मध्यप्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में वृद्धि करने के लिए राज्य के गरीब एवं कमजोर वर्ग के छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य के युवाओं को उच्च स्तर की शिक्षा देने के लिए सरकार ने मध्य प्रदेश फ्री सिविल सेवा कोचिंग योजना को लागू कर दिया गया है।
इस योजना के माध्यम से राज्य के अनुसूचित जाति के नागरिकों को आर्थिक तंगी से बाहर निकालने के लिए UPSC की शिक्षा प्रदान की जाएगी। राज्य के कई सारे ऐसे छात्र भी है, जो उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करना चाहते है, लेकिन आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते है।
यदि राज्य के मेधावी छात्रों को शिक्षा की उत्तम सुविधा उपलब्ध कराई जाएं तो वह अपना भविष्य उज्जवल बना सकते है। और उनके सपनों को पूरा करने में आर्थिक सहायता देकर उनका कल्याण कर सकते है।
तो आइये जानते है मध्य प्रदेश फ्री सिविल सेवा कोचिंग योजना क्या है ? योजना से जुड़ी विभिन्न जानकारी को प्राप्त करने के लिए हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
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मध्य प्रदेश फ्री सिविल सेवा कोचिंग योजना
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के छात्रों का उत्थान करने के लिए फ्री सिविल सेवा कोचिंग योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के 100 अनुसूचित जाति के छात्रों को दिल्ली में UPSC की नि:शुल्क कोचिंग करवाई जाएगी।
इस वर्ग के लोग आर्थिक तंगी के वजह से अधिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते है जिस वजह से वह आधुनिक सुख-सुविधा का लाभ नहीं उठा पाते। इसलिए MP सरकार अनुसूचित वर्ग के छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए नि:शुल्क शिक्षा के साथ-साथ किताब खरीदने के लिए पैसे दिए जाएंगे।
इसके अलावा उन्हें आवास, परिवहन और भोजन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए हर महीने निर्धारित राशि दी जाएगी। ताकि उन्हें शिक्षा प्राप्त करने में किसी प्रकार की समस्या न आएं। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को योजना के अंतर्गत आवेदन करवाना होगा।
राज्य के ऐसे मेधावी छात्र जो 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ रहे है, वह आकांक्षा योजना के तहत पंजीकरण करके IIT, JEE, NEET, AIIMS और CAT की फ्री कोचिंग प्राप्त कर सकते है।
MP Free UPSC Coaching Yojana Highlights Key
योजना का नाम | MP Free UPSC Coaching Yojana |
राज्य | मध्यप्रदेश |
लाभार्थी | अनुसूचित जाति के छात्र/छात्राएं |
शुरुआत की गई | मध्यप्रदेश सरकार द्वारा |
संचालित विभाग | जनजातीय कार्य विभाग |
उद्देश्य | ST वर्ग के छात्रों को उच्च स्तर की नि:शुल्क शिक्षा देकर उनका विकास एवं उत्थान करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | tribal.mp.gov |
मध्य प्रदेश फ्री सिविल सेवा कोचिंग योजना के उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से गरीब एवं कमजोर अनुसूचित वर्ग के छात्रों को उत्तम भविष्य देकर शिक्षा स्तर में वृद्धि करना है। आवेदकों को संघ सेवा आयोग की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए नि:शुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध होने से छात्र अपने सपनों को साकार करने में सक्षम हो पाएंगे।
योजना के तहत वित्तीय सहायता मिलने से राज्य के छात्र आत्मनिर्भर एवं सशक्त बन पाएंगे। राज्य के जो छात्र UPSC की परीक्षा लेना चाहते है, वह दिल्ली में जाकर नि:शुल्क कोचिंग सेवा का लाभ उठा सकते है। उसके अलावा अन्य खर्च भी सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
MP Free UPSC Coaching Yojana के लाभ
- इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति के छात्रों को उज्जवल भविष्य प्रदान करने के लिए नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
- योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाओं को 18 महीने तक प्रदान की जाएगी।
- राज्य के गरीब एवं कमजोर छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु नि:कोचिंग की सुविधा देकर वह आत्मनिर्भर बन पाएंगे।
