हरियाणा सरकार द्वारा राज्य में नष्ट हो रहे पेड़ों को बचाने व उन्हें संरक्षित रखने के लिए हरियाणा प्राण वायु देवता योजना की शुरुआत की है।
इस योजना के माध्यम से राज्य में लुप्त हो रहे पेड़-पौधे और वनस्पति की रक्षा करने के लिए लोगों को पेड़ों के प्रति प्रोत्साहित किया जायेगा और पेड़ों की कटाई पर रोक लगाया जायेगा। हरियाणा राज्य में अधिक जनसंख्या होने से प्रतिदिन प्रदूषण बढ़ रहा है, जो सभी जीव-जंतु और मनुष्य के लिए हानिकारक है।
ऐसे में पेड़ों की रक्षा करना हम सब का कर्तव्य है। तो आइये जानते है हरियाणा प्राण वायु देवता योजना 2023 क्या है? और योजना में आवेदन कैसे करें। योजना से जुड़ी सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए हमारे आर्टिकल को विस्तारपूर्वक अंत तक पढ़े।
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हरियाणा प्राण वायु देवता योजना 2023
हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी के द्वारा प्राण वायु देवता योजना का शुभारंभ हुआ है। सरकार ने घोषणा की है कि इस योजना के अंतर्गत उन पेड़ों को शामिल किया जायेगा। जिनकी उम्र 75 या उससे अधिक है।
जिनके द्वारा जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन, भोजन, पानी और छाया मिली है। अब उनकी देखभाल करने के लिए स्थानीय को शामिल किया जाएगा और एक साथ मिलकर पेड़ों के प्रति जागरूपता फैलाई जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत पुराने पेड़ों की पहचान करने के लिए राज्य में 5 एकड़ से लेकर 100 एकड़ की जमीन पर ऑक्सी फॉरेस्ट की टीम लगाए जाएगी।
स्थानीय लोगों को 75 साल पुराने पेड़ों की रक्षा करने एवं अधिक से अधिक लोगों को पेड़ों के प्रति जागरूप करने के लिए सरकार द्वारा 2500 रूपये प्रति वर्ष पेंशन के रूप दिए जाएंगे। इसके अलावा किसानों का कल्याण करने के लिए सरकार ने कृषि यंत्र अनुदान योजना के माध्यम से कृषि यंत्र खरीदने वाले सभी किसानों को 80% अनुदान दिया जाएगा।
Highlights Key Haryana Pran Vayu Devta Yojana
योजना का नाम | हरियाणा प्राण वायु देवता योजना |
वर्ष | 2023 |
योजना का आरम्भ | राज्य सरकार द्वारा |
लाभ | पुराने पेड़ों की रक्षा करने हेतु प्रति वर्ष 2500 रुपए सहायता |
लाभार्थी | राज्य के सभी नागरिक |
उद्देश्य | 75 वर्ष पुराने पेड़ों को बढ़ावा देना और उनकी रक्षा करना |
आवेदन | ऑफलाइन |
Haryana Pran Vayu Devta Yojana के लिए पात्रता
- इस योजना का लाभ लेने के लिए केवल हरियाणा राज्य के नागरिक आवेदन कर सकते है।
- प्राण वायु देवता योजना का लाभ सिर्फ उन नागरिक को दिया जाएगा जिसके पास 75 साल पुराना पेड़ है।
हरियाणा प्राण वायु देवता योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- भूमि सम्बंधित महत्वपूर्ण कागज
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
हरियाणा प्राण वायु देवता योजना के तहत आवेदन ऐसे करें
- यदि आवेदक के पास 75 साल पुराना कोई पेड़ है तो उसे सबसे पहले अपने क्षेत्र के नजदीकी वन विभाग ऑफिस में जाना होगा।
- वहाँ जाने के बाद विभाग के अधिकारी से प्राण वायु देवता योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त कर लेना है।
- आवेदन फॉर्म को लेने के बाद पूछी गई सभी जानकारी को सही से फॉर्म में भर लेना है। अब मांगे गए सभी दस्तावेज को फॉर्म के साथ अटैक कर लेना है।
- इसके बाद आपके सभी दस्तावेजों की जाँच होगी। सही जाँच होने के बाद आपको इस योजना का लाभ मिल पायेगा।
- इस प्रकार से आपका हरियाणा प्राण वायु देवता योजना में सरलतापूर्वक आवेदन हो जाएगा।
Haryana Pran Vayu Devta Yojana का उद्देश्य
हम सब जानते है कि पृथ्वी पर मौजूद सभी प्राणियों को जीवित रहने के लिए हवा की आवश्यकता होती है और ये हवा हमें पेड़ों से मिलती है। जीवित करने के लिए पेड़ों का होना बेहद जरुरी है। इसलिए सरकार ने 75 वर्ष पुराने पेड़ों को रक्षा व सेवा करने के लिए स्थानीय नागरिकों को रखा जाएगा।
ये कार्य करने के लिए उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में प्रति वर्ष 2500 रुपए प्रदान किए जाएंगे। ऐसा करने से पेड़ों की कटाई पर रोक लग जाएगा। राज्य में चारों तरफ हरियाली होने से वातावरण स्वच्छ रहेगा। और प्रदूषण की समस्या से निजात मिलेगा।
Haryana Pran Vayu Devta Yojana के तहत करनाल में ऑक्सी वैन
- पंचवटी (पांच पेड़)
- स्मरण वन (यादों का जंगल)
- सुगंध सुवास / सुगंध वन (सुगंध का वन)
- चित वन (सौंदर्य का वन)
- पाखी वन (पक्षियों का जंगल)
- आरोग्य वन (उपचार/हर्बल वन)
- नीर वन (झरनों का जंगल)
- अंतरिक्ष वन (राशि चक्रों का वन)
- तपो वन (ध्यान का वन)
- ऋषि वन (सप्त ऋषि)
हरियाणा प्राण वायु देवता योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- इस योजना के माध्यम से पेड़ों की कटाई पर रोक लगेगा। पेड़ों को अधिक समय तक संरक्षित रखने के लिए व उनकी देखभाल करने के लिए नागरिकों को रखा जाएगा।
- योजना की सहायता से लोगों को पेड़ों के प्रति जागरूप करवाया जाएगा साथ ही उन्हें नए पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा।
- 75 वर्ष से अधिक वाले पेड़ों की देखभाल करने वाले नागरिक को आर्थिक सहायता के रूप में प्रति वर्ष 2500 की राशि प्रदान की जाएगी। इस राशि को सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
- इस योजना के अंतर्गत पेड़ों की देखभाल करने से बेरोजगार नागरिक को रोजगार प्राप्त होगा।
Haryana Pran Vayu Devta Yojana से सम्बंधित प्रश्नोत्तर-
राज्य में बढ़ रहे प्रदूषण को देखकर सरकार ने इस योजना के माध्यम से 75 साल पुराने पेड़ की रक्षा करने के लिए नागरिकों को जागरूप किया है। और जो लोग पेड़ों की रक्षा करेंगे उन्हें सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
योजना का मुख्य उद्देश्य पेड़ों की पर्यावरण संरक्षण में योगदान करने के लिए राज्य के छोटे किसान और गरीब लोगों को रोजगार ने जोड़ने के लिए प्रति वर्ष 2500 रुपए पेंशन के रूप में दिए जाएंगे। ऐसा करने से पेड़ों की कटाई पर रोक लगेगा और लोगों को रोजगार प्रदान होगा।
इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको अपने नजदीकी वन विभाग कार्यालय में जाना होगा।
राज्य में पुराने पेड़ों की देखभाल करने के लिए गरीब मजदूरों को रखा जाएगा जिन्हें काम के बदले में आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पर्यावरण संरक्षण में भरपूर योगदान मिलेगा।