अब हर घर को मिलेगा डिजिटल एड्रेस। जी हाँ सरकार द्वारा जल्द ही देश के सभी पतों के लिए (DAC) यानि डिजिटल एड्रेस कोड जारी किया जायेगा। अब आपके घर का भी यूनीक कोड जारी होने वाला है। अब आपको किसी भी व्यक्ति को घर का पता देने के लिए अपना यह Digital Address Codes देना होगा। सभी पतों (Address) के लिए डिजिटल एड्रेस कोड (Digital Address Codes) जारी करने के लिए सरकार द्वारा सबसे पहले हर पते यानी Address को वेरिफाई किया जायेगा।
Digital Address Codes की जिम्मेदारी भारत सरकार ने डाक विभाग को दिए है। डाक विभाग द्वारा इस कार्य को किया जायेगा। आप कैसे इस डिजिटल एड्रेस कोड का लाभ लें सकेंगे तथा डिजिटल एड्रेस कोड कैसे जारी होंगे? सभी की जानकारी आपको आज इस आर्टिकल में दी जाएगी। डिजिटल एड्रेस कोड की पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल पूरा जरूर पढ़ें।
Table of Contents
क्या है Digital Address Codes?
भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा डिजिटल एड्रेस कोड (DAC) बनाया जायेगा। हाल ही में डिजिटल एड्रेस की दिशा में कार्य करने के लिए डाक विभाग ने इस प्रस्ताव पर सभी स्टेकहोल्डर्स के सुझाव मांगे थे जिस पर डाक विभाग द्वारा ड्राफ्ट रिसर्च पेपर को जारी किया गया था।
सरकार द्वारा देश के सभी कार्यालय या आवासीय पतों के लिए एक digital unique code बनाया जा रहा है। यह Digital Address Code 12 अंकों का एक यूनीक कोड है जो हर पते के लिए अलग -अलग होगा। सरकार द्वारा डिजिटल एड्रेस कोड को हर Address को वेरिफाई कर लेने के बाद ही जारी किया जायेगा। यह यूनीक कोड व्यक्ति के पते के स्थान पर online delivery से लेकर address verification के लिए ई-पते के रूप में कार्य करेगा। देश के करीब 75 करोड़ एड्रेस के लिए 12 Digit का digital address code जारी करने का प्रस्ताव रखा जा चुका है।
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Key Highlights of Digital Address Code
आर्टिकल का नाम | डिजिटल एड्रेस कोड कैसे जारी होंगे? Digital Address Codes ke Fayade |
DAC का पूरा नाम | Digital Address Codes |
Digital Address Codes जारी किया जायेगा | डाक विभाग संचार मंत्रालय ,भारत सरकार |
डाक विभाग हेल्पलाइन नंबर | 18002666868 |
Digital Address Codes के अंक | 12 |
डाक विभाग की आधिकारिक वेबसाइट | indiapost.gov.in |
डिजिटल एड्रेस कोड की जरुरत क्यों ?
आमतौर पर आधार को ही आपके एड्रेस प्रूफ के तौर पर प्रयोग में लाया जाता है। लेकिन आधार पर मौजूद एड्रेस /पता डिजिटल रूप से प्रमाणित नहीं किया जा सकता है। सभी एड्रेस प्रूफ दस्तावेजों के साथ में यही कमी देखने को मिलती है। किसी एड्रेस या पते को डिजिटल रूप से प्रमाणित करने के लिए उस एड्रेस को digital location से लिंक होना चाहिए।
किसी delivery app या ई -कॉमर्स प्लेटफार्म पर जब भी आप अपना पता लिखते हैं तो आपको अपने राज्य ,शहर ,और अपने पिनकोड को लिखना होता है। लेकिन कई बार इस एड्रेस को ट्रैक करते समय डिलीवरी वाला भटक जाता है। अब आपको Digital Address Codes की सहायता से अपने लंबे -चौड़े एड्रेस को लिखने की आवश्यकता नहीं होगी। अब ऑनलाइन डिलीवरी से लेकर आपको एड्रेस वेरिफिकेशन के लिए सिर्फ 12 अंकों के डिजिटल एड्रेस कोड (DAC) की आवश्यकता होगी।
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Digital Address Codes ke Fayade
डिजिटल एड्रेस कोड के कई लाभ हैं इस Digital Address Codes से आपको निम्नलिखित लाभ प्राप्त होंगे –
- Digital Address Codes को लागू करने के लिए वन नेशन वैन एड्रेस योजना को भी जल्द अमल में लाया जा सकेगा।
