योगी आदित्यनाथ जीवन परिचय– आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से योगी आदित्यनाथ जी के जीवन परिचय के बारे में जानकारी साझा करने जा रहे है की उनकी आयु क्या है, उनके परिवार में कितने लोग है एवं उनकी शिक्षा कहा से पूरी हुई है। योगी आदित्यनाथ जी से संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।
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योगी आदित्यनाथ जीवन परिचय
5 जून सन 1972 को योगी जी का जन्म पौड़ी गढ़वाल के पंचुर गांव उत्तराखंड में हुआ था। योगी जी का असली नाम अजय मोहन सिंह बिष्ट है, उनकी दीक्षा के बाद उन्हें योगी आदित्यनाथ नाम दिया गया। यह एक क्षत्रिय परिवार से है, उनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट है जो एक वन रेंजर थे इनकी माता का नाम सावित्री देवी है। वर्ष 2020 में नई दिल्ली एम्स में उनके पिता की पुरानी बीमारी के चलते मृत्यु हो गयी। अपनी माता-पिता के सात बच्चों में तीन बड़ी बहनों व एक बड़े भाई के बाद ये पांचवें थे एवं इनसे और दो छोटे भाई हैं। योगी आदित्यनाथ जी एक ब्रह्मचारी है उन्होंने शादी ना करने का फैसला लिया था।
वर्ष 1977 में टिहरी के गजा स्थानीय स्कूल से इन्होने अपनी पढाई शुरू की और वर्ष 1987 में यहाँ से योगी जी ने दसवीं की कक्षा पास की। सन 1989 में ऋषिकेश के श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज से योगी जी के द्वारा बारहवीं कक्षा पास की गयी। इसी के साथ ग्रेजुएशन की पढाई करते हुए यह 1990 में अखिल भारतीय परिषद से जुड़े। इसी के साथ हेमवंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से इन्होने वर्ष 1992 में गणित में बीएससी की परीक्षा पास की। पढाई करने के दौरान कोटद्वार में रहने से इनके कमरे से सामान चोरी हो गया था जिसमें इनके सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी चोरी हो गए ,इस कारण वह गोरखपुर से विज्ञान पोस्ट ग्रेजुएशन करने में असफल रहे।
इसके बाद विज्ञान स्नातकोत्तर हेतु उनके द्वारा ऋषिकेश में प्रवेश लिया गया तो राम मंदिर आंदोलन के चलते उनका ध्यान बंट गया। एमएससी की पढ़ाई के दौरान गुरु गोरखनाथ पर शोध करने ये 1993 में गोरखपुर आये थे। इसी दौरान वह गोरखपुर में अपने चाचा महंत अवैधनाथ के शरण में ही चले गए और इनके द्वारा दीक्षा ले ली गयी। जिसके बाद यह पूर्ण रूप से 1994 में संन्यासी बन गए। जिसके बाद इनको अजय मोहन सिंह बिष्ट के नाम से नहीं बल्कि योगी आदित्यनाथ के नाम से जाना जाता है।
इसके बाद वर्ष 2014 ,12 सितंबर को योगी जी महंत अवध नाथ जी के निधन के बाद इन्हे गोरखनाथ मंदिर का महंत बनाया गया। इसी के साथ 2 दिन के बाद नाथ पारंपरिक अनुष्ठान के अनुसार योगी जी को मंदिर का पीठाधीश्वर बनाया गया।
योगी जी का राजनैतिक जीवन
पहली बार योगी जी के द्वारा राजनैतिक जीवन में वर्ष 1998 में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर गोरखपुर से चुनाव लड़ा गया है जिसमें उन्हें सफलता हासिल हुई और वह यह चुनाव जीत गए। उस समय इनकी आयु केवल 26 वर्ष थी ,1998-99 में वह बारहवीं लोकसभा के सबसे युवा सांसद थे। इसी के साथ गोरखपुर से पुनः वह एक बार फिर से 1999 में सांसद के लिए चुने गए।
- योगी जी के द्वारा वर्ष 2002 अप्रैल माह में हिन्दू युवा वाहिनी का गठन किया गया।
- इसी के साथ वर्ष 2004 में तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीता गया।
- वर्ष 2009 में भी वह 2 लाख से अधिक वोटो से जीत हासिल करके लोकसभा पहुंचे।
- वर्ष 2014 उन्हें फिर से बंपर वोटो से सांसद के रूप चयनित किया गया।
- वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला।
- जिसके बाद 12 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए लेकिन इसमें योगी जी को सफलता हासिल नहीं हुई।
- वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने योगी आदित्यनाथ जी का पुरे राज्य भर में प्रचार प्रसार करवाया जिसके लिए एक हेलिकॉप्टर भी दिया गया।
- इसी के साथ 19 मार्च 2017 में यूपी के बीजेपी विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुनकर मुख्यमंत्री पद सौंपा गया।
भारतीय जनता पार्टी (BJP)
पुराण दशकों से योगी आदित्यनाथ जी का भारतीय जनता पार्टी बीजेपी के साथ काफी पुराना रिश्ता रहा है। इस रिश्ते से वह पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छा खासा प्रभाव भी रखते है। योगी जी के पूर्वाधिकारी एवं गोरखनाथ मठ के पूर्व महंत ,अवैध नाथ भी भारतीय जनता पार्टी से 1991 एवं 1996 का लोकसभा चुनाव जीत चुके है।
विवादों के चलते योगी जी पर जानलेवा हमला
आजमगढ़ में जानलेवा हिंसक हमले में 7 सितंबर 2008 को योगी जी पर हमला हुआ था। इस हमले में वह बाल-बाल बचे ,यह हमला इतना बड़ा था की सौ से अधिक वाहनों को हमलावरों ने घेर लिया इस हमले में कई लोगो की जान गयी। योगी आदित्यनाथ जी को मुहर्रम के दौरान एक हिन्दू युवा की फायरिंग में जान जाने से गोरखपुर दंगो के समय में गिरफ्तार किया गया।
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