अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा “उस्ताद स्कीम “के अंतर्गत देश के विभिन्न राज्यों में समय-समय पर हुनर हाट का आयोजन किया जाता है। “हुनर हाट” का उद्देश्य अपसंख्यक पारम्परिक हस्त शिल्पकरों और कारीगरों द्वारा बनाये गए उत्पादों को बढ़ावा देना है।
“वोकल फॉर लोकल” को बढ़ावा देने के लिए स्कीम को चलाया जा रहा है। Hunar Haat में अल्पसंख्यक पारम्परिक शिल्पकारों और उद्यमियों द्वारा अपने हुनर का प्रदर्शन किया जाता है और अपने द्वारा बनाये गए उत्पादों से आमदनी कमाई जाती है।
इसका मुख्य उद्देश्य पारम्परिक संस्कृति और कला को बढ़ावा देना, उन्हें प्रमोट करना संरक्षित और सुरक्षित रखना है। हुनर हाट स्कीम को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा “स्वदेशी विरासत के ब्रांड एम्बेसडर” की संज्ञा दी है।
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हुनर हाट “उस्ताद स्कीम”
भारत अपने पारम्परिक कला के लिए दुनिया भर में मशहूर है इस पारम्परिक कला को सबके सामने लाने के लिए विभिन्न शिल्पकारियों,बुनकरों ,कारीगरों को अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा चलायी जा रही उस्ताद स्कीम (अपग्रेडिंग द स्किल एंड ट्रेनिंग इन ट्रेडिशनल आर्ट क्राफ्ट फॉर डेवलपमेंट) के तहत ट्रेनिंग दी जाती है जिसकी सहायता से वे अपने कार्य में दक्ष हो सकें और आमदनी कमा सकें।
इस योजना को अल्पसंख्यकों को रोजगार दिलाने और उनकी कला को बढ़ावा और संरक्षण देने के लिए चलाया जा रहा है जिसमे 30 से अधिक राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के शिल्पकार और कारीगरों के द्वारा बढ़-चढ़ कर भाग लिया गया ।
USTAAD स्कीम में इनके द्वारा बनाये गए उत्पादों का प्रर्दशन किया जाता है और अपने द्वारा बनाये गए विभिन्न उत्पादों को बेचकर आमदनी कमाई जाती है। गए उत्पादों को बेचा जाता है ।
अल्प्शंख्यक कारोबारियों को ध्यान में रखते हुए उनके उत्थान के लिए इसका आयोजन समय-समय पर किया जाता है ताकि अल्पसंख्यकों को इसका लाभ मिल सके। Hunar Haat में स्टॉल लगाने के लिए कोई खर्चा नहीं करना पड़ता और साथ ही साथ आने जाने का खर्चा सरकार द्वारा किया जाता है। पिछले वर्ष 2020 -21 में अलग अलग स्थानों में Hunar Haat के आयोजन लिस्ट को नीचे दिया गया है। –
हुनर हाट उस्तादों का बाजार
हुनर जिसका मतलब होता है किसी कला में पांरगत होना और “हाट” का मतलब है बाजार। इस प्रकार हुनरहाट का अर्थ यह हुआ की ऐसे लोग जो किसी परम्परागत कला में माहिर है उनके द्वारा बनाये गए उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराना है। Hunar Haat जो की देश के हर राज्य में रह रहे अल्पसंख्यकों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयोजित कराया जाता है। यह उनको वह बाजार उपलब्ध करता है जहां वे आसानी से अपने द्वारा बनाये गए प्रोडक्ट को आसानी से बेचकर उचित मुनाफा कमा सकते हैं और साथ ही साथ अपनी कला और संस्कृति का प्रचार प्रसार करके उसको संरक्षण प्रदान कर सकते हैं।
योजना | हुनर हाट |
लाभार्थी | अल्पसंख्यक शिल्पकार वर्ग |
आयोजन | अलग-अलग राज्यों ,केंद्रशासित प्रदेशों में |
थीम | वोकल फॉर लोकल |
उद्देश्य | परम्परागत कला का प्रचार प्रसार और संरक्षण करना ,अल्पसंख्यकों को रोजगार |
वेबसाइट | hunarhaat.org |
“Hunar Haat” रजिस्ट्रेशन प्रोसेस
यदि आप अल्पसंख्यक परम्परिक शिल्पकार है तो आपके लिए हुनर हाट किसी वरदान से कम नहीं है। अल्पसंख्यक वर्ग की कला और संस्कृति को संरक्षण देने और इसके उत्थान के लिए केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को चलाया गया है जिसमे आप भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।-
- सबसे पहले आपको hunarhaat.org की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके होम टैब में आपको क्लिक हियर फॉर रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन मिल जायेगा। आप एप्लीकेशन फॉर्म वाले ऑप्शन में जाकर भी हिंदी में अपना फॉर्म भर सकते हैं ।
- क्लिक हियर फॉर रजिस्ट्रेशन के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर हुनर हाट का ऑप्शन आएगा।
- रजिस्ट्रेशन फॉर हुनर हाट में आपको पूछी गयी जानकारियों को जैसे अपना नाम ,जन्मतिथि ,मोबाइल नंबर ,शिल्पकारी का नाम ,पता आदि सही-सही भरना होगा और सबमिट बटन पर क्लिक करके इसको जमा कर देना होगा।
- इस प्रकार आपका हुनर हाट में पंजीकरण पूरा हो जाएगा।
HUNAR HAATS के उद्देश्य –
- परम्परागत शिल्पकारों ,कारीगरों को उनके द्वारा बनाये गए उत्पादों को बेचने के लिए बड़े पैमाने पर बाजार उपलब्ध करना।
- ऐसे शिल्पकारों ,बुनकरों ,कारीगरों के कौशल के विकास में सहायता करना जो अपने परम्परागत पुश्तैनी कार्यों में लगे हुए हैं।
- अल्पसंख्यक शिल्पकारों ,बुनकरों ,कारीगरों को रोजगार मुहैया कराना।
- बड़े पैमाने पर परम्परागत कला को प्रोत्साहन देना ।
- आर्थिक रूप से शिल्पकारों,बुनकरों,कारीगरों को मजबूती प्रदान करना।
- देश के दूरदराज इलाकों के शिल्पकारों कारीगरों के परम्परागत ,पुश्तैनी कार्यों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में पहचान दिलाना।
- दस्तकारों ,कलाकारों, शिल्पकारों को ऐसा मंच उपलब्ध करना जिसके माध्यम से वह अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकें ।
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हुनर हाट लाभ –
हुनर हाट में कई सारे कारोबारी विभिन्न स्थानों से आकर अपने उत्पादों को बेचते हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमाते हैं यहाँ लोग इन परम्परागत शिपकारियों,बुनकरों ,कारीगरों के उत्पादों की प्रदर्शनी देखने आते हैं और जो भी उत्पाद उन्हें पसंद आता है वे खरीद लेते हैं।
USTAAD SCHEME से कहीं सारे युवा शिल्पकारों,दस्तकारों ,बुनकरों को उनके परम्परागत कला को अच्छी दिशा में आगे बढ़ाने का मौका मिला है और साथ ही साथ उनका कौशल विकास भी हुआ है। पिछले 5 सालों में 5 लाख से भी ज्यादा बुनकरों, शिल्पकारों और कारीगरों को हुनर हाट स्कीम के तहत रोजगार मिल चुका है।
अब होगी ऑनलाइन “हुनर हाट” शॉपिंग –
यदि आप ऑनलाइन शॉपिंग के दीवाने हैं और परम्परागत हस्तशिल्प से बने उत्पाद खरीदना चाहते हैं तो आप hunarhaat.org की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन ई -हाट वाले ऑप्शन पर जाकर अपने मनपसंद प्रोडक्ट को खरीद सकते हैं। यहाँ आपको कपड़ों से लेकर फुटवियर और डेकोरेटिव आइटम मिल जाएंगे।
हुनर हाट से जुड़े कुछ सवाल/जबाब
वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए स्कीम को चलाया जा रहा है। हुनर हाट में अल्पसंख्यक पारम्परिक शिल्पकारों और उद्यमियों द्वारा अपने हुनर का प्रदर्शन किया जाता है और अपने द्वारा बनाये गए उत्पादों से आमदनी कमाई जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य पारम्परिक संस्कृति और कला को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाना ,उन्हें प्रमोट करना संरक्षित और सुरक्षित रखना है
केंद्र सरकार द्वारा उस्ताद योजना (अपग्रेडिंग द स्किल्स एंड ट्रेनिंग इन ट्रेडिशनल आर्ट्स क्राफ्ट्स फॉर डवलपमेंट)(USTTAD) स्कीम को चलाया गया है जिसका उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के पारंपरिक कला राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाने के सम्बन्ध में उनके कौशल विकास के लिए इस योजना को शुरू किया गया है। इस स्कीम से हस्तशिल्पकार बुनकर और कारीगरों को प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वे अपने उत्पादों को हुनर हाट में बेचकर और अच्छा मुनाफा ले सकें।
अल्पसंख्यक शिल्पकार बुनकर,कारीगर अपने बनाये हुए उत्पादों को हुनर हाट में आसानी से पंजीकरण करके बेच सकते हैं।
hunarhaat.org की वेबसाइट पर क्लिक हियर फॉर रजिस्ट्रेशन वाले ऑप्शन में जाकर फॉर्म भर सकते हैं।