शिक्षा तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जरुरी है की देश का हर क्षेत्र में शिक्षा के महत्त्व को समझा जाए। किसी भी देश का आने वाला भविष्य उस देश की शिक्षित नागरिकों पर निर्भर करती है। शिक्षा व्यवस्था को सही रूप से संचालित करने के लिए उसका समय समय पर निरीक्षण होना अति आवश्यक है। किसी भी देश का भविष्य तभी सुधरेगा जब वहां की शिक्षा व्यवस्था का उचित रूप से निरीक्षण किया जायेगा।
डीआईओएस के पद को इसी कारण बनाया गया है। यह एक ऐसा पद है जिसपर विराजित व्यक्ति अपने जिले में स्थित सभी स्कूलों का आकस्मिक रूप से निरीक्षण करता है। आज हम आपको इस लेख में DIOS Kaise Bane ,डीआईओएस बनने के लिए योग्यता और उम्र-सीमा क्या है ? पूरी जानकारी लेकर आये हैं तो चलिए जानते हैं DIOS के बारे में विस्तार से।
Table of Contents
आइये जानते हैं DIOS क्या होता है?
आपको बता दें की DIOS का पूरा नाम ‘District Inspector of School‘ होता है। जिसे हम हिंदी में ‘जिला विद्यालय निरीक्षक’ कहा जाता है। इनका कार्य अपने जिले में स्थित समस्त स्कूलों में जाकर वहाँ का निरीक्षण (checking) करना है। डीआईओएस प्रत्येक जिले /जनपद में माध्यमिक शिक्षा विभाग का उच्च अधिकारी होता है।
यह जिले के माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिए एक उच्च पद होता है। यह प्रशासनिक कार्यों से सम्बंधित ग्रुप बी यानी राजपत्रित अधिकारी का पद है।इसके साथ ही साथ जिला विद्यालय निरीक्षक स्कूल में होने वाली परीक्षाओं की व्यवस्था को पूरा करने के लिए स्कूल के मैनेजमेंट को निर्देश देता है। साथ ही साथ स्कूल द्वारा की जाने वाली व्यवस्था का बारीकी से जायजा भी लेता है।
जिला विद्यालय निरीक्षक का कार्य
- डीआईओएस द्वारा निरीक्षण के समय यदि किसी भी स्कूल में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पायी जाती है तो जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उस गड़बड़ी में सुधार लाने हेतु स्कूल मैनेजमेंट को जरूरी निर्देश दिए जाते हैं।
- स्कूलों और कॉलेजों के शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के कर्तव्यों का निरीक्षण करना।
- जिला विद्यालय निरीक्षक जिले का शिक्षा अधिकारी होता है वह कक्षा 6 से 12 तक के माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों की शैक्षिक योग्यता हेतु हर संभव प्रयास करता है।
- हर महीने DIOS द्वारा स्कूल का निरीक्षण किया जाता है निरीक्षण कर जरुरी जानकारी को जमा कर संयुक्त शिक्षा निदेशक को इसकी रिपोर्ट भेजता है।
- कार्यालय के सहायक लेखा अधिकारी, लेखाकार ,पुस्तकालय अध्यक्ष ,वरिष्ठ सहायक ,वरिष्ठ लिपिक और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के माध्यम से शासन द्वारा संचालित कार्यक्रम का सञ्चालन और उसका निरीक्षण करता है।
- अपने अधीन कार्य करने वाले कर्मचारियों के कार्यों का हर दिन या माह में एक बार निरीक्षण और उनका मार्गदर्शन करता है।
- शासन के द्वारा प्राथमिकता के आधार पर दी गयी योजनाओं को पूरा करने के लिए विभाग के सम्बंधित अधिकारीयों को निर्देश देता है।
- समस्त सूचनाओं को अधिकारीयों को भिजवाता है और जरुरत पड़ने पर मिडिया द्वारा प्रचार -प्रसार करवाता है।
जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) कैसे बनें
डीआईओएस पद के लिए आपको राज्य लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित कराई जाने वाली परीक्षा में उपस्थित होना पड़ता है। यह पद भी PCS लेवल का होता है। यह पीसीएस की परीक्षा पास करने के बाद ही इस पद को प्राप्त किया जा सकता है।
इसमें पहले आपको प्री परीक्षा देनी होती है जिसमे पास हेने के बाद मुख्य परीक्षा देनी होती है इसमें यदि आप पास हो जाते हैं तो अंत में आपको इंटरव्यू के लिए जाना होता है यह क्लियर कर लेने के बाद ही आपका चयन DIOS पद के लिए होता है।
डीआईओएस बनने के लिए योग्यता
- डीआईओएस का चयन राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से किया जाता है।
- जिला विद्यालय निरीक्षक का पद भी पीसीएस लेवल का ही होता है। पीसीएस की परीक्षा पास करने के बाद आप इस पोस्ट को प्राप्त कर सकते हैं।
- आयु सीमा –District Inspector of School पद हेतु उम्मीदवार की आयु 21 से 40 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। आरक्षित वर्गों को नियमानुसार छूट का प्रावधान है। यह अलग अलग राज्यों में अलग अलग है।
- जिला विद्यालय निरीक्षक बनने के लिए आवेदक व्यक्ति को किसिस भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से किसी भी विषय में स्नातक /ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए।
- इस पद को प्राप्त करने वाले व्यक्ति को किसी भी प्रकार की शारीरिक तथा मानसिक बिमारी नहीं होनी चाहिए साथ ही साथ उसे कलर ब्लाइंडनेस की शिकायत नहीं होनी चाहिए।
चयन प्रक्रिया (DIOS Selection Process)
वह सभी उम्मीदवार जो District Inspector of School का पद हासिल करना चाहते हैं उन्हें इस परीक्षा को पास करना आवश्यक होता है। उम्मीदवार को इस पद के लिए राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित कराई जाने वाली पीसीएस की परीक्षा में उपस्थित होना पड़ता है और इस परीक्षा को पास करना होता है। PCS की परीक्षा कुल 3 चरणों पूरी होती है।
- प्री परीक्षा
- मुख्य परीक्षा
- साक्षात्कार (इंटरव्यू )
इस पोस्ट के लिए इच्छुक व्यक्ति को सबसे पहले प्री परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा के परिणाम आ जाने के बाद यदि आप पास हो जाते हैं तो आपको मुख्य परीक्षा में शामिल होना होता है इस परीक्षा को भी आपको पास करना आवश्यक है।
मुख्य एग्जाम में यदि आप सफल हो जाते हैं तो अब आगे की प्रक्रिया के लिए आपको इंटरव्यू प्रोसेस से गुजरना होता है यह अंतिम चरण होता है। इसमें पास हो जाने के बाद सफल अभ्यर्थियों का साहयण डीआईओएस के पद के लिए हो जाता है।
Preparation Books List for DIOS
यदि आप भी जिला विद्यालय निरीक्षक की पोस्ट के लिए तैयारी करना चाहते हैं तो आप नीचे दी गयी पुस्तकों की सहायता ले सकते हैं –
- Objective Arithmetic by S.L. Gulati• Indian Economy & Performance and Policies By Uma Kapila.
- NPSC DEO (District Educational Officer) Preliminary Exam General Studies Book.
- Bipin Chandra’s India Since Independence
- India’s Struggle for Independence by Bipin Chandra.
- Non-Verbal Reasoning by Prabhat Javed.
DIOS Kaise Bane से सम्बंधित अकसर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) –
DIOS का full form District Inspector of School है।
इसे हिंदी में जिला विद्यालय निरीक्षक नाम से जाना जाता है।
जिला विद्यालय निरीक्षक को 45000-52000 रुपए तक की सेलरी मिलती है।
आपके पास जिला विद्यालय निरीक्षक पद की परीक्षा देने हेतु स्नातक /ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए।