केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और वेंकैया नायडु द्वारा दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना को शुरू किया गया। इसकी शुरुवात इन्होने 25 सितंबर 2014 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 98वी जयंती के उपलक्ष्य में किया। यह राष्ट्रीय मिशन योजना का एक भाग है। कौशल विकास और उधमिता एवं आजीविका विभाग (Skill Development and Entrepreneurship and Livelihood Department) द्वारा इसका संचालन किया जाता है।
जिन नागरिको की आयु 18 से 35 साल वह इसका आवेदन कर सकते है। इसमें 1500 युवाओ को ट्रेनिंग दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत देश के नागरिक युवा लोगो को अपनी इच्छा और पसंद के अनुसार ट्रेनिंग मिलेगी और जब उनका प्रशिक्षण पूरा हो जायेगा और वह अच्छे से सीख जायेंगे तब उन्हें सरकार उसी क्षेत्र में नौकरी ऑफर(मुहैया) की जाती है
जिससे उसे एक रोजगार प्राप्त हो सके और वह स्वयं से सशक्त और आत्मनिर्भर बन पाएं। अगर आप भी इसका आवेदन करना चाहते है तो आप को कही भी इधर उधर भटकने की आवश्यकता नहीं अब आप आसानी से ऑनलाइन माध्यम द्वारा अपने कंप्यूटर या मोबाइल से इसका एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते है इसके लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट ddugky.gov.in पर जाना होगा।
इसके अंतर्गत कुल 5 जिलों को सेलेक्ट किया गया है जो की इस प्रकार से है: बरनाला, संगरूर, फाजिल्का, भटिंडा, मानसा। दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना हेतू पहले बैच की शुरुवात धौला के ट्रिडेंट कंपनी की तक्षिला कैंपस में हुआ जिसमे सभी युवाओ को रहने के लिए होस्टल्स, खाना, और कपडे उपलब्ध करवाए गए।
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दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना 2023
इस योजना का विजन देश के ऐसे गरीब परिवार को आर्थिक रूप से आजाद और स्वतंत्र करना है और विश्व स्तर पर योग्य व उचित कार्य करना जिससे उनका भविष्य अच्छा बन सके और उनकी स्थिति पे सुधार भी आ सके। योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग के साथ साथ ट्रेनिंग पूरी होने पर एक सर्टिफिकेट दिया जाता है जिसके चलते युवा पीढ़ी को नौकरी मिल सके यह प्रमाण पत्र उनके लिए बहुत ही उपयोगी है। इससे सम्बंधित जानकारी जैसे: योजना का उद्देश्य, योजना से मिलने वाले लाभ एवं विशेषताएं, पात्रता क्या होगी, महत्वपूर्ण डाक्यूमेंट्स, योजना हेतू आवेदन करने की प्रक्रिया आदि जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़े।
Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana 2023 highlights
योजना नाम | दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना |
के द्वारा | श्री नितिन गडकरी और वेंकैया नायडु जी |
योजना आरंभ तिथि | 25 सितंबर 2014 |
उद्देश्य | गांव में रह रहे लोगो को ट्रेनिंग प्रदान करके रोजगार देना |
लाभ लेने वाले | ग्रामीण क्षेत्र के युवा |
श्रेणी | केंद्र सरकारी योजना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन मोड |
आधिकारिक वेबसाइट | ddugky.gov.in |
अपडेट – वर्तमान में दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अंतर्गत अभी तक 11,13,639 युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चूका है। जिनमें से 6,50,513 को नौकरी या रोजगार भी मिल चुका है। 8,42,462 लोगों का मूल्यांकन हो चूका है और साथ ही 6,55,013 लोगों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया है। आपकी जानकारी हेतु बता दें की मार्च 2023 तक 26,85,763 युवाओं को प्रशिक्षित करने व रोजगार दिलाने का टारगेट रखा गया है।
5 अप्रैल 2021 से 11 अप्रैल 2021 के बीच एलुमिनाई मीट का आयोजन किया गया जिसमे सभी पूर्व छात्रों द्वारा इस योजना के तहत आये नए छात्रों से अपने अनुभव साझा किये गए। उन्होंने प्रशिक्षण और उसके बाद प्लेसमेंट के पूर्व आने वाले चुनौतियों और समस्याओं के बारे में जानकारी को साझा किया साथ ही अन्य उपयोगी अनुभव और सलाह भी दी। अमृत महोत्सव समारोह नाम से पूरे देश में कुल 119 मीट आयोजित किये गए। यह एलुमिनाई मीट व्यक्तिगत एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पी आई ए सेंटर पर आयोजित किए गए।
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दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना का उद्देश्य
आज के समय में देश में विकास के साथ साथ बेरोजगारी ही बढ़ती जा रही है लोगो की आर्थिक स्थिति और अधिक ख़राब होती जा रही है। कोरोना महामारी के कारण देश में कई लोगो की नौकरियां तक चली गयी है, लोग घर के अंदर बैठने के लिए मजबूर हो गए है जिससे उनके परिवार में और तंगी आने लगी है। इस समस्या को खत्म करने के लिए इस योजना को आरंभ किया गया। जिससे शिक्षित ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे नागरिको को रोजगार प्रदान किया जाएं। इसी के चलते राज्य सरकार व केंद्र सरकार कई सारी योजनाएं जारी कर रही है जिससे नागरिको को पर्शिक्षण मिल सके और उन्हें नौकरी मिल सके और बेरोजगारी जड़ से ख़त्म हो सके।
योजना से मिलने वाले लाभ एवं विषेशताएं
योजना से मिलने वाले लाभ एवं विशेषताएं इस प्रकार से है:
- जो भी ग्रामीण बेरोजगार नागरिक है उन्हें अपने पसंद के क्षेत्र के अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगी।
- आवेदक ऑनलाइन माध्यम द्वारा इसका आवेदन कर सकते है।
- ऑनलाइन आवेदन से आवेदक के पैसे व समय दोनों की बचत होगी।
- केंद्र सरकार की तरफ से युवाओ को उनकी ट्रेनिंग का प्रणाम पत्र दिया जायेगा।
- दीनदयाल उपाध्याय कौशल योजना का आवेदन कोई भी कर सकता है इसके लिए केंद्र सरकार ने जगह जगह ट्रेनिंग सेंटर्स खुलवाएं है।
- इस योजना का लक्ष्य यही निर्धारित किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों से बेरोजगारी को हटाना ताकि गांव में रह रहे लोग भी रोजगार प्राप्त कर सके।
- सरकार हर राज्य में और अधिक ट्रेनिंग सेंटर्स खुलवाएगी।
- इसके अंतर्गत कुल 5 जिलों को सेलेक्ट किया गया है जो की इस प्रकार से है: बरनाला, संगरूर, फाजिल्का, भटिंडा, मानसा
- 1500 ग्रामीण बेरोजगार लोगो को इसके अंतर्गत प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।
- योजना के तहत 200 तरीके के कामों को दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत शामिल किया गया है।
- जब भी युवाओ का पर्शिक्षण पूरा हो जायेगा उसके बाद उन्हें एक सर्टिफिकेट दिया जायेगा जिसके माध्यम से उन्हें नौकरी मिलने में आसानी होगी
- ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे लोगो को रोजगार के बारे में जानकरी प्रदान करना।
- गांव में रह रहे बेरोजगार युवाओ के हुनर की पहचान करना।
- सरकार योजना के अंतर्गत गरीब बेरोजगार नागरिको व उनके माता-पिता को काउंसलिंग के जरिये योजना के बारे में जानकारी प्रदान करेगी।
पात्रता
अगर आप भी इसका आवेदन कारन चाहते है तो आपको इसकी पात्रता का पता होना बहुत जरुरी है हम आपको योजना से जुडी पात्रता के बारे में बताने जा रहे है पात्रता इस प्रकार से है:
- योजना का आवेदन करने के लिए आवेदक की आयु 18 से 35 साल होनी चाहिए।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे बेरोजगार युवा इसके पात्र समझे जायेंगे।
- दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना हेतू सभी राज्य के ग्रामीण बेरोजगार आवेदन कर सकते है।
आवश्यक दस्तावेज
योजना का आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज इस प्रकार से है:
आधार कार्ड | वोटर ID कार्ड | पैन कार्ड |
ड्राइविंग लाइसेंस | रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर | राशन कार्ड |
पासपोर्ट साइज फोटो(3 फोटो) | इनकम सर्टिफिकेट | आयु प्रमाणपत्र |
स्थायी निवास प्रमाण पत्र |
रोजगार सह मार्गदर्शन मेला (Deendayal Upadhya Gramin Koshal Yojana)
सरकार की यही कोशिश है कि वह अपने नागरिको को हर एक सुविधा प्रदान कर सके इसलिए वह आये दिन नयी-नयी योजनाओ को लागू कर रही है जिससे कोई भी नागरिक खली न बैठ सके। वह युवा जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहते है अकसर गांव में रहने की वजह पीछे रह जाते है लेकिन अब इस योजना के तहत अब लोगो को कौशल ट्रेनिंग दी जाएगी और जिस क्षेत्र में वह ट्रेनिंग ले रहे है उसमे उन्हें रोजगार दिया जायेगा। इसके लिए सरकार बेरोजगार युवाओं के अंदर छुपे गुणों को निखारेगी और उन्हें उसी क्षेत्र में प्रसिक्षित करेगी इसी लिए रोजगार सह मार्गदर्शन मेले का आयोजन करती है। रोजगार सह मार्गदर्शन मेले में ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक अपनी इच्छा से रोजगार को सेलेक्ट करते है
इसके अंतर्गत नागरिको को मुफ्त में कौशल पर्शिक्षण दिया जायेगा और अन्य रोजगार के माध्यम उत्त्पन्न किये जायेंगे अगर आप भी इसका आवेदन चाहते है तो आपको भी इसका रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। जीविका समहू की महिलाओ की मदद से नागरिको के गुणों की पहचान की जाएगी। इसके साथ साथ सभी को रहने के लिए हॉस्टल बाटें जायेंगे और ट्रेनिंग के समय कपडे, भोजन आदि की व्यवस्था की जाएगी
हिमायत फ्री प्लेसमेंट लिंक स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत सुविधा
वह लोग जो जम्मू और कश्मीर के निवासी है उन लोगो को इस प्रोग्राम के तहत ट्रेनिंग दी जाएगी। यह प्रोग्राम दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना का ही भाग है जिसके माध्यम से वहां के लोगो को अपनी इच्छा अनुसार रोजगार मिल पायेगा जिससे बेरोजगारी कम हो सकेगी। आपको बता देते है कौशल ट्रेनिंग उन लोगो को दी जाएगी जो अपने घरो में बैठे है और बेरोजगार है एवं उन लोगो को जिन्होंने अपनी पढाई किसी कारण छोड़ दी होगी। फ्री प्लेसमेंट लिंक स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत नागरिको को ट्रैवेलिंग(यात्रा) भत्ता दिया जायेगा यानि उनके आने जाने का खर्चा ट्रेनिंग प्रोग्राम द्वारा उठाया जाता है।
कौशल पर्शिक्षण के अंतर्गत जम्मू कश्मीर के युवाओ को स्किल, अंग्रेजी भाषा के बारे में जानकारी व IT(इन्फोर्मेटिन टेक्नोलॉजी) के बारे में जानकारी दी जाएगी जिससे युवाओ को एक अच्छा नौकरी का अवसर मिल सके और वह आत्मनिर्भर और स्वयं से मजबूत बन पाएं और अपने पैरो पर खड़े हो सके।
पंडित दीनदयाल योजना के अंतर्गत किये जाने वाले अन्य कार्य
- इस योजना के तहत ग्रामीण युवाओं की पहचान की जाएगी।
- इसके बाद सभी आर्थिक रूप से कमज़ोर युवाओं और उनके माता पिता की काउंसलिंग भी होगी। जिससे वो इसमें भाग लेने हेतु रूचि दिखाएं।
- ऐसे युवाओं की भी पहचान की जाएगी जो रोजगार की तलाश में हैं।
- ग्रामीण क्षेत्रों के सभी युवाओं और लोगों के बाइक इस योजना और रोजगार से सम्बंधित जागरूकता बढाई जाएगी।
- इसके बाद सभी युवाओं की योग्यता के अनुसार उनके कौशल विकास की गतिविधियों के लिए चयन किया जाएगा।
- रोज़गार के अवसर के अनुसार उनसे जुडी जानकारियां और विज़न उपलब्ध कराया जाएगा।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना हेतु आवेदन कैसे करें?
अगर आप भी योजना का ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है तो आप हमारे द्वारा दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें।
- दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना का आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
- यहाँ आपके सामने इस तरह का होम पेज खुल कर आ जायेगा।
- होम पेज पर आप न्यू रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- क्लिक करते ही आपके सामने पंजीकरण एप्लीकेशन फॉर्म खुल जायेगा।
- फॉर्म में आपको आपको अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भरना है।
- इसके बाद आपको फॉर्म में पूछी गयी जानकारी जैसे: अपना नाम, पता, राज्य, जिला, ईमेल ID, व्यक्तिगत पहचान, टेलीफोन, मोबाइल, उद्योग चुने, नौकरी की भूमिका चुने, और कैप्चा कोड को भर दें।
- अब आप सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक कर दें।
- जिसके बाद आपकी रेजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
DDU-GKY योजना से जुड़े प्रश्न/उत्तर
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग 18 दिसंबर 2020 से शुरू की जा चुकी है जिसके अंतर्गत नागरिको को ट्रेनिंग के पूरे होने के पश्चात रोजगार प्रदान किये जायेंगे। ट्रिडेंट कंपनी इस योजना के अंतर्गत 1500 लोगो को ट्रेनिंग प्रदान करेगी जो की तक्षिला कैंपस में किया गया।
योजना की शुरुवात 25 सितंबर 2014 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 98वी जयंती के उपलक्ष्य में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और वेंकैया नायडु द्वारा की गयी।
DDU-GKY योजना का संचालन कौशल विकास और उधमिता एवं आजीविका विभाग द्वारा किया जाता है।
योजना का आवेदन करने के लिए आवेदक की आयु 18 से 35 वर्ष होनी चाहिए और इसके अलावा सभी पात्रता को हमने आर्टिकल में बता दिया है और अन्य पात्रता जानने के लिए आर्टिकल को पढ़े।
जी हाँ, योजना के अंदर सभी राज्य के ग्रामीण लोग आवेदन कर सकते है और इसका लाभ प्राप्त कर सकते है।
आवेदन करने के लिए आपके पास आधार कार्ड, पहचान पत्र जैसे वोटर ID कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, 3 पासपोर्ट साइज फोटो, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, आयु प्रमाण पत्र, मूलनिवास प्रमाणपत्र, आय प्रमाण पत्र आदि डाक्यूमेंट्स होने चाहिए।
केंद्र सरकार योजना के अंतर्गत 1500 ग्रामीण बेरोजगार युवाओ को ट्रेनिंग देती है जिसमे वह स्वयं से अपनी इच्छा अनुसार काम करने के क्षेत्र को चुन सकते है जिसके बाद उन्हें उसी फील्ड में रोजगार दिया जाता है और जब ट्रेनिंग पूरी हो जाती है तब सरकार उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान करती है जिससे वह कही और जाकर भी आसानी से नौकरी प्राप्त कर सकते है।
DDU-GKY योजना का उद्देश्य देश के नागरिक युवा लोगो को अपनी इच्छा और पसंद के अनुसार ट्रेनिंग मिलेगी और जब उनका पर्शिक्षण पूरा हो जायेगा और वह अच्छे से सीख जायेंगे तब उन्हें सरकार उसी क्षेत्र में नौकरी ऑफर(मुहैया) की जाती है जिससे उसे एक रोजगार प्राप्त हो सके और वह स्वयं से सशक्त और आत्मनिर्भर बन पाएं।
योजना का आवेदन आप ऑनलाइन माध्यम से अपने मोबाइल व कंप्यूटर द्वारा कर सकते है इसके लिए आपको आधिकारिक वेबिस्ते पर जाकर आवेदन करना होगा।
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना हेतू पहले बैच की शुरुवात धौला के ट्रिडेंट कंपनी की तक्षिला कैंपस में हुआ जिसमे सभी युवाओ को रहने के लिए होस्टल्स, खाना, और कपडे उपलब्ध करवाए गए। इसके तहत कुल 5 जिलों को सेलेक्ट किया गया है जो की इस प्रकार से है: बरनाला, संगरूर, फाजिल्का, भटिंडा, मानसा।
हेल्पलाइन नंबर
अगर आपको योजना से सम्बंधित किसी भी प्रकार के सवाल हो या कोई जानकारी जाननी होगी तो आप दी गयी टेलीफोन डायरीज पर जाकर दिए गए नंबर्स पर कॉल करके अपनी परेशानी बता सकते है।
टेलीफोन नंबर्स | यहाँ देखें |
पता | रूरल स्किल्स डिवीज़न, मिनिस्ट्री ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, 7th Floor, NDCC-II Building, जय सिंह रोड, New Delhi-110001 |
ऑफिस समय | सुबह 9.30 से श्याम 5.30 |
हमने अपने आर्टिकल में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना से सम्बंधित सभी जानकारियों को बता दिया है यदि आपको जानकारी पसंद आयी हो तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको इससे सम्बंधित कुक भी जानकारी जाननी है तो आप हमे मैसेज बॉक्स में मैसेज कर सकते है हमारी टीम आपके सभी सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेगी।