,
(यहाँ पर आपको अपनी समस्या या शिकायत के विषय में बताना है, और उस कार्यवाही करने का अनुरोध करना चाहिए)

धन्यवाद !

भवदीय
नाम …………..(यहाँ पर अपना नाम लिखे)
संगठन या संस्था का नाम …..(यदि व्यक्ति किसी संगठन से जुड़ा है, तो यहाँ पर उसका उल्लेख करे)
पता …………………………………(अपना पता डालें)
मोबाइल नंबर ………….. (यहाँ पर अपना मोबाइल नंबर या लैंड लाइन नम्बर डाले)
हस्ताक्षर (यहाँ आपको अपने हस्ताक्षर करने हैं )
स्थान…………….

आप इस दिए प्रारूप के अनुसार अपने राज्य के मुख्यमंत्री को उनके कार्यालय के पते पर अपनी समस्या या शिकायत के लिए पत्र लिख कर भेज सकते हैं।

CM Ko shikayat Patra Kaise Likhe format

  • आप मुख्यमंत्री से अपनी किसी समस्या या शिकायत करना चाहते हैं तो आप इसके लिए उससे संबंधित विभाग के प्रमुख से भी अपनी शिकायत कर सकते हैं।
  • यदि आपके पत्र लिखने के बाद भी आपको कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है तो आप कार्यालय प्रमुख या फिर उच्च अधिकारियों से भी इसके लिए संपर्क कर सकते हैं।
  • अधिकारी भी यदि आपकी समस्या का निवारण नहीं कर पा रहे हैं तो आप अपनी समस्या या शिकायत को सम्बंधित विभाग के मंत्री या मुख्यमंत्री से कर सकते हैं।
  • आप अपनी शिकायत को मुख्यमंत्री तक दो तरीकों से पहुंचा सकते हैं-पहला है पत्र के माध्यम से और दूसरा ईमेल या फेक्स के माध्यम से।

शिकायत पत्र कैसे लिखें ?

आप मुख्यमंत्री को किसी भी प्रकार की शिकायत को पत्र पर लिखकर उनके पते पर भेज सकते हैं। शिकायत पत्र के मुख्य विषय को सक्षिप्त रखे और शिकायत पत्र में आवश्यक बातों को ही लिखें। आप जिस कागज में शिकायत लिख रहे हों वह साफ सुथरा होना के साथ -साथ कहीं से भी कटा फटा नहीं होना चाहिए।

जब आपको किसी विषय पर शिकायत करनी होती है तो इसके लिए शिकायत पत्र लिखा जाता है। शिकायत पत्र को औपचारिक प्रारूप के अनुसार ही लिखा जाता है। आपको ध्यान रखना है की शिकायत पत्र में आप भाषा की मर्यादा का पालन करें और भाषा में विनम्रता रखें।

मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र से सम्बंधित प्रश्नोतर (FAQs)-

पत्र कैसे लिखा जाता है ?

आप जब भी कोई औपचारिक पत्र लिखते हैं तो आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होता है। पत्र को हमेशा सरल ,स्पष्ट और संक्षिप्त भाषा में लिखा जाना चाहिए। पत्र लेखन में कठिन शब्दों का प्रयोग करने से बचें। आपके लिखे गए पत्र में शब्दों का सही अर्थ प्रकट होना चाहिए। पत्र को लिखते समय सबसे पहले जिसे पत्र लिख रहे हैं उसे अधिवादन अवश्य करें।

mukhyamantri को शिकायत पत्र कैसे लिखें ?

आप जब भी मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र लिखें तो सबसे पहले ऊपर की ओर दिनांक इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री का नाम और पता और विषय का शीर्षक लिखें इसके बाद माननीय मुख्यमंत्री लिखकर नीचे अपनी शिकायत के बारे में स्पष्ट और संक्षिप्त रूप में विनम्र भाषा में लिखें। और अंत में धन्यवाद लिखकर पत्र में इसके नीचे अपना नाम ,पता ,मोबाइल नंबर और अपने हस्ताक्षर करें।

पत्र कितने प्रकार के होते हैं ?

पत्र लेखन दो प्रकार के होते हैं -औपचारिक पत्र और अनौपचारिक पत्र।

औपचारिक और अनौपचारिक पत्र क्या होते हैं ?

formal letters या औपचारिक पत्र वह होते हैं जो आधिकारिक उदेश्यों के लिए लिखे जाते हैं जबकि अनौपचारिक (informal) पत्र वह होते हों जो दोस्तों या परिवार या रिश्तेदारों को लिखे जाते हैं।

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