किसी भी देश की सुरक्षा और शांति को बनाए रखने के लिए ख़ुफ़िया एजेंसी का होना बहुत जरूरी है। ख़ुफ़िया एजेंसी की मदद से बाहरी आतंक और खतरे को रोका जा सकता है। प्रत्येक देश की अपनी-अपनी ख़ुफ़िया एजेंसी होती है। एजेंसी में शामिल सेना अपने काम करने के तरीके और काम के बारे में किसी को नहीं बताते है या तक की अपनी फैमिली को भी नहीं बताते है। यदि ख़ुफ़िया एजेंसी की कोई बात बाहर पहुंच गई तो उस देश को और वहाँ के लोगों को खतरा भी ही सकता है। इसलिए ख़ुफ़िया एजेंसी हमेशा सतर्क रहती है। क्या आप जानते है कि भारत देश में कितनी ख़ुफ़िया एजेंसी है अगर नहीं जानते है तो आज हम आपको यहाँ हम भारत की टॉप 10 खुफिया एजेंसियां के बारे में बताएंगे।
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ये हैं भारत की टॉप 10 खुफिया एजेंसियां
देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को बनाए रखने के लिए हर देश के पास एक शक्तिशाली ख़ुफ़िया एजेंसी होती है। इनका काम सीमा की सुरक्षा, रक्षा, आतंकवाद से सुरक्षा व देश की शान्ति को बनाए रखना है। आइये जानते है Top 10 Indian Intelligence Agencies के बारे में :-
- केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI)
- इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB)
- नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA)
- रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (Raw)
- नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB)
- डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी (DIA)
- डायरेक्टोरेट ऑफ मिलिट्री इंटेलिजेंस (DMI)
- डायरेक्टोरेट ऑफ नेवल इंटेलिजेंस (DRI)
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB)
- नैशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO)
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1. केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI)
- यह भारत की एक महत्वपूर्ण केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) एजेंसी है सीबीआई के पास रक्षा से संबंधित गंभीर अपराधों, भ्रष्टाचार, गंभीर धोखाधड़ी, ठगी, हत्याओं और सामाजिक अपराधों आदि कार्यों को सौपा जाता है। CBI की तुलना विश्व की शाक्तिशाली एजेंसी से की जाती है।
2. इंटेलिजेंस ब्यूरो(IB)
- IB भारत देश की ख़ुफ़िया एजेंसी है, जो कि देश के आंतरिक मामलों पर नजर रखती है। इसका मुख्य कार्य भारत देश के अंदर इंटेलीजेंस डिटेल्स को एकत्रित करना है। देश की सेवा करना, देश में किसी भी तरह की गड़बड़ी न होना और एजेंसी को बातों को गुप्त रखना ये इंटेलिजेंस ब्यूरो का दायित्व होता है।
3. नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी(NIA)
- भारत में आतंगवाद का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी की स्थापना की गई। इस एजेंसी का स्थापना 2008 के मुंबई हमले के बाद हुई थी। ये एजेंसी बिना अनुमति के राज्य में आतंक सम्बंधित अपराधों को खुद निपटती है।
4. रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (Raw)
- यह एक अन्तरराष्ट्रीय एजेंसी है। ये केवल भारत देश के अंदर ही नहीं बल्कि देश के बाहर भी दुश्मनो पर नजर रखती है। RAW का कार्य सभी जानकारी को एकत्रित करना, देश की लड़ाई को रोकना और ख़ुफ़िया कामों को करना। इसके साथ ही यह विदेश की सरकार और कंपनी से मिली जानकारी को भी एकत्रित करती है। रॉ का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है।
5. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो( NCB)
- यह एजेंसी भारत देश में ड्रग तस्करी से लड़ने और अवैध पदार्थों के दुरुपयोग को ख़त्म करने के लिए काम करती है। इस एजेंसी के महानिर्देशक भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी होते है। इस एजेंसी की शुरुआत 1985 में हुई थी।
6. डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी (DIA)
- ये एजेंसी देश-विदेश में जानकारी को जुटाने का कार्य करती है। इसकी स्थापना 2002 में हुई थी। इस एजेंसी का मुख्य कार्य सिविल इंटेलिजेंस एजेंसियों पर अन्य बलों की निर्भरता को कम करता है। इसके नियंत्रण में डायरेक्टोरेट ऑफ सिगनल्स इंटेलिजेंस, डिफेंस इमेज प्रोसेसिंग ऐंड अनैलिसिस सेंटर और डिफेंस इन्फर्मेशन वारफेयर एजेंसी है।
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7. डायरेक्टोरेट ऑफ मिलिट्री इंटेलिजेंस
- यह भारतीय थल सेना की इंटेलिजेंस एजेंसी है। इसकी स्थापना 1941 में हुई थी। भारत आजादी के बाद सेना में काफी भ्रष्टाचार बढ़ गया था जिससे कम करने के लिए इस एजेंसी का गठन हुआ। जिसका काम सेना में भ्रष्टाचार की जांच करना। इस एजेंसी का कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
8. डायरेक्टोरेट ऑफ नेवल इंटेलिजेंस (DRI)
- यह भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी है। इसका कार्य भारत की प्रमुख तस्करी विरोधी ख़ुफ़िया जांच और संचालन एजेंसी है। इसके अलावा यह काले धन, वाणिज्यिक धोखाधड़ी, सोना, मादक पदार्थों, नकली भारतीय मुद्रा, प्राचीन वस्तुओं की तस्करी को रोकना और काले धन के व्यापार के प्रसार को रोकती है। इस एजेंसी का गठन 1964 में हुआ है। इस एजेंसी ने 1965 और 1971 के समय पर भारत पाकिस्तान युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस एजेंसी से भारत को बहुत सहायता मिली थी। ये एजेंसी सीमा रेखा पर नजर रखती है। बाह्य खतरों से बचाती है।
9. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो( NCRB)
- NCRB एजेंसी की स्थापना 1986 में हुई थी। इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में है। इस एजेंसी का मुख्य कार्य देश में होने वाले अपराध जैसे – ऑनलाइन साइबर क्राइम , यौन अपराध, गुमशुदा महिला और बच्चे की रिपोर्ट लिखना, अश्लीलता या बलात्कार/सामूहिक बलात्कार से संबंधित अपराधों पर निगरानी रखना है। इसके अलावा यह एजेंसी अपराधियों को खोजकर उनके अपराधों की सूची निकलकर और जांच करने के लिए जांच अधिकारिया को उपकरण और नकनीकी चीज़ें उपलब्ध करवाना है।
10. नैशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO)
- यह भी भारत की एक तकनीकी ख़ुफ़िया एजेंसी है। इसकी स्थापना 2004 से हुई थी। और इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में है। ये एजेंसी प्रधानमंत्री कार्यालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के अधीन होती है। इनका काम विमानन और रिमोट सेंसिंग, डेटा एकत्रण, साइबर सुरक्षा,रणनीतिक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर विकास और अन्य रणनीतिक पर नजर रखना है।
भारत की टॉप 10 खुफिया एजेंसियां से जुड़े सवाल
सवाल: किसी भी देश में ख़ुफ़िया एजेंसी को क्यों रखा जाता है?
जवाब: किसी भी देश की सुरक्षा, शांति को बनाए रखना और रक्षा के लिए प्रत्येक देश की सरकार ख़ुफ़िया एजेंसी को रखती है। इसके अलावा देश होने वाले आंतरिक और बाह्य हमलों को नियंत्रित करने व निगरानी रखने के लिए एजेंसी सहायकसिद्ध हुई है।
सवाल: भारत देश की सबसे ताकतवर एजेंसी कौन -सी है?
जवाब: भारत की सबसे ज्यादा ताकतवर एजेंसी RAW को माना जाता है। इसकी गिनती दुनिया की सबसे ताकतवर एजेंसी से की जाती है। इसकी स्थापन 1968 में हुई थी।
सवाल: केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) क्या कार्य क्या है?
जवाब: इस एजेंसी का मुख्य कार्य आपराधिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हुए विभिन्न प्रकार के मामलों की जांच करना व सरकार के कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार संबंधित सभी जानकारी को निकालना है।