Who Is Mukul Rohatgi:- आर्यन ड्रग केस के बारे में तो आपने सुना ही होगा। शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के ड्रग केस में मुकुल रोहतगी ने ही बम्बई हाईकोर्ट में वकालत की थी। साल 2002 में गुजरात दंगों में गुजरात सरकार का बचाव करने वाले और बेस्ट बेकरी केस, जाहिरा शेख मामला, योगेश गौड़ा हत्या जैसे कई मामले सुप्रीम कोर्ट में मुकुल रोहतगी लड़ चुके हैं। आपको बता दें की मुकुल रोहतगी 19 जून 2014 से 18 जून 2017 तक भारत के 14 वें अटार्नी जनरल रह चुके हैं। वर्तमान समय में मुकुल जी द्वारा अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्त होने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया है।
आज हम आपको मुकुल रोहतगी, पूर्व अटार्नी जनरल के बारे में दिलचस्प जानकारियां देंगें। कौन हैं मुकुल रोहतगी (Who Is Mukul Rohatgi) और कैसे उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की उनकी शिक्षा सभी के बारे में आप जान सकेंगे।
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Who Is Mukul Rohatgi (मुकुल रोहतगी कौन हैं)
मुकुल रोहतगी भारत के जाने माने वकीलों में से एक हैं। हाल ही में इनके द्वारा आर्यन खान के ड्रग केस की वकालत की गयी थी। मुकुल के पिता अवध बिहारी रोहतगी स्वयं भी दिल्ली हाईकोर्ट में जज रह चुके हैं। अपने पिता की ही तरह मुकुल ने भी कानून में शिक्षा ग्रहण की। इन्होनें law (कानून) की पढ़ाई के लिए मुंबई के गवर्मेंट लॉ कॉलेज से कानून में डिग्री हासिल की और इसके बाद इन्होने कॉलेज समाप्ति के बाद ही वकालत की प्रैक्टिस शुरू की थी। इनकी पत्नी का नाम वसुधा रोहतगी है जो पेशे से स्वयं भी एक वकील हैं।
नाम | मुकुल रोहतगी |
जन्म | 1955 मुंबई |
पेशा | सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील |
पिता का नाम | अवध बिहारी रोहतगी |
शिक्षा | मुंबई के गवर्मेंट लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री प्राप्त की |
पत्नी | वसुधा रोहतगी |
बच्चे | 2 बेटे (निखिल रोहतगी और समीर रोहतगी) |
भाई -बहन | भाई नहीं है इनकी 1 बहन मधुलिका सिंगला |
साल 1978 | आधिकारिक तौर पर वकील के रूप में दिल्ली बार काउंसिल में शामिल |
1994 | दिल्ली उच्च न्यायलय में वरिष्ठ वकील नियुक्त |
साल 2014 से 2019 | भारत के अटार्नी जनरल रहे |
साल 2011 से 2014 तक | एडिशन सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) |
नेट वर्थ | 100 करोड़ से अधिक |
इन्होने 1975 में BCom ऑनर्स दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया था। 1978 में LLB ,बॉम्बे यूनिवर्सिटी से और साल 2011 में इन्होने डॉक्टरेट ऑफ लॉ, फकीर मोहन विश्वविद्यालय से की इसके बाद साल 2016 में इन्होने एलएल.डी ऑनोरिस कौसा, एमिटी विश्वविद्यालय से किया था।
ऐसे किया था मुकुल रोहतगी ने अपना करियर शुरू
जाने माने वकील मुकुल रोहतगी को कौन नहीं जनता है। साल 2002 में गुजरात दंगों में सरकार की पैरवी करने वाले मुकुल रोहतगी जी ने अपने कॅरियर की शुरुआत अपनी कानून की पढ़ाई के साथ शुरू की। उन्होंने अपनी लॉ की पढ़ाई मुंबई के गवर्नमेंट ला कालेज से पूरी की थी। क़ानूनी पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद इन्होने मशहूर वकील योगेश कुमार सभरवाल के संरक्षण में अपनी प्रैक्टिस शुरू की थी।
मुकुल को 1978 में आधिकारिक तौर से वकील के रूप में दिल्ली बार काउंसिल में शामिल किये गए थे। और साल 1994 में मुकुल रोहतगी को दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा सीनियर काउंसिल का दर्जा प्राप्त किया गया था। इसके 5 साल बाद 1999 में मुकुल रोहतगी एडिशनल सालिसिटर जनरल नियुक्त किये गए थे। और एडिशनल सालिसिटर जनरल के रूप में मुकुल का कार्यकाल 2004 में समाप्त हुआ।
अटल बिहारी जी के कार्यकाल में मुकुल जी ने लगभग 5 साल तक Law officer के तौर पर कार्य किया। साल 2002 में गुजरात दंगों और फर्जी मुठभेड़ में मुकुल जी ने सुप्रीम कोर्ट में गुजरात सरकार का साथ दिया।
अटॉर्नी जनरल के रूप में मुकुल रोहतगी
मुकुल रोहतगी साल 2014 से साल 2017 तक भारत के महान्यायवादी रहे। इन्होने इस दौरान तीन तलाक , आपराधिक मानहानि, राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (NJAC) मामले, मणिपुर में फर्जी मुठभेड़, आदि कई मामलों में केंद्र सरकार का साथ दिया और इसमें सरकार का सफलता से बचाव भी किया। इतना ही नहीं इन्होने अनिल अंबानी का केस भी लड़ा गया था। यह केस दो अंबानी भाइयों के बीच गैस विवाद को लेकर था।
- मुकुल रोहतगी द्वारा साल 2017 में अपने अटॉर्नी जनरल के पद से इस्तीफा दे दिया गया।
- साल 2017 में इनके द्वारा सरकार की विमुद्रीकरण की नीति का बचाव किया गया।
- साल 2020 में मुकुल द्वारा सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या मामले की जांच में रोक लगाने की रिया चक्रवर्ती की याचिका के खिलाफ बिहार सरकार का प्रतिनिधित्व किया गया था।
- साल 2021 में मुकुल रोहतगी ने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान का क्रूज़ शिव ड्रग मामले में जमानत याचिका का बचाव किया। इन्होने 28 अक्टूबर को शाहरुख़ खान के 23 वर्षीय बेटे आर्यन खान को जमानत दिलाने में सफलता हासिल की।
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मुकुल रोहतगी की उपलब्धियां, पुरस्कार और सम्मान
- साल 2008 में रोहतगी जी को भारत के “संविधान के तहत गारंटीकृत मूल अधिकारों के लिए अडिग समर्थन के अभ्यास में विद्वता और विशाल अनुभव” के लिए राष्ट्रीय कानून दिवस पुरस्कार दिया गया था।
- साल 2010 में जनवरी माह में रोहतगी जी को टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा “भारत के शीर्ष 10 वकीलों में नॉमिनेट किया गया था।
- साल 2010 में चैंबर्स एंड पार्टनर्स द्वारा रोहतगी जी को उल्लेखनीय व्यवसायी के रूप में मान्यता दी गयी। और इसी साल लीगल 500 द्वारा भी मुकुल रोहतगी को एक प्रमुख वरिष्ठ वकील के रूप में मान्यता दी गयी थी।
- साल 2015 में रोहतगी जी को ”लीगल ईगल” के रूप में दर्शाया गया। यह चित्रण मुकुल जी का लीगल ईगल्स नामक पुस्तक में किया गया। (इस पुस्तक में रोहतगी सहित अन्य 7 भारतीय वकीलों की कहानी है )
- साल 2018 में मई माह में केंद्र द्वारा रोहतगी जी को न्यायविद के रूप में भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल के लिए चयन समिति में नियुक्त किया गया था।
Mukul Rohatgi: पूर्व अटार्नी जनरल से जुड़े कुछ सवाल जबाब (FAQS)-
मुकुल रोहतगी एक भारतीय वकील, सीनियर कॉउंसिल और भारत के पूर्व अटार्नी जनरल हैं।
अवध बिहारी रोहतगी मुकुल रोहतगी जी के पिता हैं।
mukul जी भारत के 14 वें अटार्नी जनरल रह चुके हैं।
मुकुल रोहतगी जी पेशे से एक वकील हैं।
पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी जी ने अपनी क़ानूनी पढ़ाई मुंबई के लॉ कॉलेज से पूरी की थी।
19 जून 2014 से 18 जून 2017 तक मुकुल रोहतगी जी ने भारत में 14 वें अटार्नी जनरल के रूप में कारभार संभाला था।
प्रति सुनवाई मुकुल जी द्वारा 10 लाख रुपए फीस के रूप में लिए जाते हैं।
रोहतगी जी की कुल संपत्ति 100 करोड रुपए से अधिक है।
वसुधा रोहतगी मुकुल जी की पत्नी हैं जो पेशे से वकील हैं।
समीर रोहतगी और निखिल रोहतगी मुकुल रोहतगी जी के बेटे हैं। मुकुल जी की कोई बेटी नहीं है।
वेणुगोपाल वर्तमान में भारत के अटॉर्नी जनरल हैं।
भारत के पहले Attorney General एम सी सीतलवाड़ थे।