- डिजिटल एड्रेस कोड आपके घर का एक यूनिक एड्रेस होगा।
- नकली पते से ऑनलाइन होने वाले फ्रॉड को रोका जा सकेगा।
- प्रत्येक व्यक्ति के लिए अपने पते को ट्रैक करना आसान हो जायेगा।
- यदि आप ऑनलाइन कोई भी सामान खरीद रहे हैं तो उसकी सही जगह पर डिलीवरी हो पायेगी।
- बैंकिंग, टेलिकॉम, इंश्योरेंस सेक्टर के लिए पते का वेरिफिकेशन करना आसान हो सकेगा।
- डिजिटल एड्रेस कोड का प्रतिनिधित्व करने वाले जियो स्पेशल को ऑर्डिनेट्स से जोड़ा जाएगा।
- सटीक एड्रेस मिलेगा।
- DAC online authentication के साथ ही Aadhaar authentication से आप आसानी से digital EKYC की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।
- सरकारी योजनाओं का वितरण और उन्हें लागू करना आसान हो जायेगा।
- Digital Address Code की मदद से QR Code scan करके आपके घर की सटीक location ढूंढ कर आसानी से निकाल सकते हैं।
DAC डिजिटल एड्रेस कोड की विशेषताएं
- डीएसी (11 अंकों प्लस एक चेक सहित) 12 अंकों का एक unique code होगा जो अलग-अलग पते/आवास के लिए अलग -अलग होगा।
- Digital Address Codes की सहायता से आपको Address online authentication किया जा सकेगा।
- DAC एक unique code है जो हर व्यक्ति के घर या कार्यालय आदि के लिए जारी होगा।
- यह एड्रेस का unique code है जो हर घर को अलग पहचान देगा।
- Digital Address Code को बनाने के लिए देश के हर घर के पते को पहले वेरिफाई किया जाएगा।
- पते को आइडेंटिफाइ करने के उपरांत उसे geospatial coordinates से लिंक किया जायेगा।
- डीएसी कोड को टाइप कर या इसे आप QR Code की तरह स्कैन कर किसी घर की सही location जान पाएंगे।
- DAC की सहायता से आप Digital Map भी देख सकेंगें।
- Digital Address Code हर पते के लिए स्थायी होगा।
कितने डिजिट का होगा Digital Address Code?
एक अनुमान के अनुसार भारत में व्यवसायी और गैर-आवासीय पते की कुल संख्या 75 करोड़ है। डाक विभाग के अनुसार यदि व्यवसायी और गैर-आवासीय पते को छोड़ दिया जाये तो देश में करीबन 35 करोड़ घर वर्तमान समय में हैं। शुरुआत में Digital Address Code के लिए 11 digit + 1 चेक डिजिट यानी की कुल 12 डिजिट कोड का प्रस्ताव है।
डीएसी कोड कैसे काम करता है ?
आप डिजिटल एड्रेस कोड की सहायता से किसी घर की सही सही लोकेशन जान सकेंगे। DAC Code को टाइप कर या क्यूआर कोड की तरह इसे आप स्कैन कर सकते हैं और सटीक लोकेशन जान सकते हैं। अब आपको डीएसी कोड के आ जाने के बाद किसी भी कार्य के लिए अपना एड्रेस फीड नहीं करना होगा न ही आपको अपने पिन को डालना होगा क्योंकि Digital Address Code से आप आसानी से अपने पते को डिजिटल रूप में डाल सकते हैं जिससे इस पते को कोड की सहायता से ट्रैक करना आसान हो जाता है।
डिजिटल एड्रेस कोड कैसे जारी होंगे? | डिजिटल एड्रेस कोड से सम्बंधित सवाल जबाब –
DAC का पूरा नाम क्या है ?
DAC का पूरा नाम डिजिटल एड्रेस कोड है।
Digital Address Code कितने अंकों का होता है ?
Digital Address Code 12 अंकों का होता है।
डिजिटल एड्रेस कोड को किसके द्वारा शुरू किया जा रहा है ?
डाक विभाग द्वारा Digital Address Code को हर घर के पते के लिए जारी किया जायेगा
क्या हर घर के एड्रेस के लिए Digital Address Code (DAC) अलग- अलग होगा ?
जी हाँ ! हर घर के एड्रेस के लिए Digital Address Code (DAC) अलग- अलग होगा।
डीएसी कोड क्या है ?.
डीएसी कोड Aadhaar Link Unique Code है जो की कुल 12 अंकों होगा।
DAC CODE के क्या फायदे हैं ?
DAC कोड से Online Address Verification आसानी से किया जा सकेगा। इतना ही नहीं आप बैंकिंग, Bima, टेलिकॉम के लिए E-KYC आसान हो जाएगी। ई-कॉमर्स जैसी सेवा के लिए तो यह बहुत ही फायेदेमंद होगा।