नीति आयोग जिसे पूर्व में ‘योजना आयोग’ (Planning Commission) के नाम से जाना जाता था,यह भारत सरकार द्वारा गठित एक नया संस्थान है जिसका पूरा नाम ‘राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान’ (National Institute for Transformation of India) है।
NITI Aayog को योजना आयोग के स्थान पर बनाया गया है। इसका कार्य सरकार के लिए एक थिंक टैंक के रूम में सेवाएं प्रदान करना है। राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान यानी नीति आयोग सरकार को निर्देशात्मक और नीतिगत गतिशीलता प्रदान करती है। 1 जनवरी 2015 को भारत सरकार के कार्यकारी आदेश के तहत नीति आयोग की स्थापना की गयी थी।
यह भारत सरकार के थिंक टैंक के तौर पर गठित किया गया है। भारत का प्रधानमंत्री नीति आयोग एक पदेन अध्यक्ष होता है। आइये जानते हैं नीति आयोग (NITI Aayog in hindi) क्या होता है और इसके कार्य और उद्देश्य क्या है सभी के बारे में विस्तार से।
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नीति आयोग क्या है ?
भारत सरकार के थिंक टैंक के तौर पर नीति आयोग का गठन 1 जनवरी 2015 को किया गया था। NITI Aayog सरकार के कार्यकारी आदेश के तहत स्थापित किया गया है जिसका पदेन अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है।
अध्यक्ष के अलावा इस आयोग में एक उपाध्यक्ष और एक कार्यकारी अधिकारी होता है जिनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है। सरकारी संघवाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नीति आयोग में एक शासी परिषद् को भी शामिल किया गया है जिसकी अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री जी द्वारा की जाती है।
NITI Aayog in hindi overview
आर्टिकल का नाम | नीति आयोग क्या है? निति आयोग के कार्य और उद्देश्य क्या हैं? |
नीति आयोग का पुराना नाम | योजना आयोग |
योजना आयोग का गठन | 15 मार्च, 1950 |
नीति आयोग का गठन | 1 जनवरी 2015 |
नीति आयोग मुख्यालय | नई दिल्ली |
अध्यक्ष (चेयरपर्सन) | नरेंद्र मोदी |
नीति आयोग वेबसाइट | niti.gov.in |
योजना आयोग (Planning Commission) का गठन
योजना आयोग’ (Planning Commission) का गठन 15 मार्च, 1950 को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में किया गया था। योजना आयोग का गठन भारत सरकार ने एक कार्यकारी आदेश के माध्यम से किया था।
नीति आयोग के उद्देश्य (Objectives of NITI Aayog)
- National Institute for Transforming India (NITI) आयोग के विभिन्न उदेश्यों में भारत के कृषि क्षेत्रों का विकास शामिल है।
- देश में खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लाना और कृषि उत्पादकता के स्तर को अधिक से अधिक बढ़ाना।
- समाज में उन वर्गों पर विशेष ध्यान देना जो आर्थिक रूप से पिछड़े हैं। ऐसे वर्ग को आर्थिक प्रगति से पर्याप्त रूप से लाभ प्रदान करना है।
- देश में ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं को बनाने और उन योजनाओं के लिए तंत्र विकसित करना है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों में आर्थिक रणनीति और नीतियों को शामिल करना।
- राष्ट्रीय ,अंतर्राष्ट्रीय टिंक टैंक जैसे शैक्षिक और नीति अनुसंधान संस्थानों के मध्य भागीदारी को प्रत्साहित करना।
- विकास एजेंडा के सञ्चालन में तेजी लाने हेतु अंतर -विभागीय और अंतर् क्षेत्रीय मुद्दों के समाधान के लिए निति आयोग एक मंच प्रदान करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय चिकित्सकों ,विशेषज्ञों और अन्य भागीदारों के सहयोग से उद्यमशीलता,ज्ञान ,नवाचार की सहायता प्रणाली का विकास करना।
नीति आयोग के कार्य (Functions of NITI Aayog)
NITI Aayog की स्थापना भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी, 2015 को NITI Aayog अधिनियम, 2014 के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में की गई थी। नीति आयोग का पूरा नाम नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया है,
जिसका गठन नीतिगत इनपुट देने हेतु केंद्रीय कैबिनेट के प्रस्ताव के माध्यम से किया गया था। यह देश की विकास प्रक्रिया में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करता है। नीति आयोग के मुख्य कार्य निम्नलिखित है –
- राष्ट्रीय उद्देश्यों को पूरा करना के लिए राज्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना और राष्ट्रीय विकास प्राथमिकता क्षेत्रों और रणनीतियों को विकसित करना।
- देश के विभिन्न राज्यों के साथ सहकारी संघवाद को बढ़ावा देना।
- ग्राम स्तर पर विभिन्न योजनाओं को तैयार करने हेतु एक तंत्र विकसित करना।
- समाज के ऐसे वर्गों पर विशेष ध्यान देना जो आर्थिक प्रगति से लाभान्वित नहीं हो रहे हों।
- रणनीतिक और लम्बे समय तक की नीति और कार्यक्रम के ढांचे और पहलों को डिजाइन करना।
- विकास एजेंडा के कार्य में तेजी लाने के लिए अंतर-क्षेत्रीय तथा अंतर-विभागीय मुद्दों के समाधान हेतु एक मंच प्रदान करना।
- जरुरी संसाधनों की पहचान करना और विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों के सञ्चालन की निगरानी करना।
- विभिन्न कार्यक्रमों के कार्यान्वयन हेतु technology upgrade और Capacity building पर ध्यान देना।
नीति आयोग की प्रशासनिक संरचना
अध्यक्ष | प्रधानमंत्री |
उपाध्यक्ष | प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त |
संचालन परिषद | सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल |
क्षेत्रीय परिषद | क्षेत्रीय मुद्दों को संबोधित करने हेतु प्रधानमंत्री या उसके द्वारा नामित व्यक्ति द्वारा मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों की बैठक की अध्यक्षता की जाती है। |
तदर्थ सदस्यता | अग्रणी अनुसंधान संस्थानों से 2 पदेन सदस्य |
पदेन सदस्यता | प्रधानमंत्री द्वारा नामित किये गए केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अधिकतम चार सदस्य |
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) | भारत सरकार का सचिव जिसे प्रधानमंत्री द्वारा एक निश्चित समय के लिए नियुक्त किया गया है। |
विशेष आमंत्रित | विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ जिन्हें प्रधानमंत्री द्वारा नामित किया जाता है। |
NITI आयोग के सदस्य
प्रधानमंत्री नीति आयोग का अध्यक्ष होता है इसके अतिरिक्त आयोग में एक उपाध्यक्ष और एक कार्यकारी अधिकारी होते हैं। अन्य सदस्यों के तौर पर इसमें सभी राज्यों और विधान मंडल वाले संघ शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री तथा दूसरे संघशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल या प्रशासक शामिल हैं।
इनके अतिरिक्त NITI Aayog में प्रधानमंत्री द्वारा नामित चार पदेन केबिनेट मंत्री के साथ साथ कुछ अन्य विशेष आमंत्रित मंत्री और विशेषज्ञ आदि को भी सदस्य के रूप में शामिल किया जाता है।
Historical Background of NITI Aayog
- नीति आयोग (NITI Aayog) को पहले योजना आयोग (Planning Commission) के नाम से जाना जाता था।
- योजना आयोग की शुरुआत मार्च 1950 में एक गैर-संवैधानिक निकाय (non-constitutional body) के रूप में की गई थी।
- योजना आयोग को पंचवर्षीय योजनाओं को तैयार करने तथा भारत के विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों को धन वितरण के कार्यों के साथ गठित किया गया था।
- साल 1951-56 में पहली पंचवर्षीय योजना तैयार की गई थी और अंतिम पंचवर्षीय योजना को साल 2012-17 के लिए तैयार किया गया था।
- साल 2015 में भाजपा सरकार द्वारा योजना आयोग को बाद में नीति आयोग (NITI Aayog) से बदल दिया गया था जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
- नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (NITI Aayog) का कार्य सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य और इन विषयों से सम्बंधित विभिन्न नीतियों से जुड़े मुद्दों पर सरकार को अपनी सलाह प्रदान करना है।
योजना आयोग और नीति आयोग में अंतर
नीति आयोग (NITI Aayog) | योजना आयोग (Planning Commission) |
नीति आयोग का गठन 1 जनवरी 2015 में किया गया था। | योजना आयोग का गठन 15 मार्च, 1950 में किया गया था। |
नीति आयोग का पूर्ववर्ती योजना आयोग था। | साल 2014 में इस संस्था का नाम बदलकर नीति आयोग किया गया था। |
यह नीतियों को अनिवार्य रूप से लागू नहीं करता है। | योजना आयोग द्वारा राज्यों पर नीतियों को थोपा जाता था। |
यह एक सलाहकार निकाय के रूप में काम करता है। | यह एक असंवैधानिक निकाय के रूप में कार्य करता था। |
यह एक सलाहकार थिंक टैंक के रूप में कार्य करता है। | इसका प्रमुख कार्य पांच वर्षीय योजना बनाना था। |
प्रधानमंत्री नीति आयोग का अध्यक्ष होता है। प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त सचिवों को CEO के रूप में जाना जाता है। | योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है। |
यह सहकारी संघवाद की भावना पर कार्य करता है क्योंकि यह राज्यों की समान भागीदारी सुनिश्चित करता है। | इसकी वार्षिक योजना बैठकों में राज्यों की भागीदारी बहुत कम रहती थी। |
यह Bottom-Up Approach पर कार्य करता है। | यह Top-Down Approach पर कार्य करता था। |
इसे नीतियाँ लागू करने का अधिकार नहीं है। | यह राज्यों के लिये नीतियाँ बनाता था और स्वीकृत परियोजनाओं के लिये धन आवंटित करता था। |
निति आयोग को धन आवंटित करने की शक्तियाँ प्राप्त नहीं हैं। | इसे मंत्रालयों और राज्य सरकारों को धन आवंटित करने की शक्तियाँ प्राप्त थीं। |
नीति आयोग की प्रासंगिता
- नीति आयोग (NITI Aayog in Hindi) ने सहकारी संघवाद को बढ़ावा देने के साथ साथ प्रतिस्पर्द्धत्मक संघवाद की नीति को भी अपनाया है।
- नीति आयोग द्वारा तीन दस्तावेज़ जारी किये हैं, जिसमें 3 वर्षीय एक्शन प्लान ,7 वर्षीय स्ट्रेटेजी डाक्यूमेंट्स और 15 वर्षीय विजन डाक्यूमेंट्स शामिल हैं।
- भारत सरकार के लिए सभी स्थानों से नवाचारी सोच को इक्कठा करना।
- केंद्र और राज्य सरकार तथा कई मंत्रालयों और विभागों के मध्य एककीकरण और समन्वय करने के लिए मंच प्रदान करना है।
- अटल इनोवेशन मिशन जैसे प्रोग्राम के माध्यम से ”एक्शन टैंक” के रूप में कार्य करना।
- AI (आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस) जैसे रिसर्च को भी बढ़ावा दे रहा है।
NITI के दो प्रमुख हब
- टीम इंडिया हब- केंद्र और राज्यों के बीच इंटरफेस का कार्य करता है।
- ज्ञान और नवोन्मेष (Knowledge & Innovation) हब- नीति आयोग के थिंक-टैंक की तौर पर कार्य करता है।
- नीति आयोग ने विकास योजनाओं के लक्ष्य में बेहतरी के लिए नए 15 वर्षीय योजना को अपनाया है। यह योजना 3 साल की छोटी ,7 साल की माध्यम और 15 साल की बड़ी योजना में बांटकर तीन लेवल पर लक्ष्यों का निर्धारण करती है।
नीति आयोग प्रभावी शासन के 7 स्तंभ
- pro-people: यह प्रो पीपल यानी जन समर्थक है यह समाज और व्यक्तियों दोनों की आकांक्षाओं को पूरा करने के कार्य करता है।
- partnership : इसमें सभी आम जनता की भागीदारी को शामिल किया गया है।
- pro-activity: यह देश के नागरिकों की जरूरतों का अनुमान लगता है और उसपर अपनी प्रतिक्रिया देता है।
- empowerment : लोगों को सशक्त बनाना विशेष रूप से देश की महिलाओं को सभी हिस्सों में सशक्त बनाना का लक्ष्य रखना।
- all inclusive: बिना किसी जाति, पंथ, लिंग भेदभाव के सभी लोगों को शामिल करना।
- Equality : देश के सभी लोगों को सामान अवसर प्रदान करना।
- transparency : सरकार को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाना। सरकार की नीतियों में पारदर्शिता लाना।
नीति के सूचकांक और पहल (Policy Indexes and Initiatives)
- एसडीजी इंडिया इंडेक्स (SDG India Index)
- आकांक्षी जिला कार्यक्रम (Aspirational District Programme)
- समग्र स्वास्थ्य सूचकांक (Composite Health Index)
- डिजिटल परिवर्तन सूचकांक (Digital Transformation Index)
- साथ कार्यक्रम (SATH programme)
- कृषि विपणन और किसान हितैषी सुधार सूचकांक (Agriculture Marketing And Farmer Friendly reform Index)
- भारत नवाचार सूचकांक (India Innovation Index)
- स्कूल शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक (School Education Quality Index)
- महिला उद्यमिता मंच (Women Entrepreneurship Platform
- सुशासन सूचकांक (अन्य एजेंसियों के साथ नीति) Good Governance Index (NITI with other agencies)
- समग्र जल प्रबंधन सूचकांक (Composite Water Management Index)
- अटल इनोवेशन मिशन (Atal Innovation Mission)
- जिला अस्पताल सूचकांक (District Hospital Index)
- स्वास्थ्य सूचकांक 2019 (स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत) Health Index 2019 – (Healthy States, Progressive India)
NITI आयोग से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)-
yojana ayog को niti ayog के नाम से जाना जाता है ?
1 जनवरी 2015 को नीति आयोग का गठन किया गया था।
15 मार्च, 1950 को योजना आयोग का गठन किया गया था।
राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान’ (National Institute for Transformation of India) niti आयोग का पूरा नाम है।
सिंधुश्री खुल्लर नीति आयोग की पूर्व मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
niti आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कान्त हैं। नीति आयोग के सदस्य वी॰के॰ सारस्वत, रमेश चन्द्र, विवेक देवराय और विनोद पाल हैं।
NITI आयोग की आधिकारिक वेबसाइट niti.gov.in है।
अटल इनोवेशन मिशन (AIM),लकी ग्राहक योजना और डिजी दान व्यापार योजना ,मेंटर इंडिया अभियान ,महिला उद्यमिता कार्यक्रम (2018) में शुरुआत की।