- योजना के अंतर्गत नि:शुल्क कोचिंग के साथ-साथ हर महीने परिवहन, भोजन और रहने की सुविधा के लिए 12,500 रुपए दिए जाएगें।
- छात्रों को आर्थिक सहायता के अलावा किताबें खरीदने के लिए 15,000 रुपए दिए जाएंगे।
- योजना के तहत सभी सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- अनुसूचित जाति के इक्छुक नागरिकों को दिल्ली में नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जिसका पूरा खर्चा मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।
- अनुसूचित जाति के ऐसे छात्र जो उज्जवल भविष्य के लिए UPSC जैसे उच्च शिक्षा के सपने देखते है, अब वह आसानी से अपने सपनों को पूरा कर सकेंगे।
- अनुसूचित जाति के छात्र अपनी आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करके अपने जीवन स्तर में सुधार कर सकते है।
MP Free UPSC Coaching Yojana के लिए पात्रता
- फ्री सिविल सेवा कोचिंग योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को मध्यप्रदेश राज्य का निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के तहत केवल अनुसूचित जाति के छात्र आवेदन कर सकते है।
- आवेदक के माता-पिता की वार्षिक आय 6 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- छात्र की आयु UPSC द्वारा वर्ष 2019 की Pre की परीक्षा हेतु पात्रता अनुसार निर्धारित आयु सीमा के अंतर्गत होनी चाहिए।
- लाभार्थी छात्र को योजना का लाभ एक बार दी दिया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पहचान पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाता वितरण
- शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
MP Free UPSC Coaching Yojana के तहत पंजीकरण प्रक्रिया
- सबसे पहले लाभार्थी को योजना की आधिकारिक वेबसाइट tribal.mp.gov पर जाना होगा।
- अब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज ओपन हो जाएगा।
- होम पर आपको “MATAAS” के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- इस पेज पर आपको महत्वपूर्ण लिंक के विकल्प में “नया हितग्राही प्रोफाइल पंजीकरण” के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
- अब आपके सामने योजना का “पंजीकरण फॉर्म” खुलकर आ जाएगा।
- फॉर्म में पूछी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ लेने के बाद आपको सभी जानकारी सही से भर देनी है, उसके बाद आपको सुरक्षित करें एवं आगे जाएं के ऑप्शन पर क्लिक करना है। इस फॉर्म में आपको 6 भागों में अपनी जानकारी दर्ज करनी है जैसे –
- व्यक्तिगत वितरण
- जाति एवं समग्र
- आय घोषणा
- मूलनिवासी घोषणा
- प्रोफाइल समीक्षा
- प्रिंट पावती
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको अपने दस्तावेजों को अपलोड करने के बाद Submit के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- इस प्रकार से आप मध्य प्रदेश फ्री सिविल सेवा कोचिंग योजना में पंजीकरण कर सकते है।
मध्य प्रदेश फ्री सिविल सेवा कोचिंग योजना से संबंधित प्रश्नोत्तर
इस योजना के माध्यम से राज्य के अनुसूचित वर्ग के छात्रों का कल्याण करने हेतु सिविल सेवा की परीक्षा पास करने के लिए निशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा उन्हें अतिरिक्त खर्च के लिए धनराशि भी प्रदान की जाएगी।
मध्यप्रदेश राज्य के छात्र इस योजना का लाभ केवल एक बाद ही प्राप्त कर सकते है।
इस योजना के अंतर्गत छात्रों को दिल्ली जाने के लिए परिवहन, रहने और भोजन की सुविधा के लिए है महीने 12,500 रुपए देगी इसके अतिरिक्त किताबें खरीदने के लिए 15,000 रुपए सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
इस योजना का लाभ केवल अनुसूचित जाति के छात्र/छात्राएं ही ले सकते है।
MP Free UPSC Coaching Yojana की आधिकारिक वेबसाइट tribal.mp.gov है।
योजना के तहत अनुसूचित वर्ग के छात्र निशुल्क शिक्षा प्राप्त करके एक उज्जवल भविष्य प्राप्त कर सकते है। ताकि छात्रों को आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़ा। और छात्र अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम हो सकें।