लक्ष्य सेन जीवन परिचय Lakshya Sen Biography: दोस्तों आज हमारे देश में स्पोर्ट्स से जुड़े खिलाड़ी भारत का नाम बड़े स्तर पर आगे बढ़ा रहे है, जिनमे बैडमिंटन से जुड़े बहुत से खिलाड़ी जैसे पीवी सिंधु, सेना नेहवाल, प्रकाशन पादुकोण ओलिंपिक जैसे बड़े मंच पर देश का नाम रोशन कर चुके हैं। इन्हे में से एक उभरते भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन जो मुख्य रूप से एकल वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं, हाल ही जारी की गई नए बीडब्ल्यूएफ विश्व रैंकिंग में 11 वें स्थान पर पहुँच कर न्यूज में काफी चर्चित हो गए हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं देश के इस नए उभरते खिलाड़ी लक्ष्य सेन के जीवन परिचय, इनके खेल की प्रारंभिक शुरुआत और इनकी उपलब्धियों के बारे में यदि नहीं तो चलिए आज हम आपको अपने लेख के माध्यम से लक्ष्य सेन के जीवन परिचय, उम्र, कैरियर, परिवार, सोशल प्रोफाइल की पूरी जानकारी प्रदान करने जा रहे है, जिसे जानने के लिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
Lakshya Sen Biography
जन्म एवं परिवार – लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त 2001 में अल्मोड़ा (उत्तराखंड) में हुआ। इनके पिता का नाम धीरेन्द्रे के. सेन है, जो देश के जाने-माने बैडमिंटन कोच में से एक हैं वर्तमान में यह प्रकाश पादुकोण एकेडमी से जुड़े हुए हैं। इनकी माता निर्मला सेन जो एक स्कूल में टीचर हैं, इनके एक बड़े भाई चिराग सेन है जो खुद भी एक अंतराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी है, वर्तमान में लक्ष्य सेन की आयु 21 वर्ष है। इन्होन अपने पिता के मार्गदर्शन में 4 साल की बहुत ही कम उम्र से स्टेडियम जाना शुरू कर दिया था, जहाँ से प्रशिक्षण की शुरुआत कर इन्होने अपनी प्रतिभा से सबको हैरान कर दिया।
लक्ष्य सेन का बैडमिंटन करियर – लक्ष्य सेन ने अपना करियर अपने पिता के साथ बेडमिंटन खेलकर शुरू किया, जहाँ यह शुरूआती दौर में यूनियन बैंक ऑल इंडिया सब जूनियर बैडमिंटन टूर्नामेंट में खलेने जाते थे। इन्होने प्रकाश पादुकोण एकडेमी बैंगलोर में प्रशिक्षण लेने के बाद कम उम्र में ही बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में शानदार प्रतिभा दिखाई और 2016 में जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता। इसके साथ ही इन्होने सीनियर अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा की और 2016 में इंडिया इंटरनेशनल सीरीज टूर्नामेंट में गोल्ड पदक जीतकर पुरुष एकल का खिताब जीता।
जिसके बाद फरवरी 2017 में इन्होने BWF वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में नंबर एक जूनियर एकल खिलाड़ी बन गए। इसके साथ ही इन्होने 2017 में भारत अंतराष्ट्रीय श्रृंखला और युरोपियन बलगेरियाई ओपन जैसे कई खिताब अपने नाम किए, इसके साथ ही सेन ने टाटा ओपन इंडिया इंटरनेशनल में रजत पदक अपने नाम किया। वर्ष 2018 में इन्होने जकार्ता (इंडोनेशिया) में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में अक्ल वर्ग में गोल्ड पदक जीता। इसके साथ ही युवा ओलिंपिक खेल ब्यूनस (आयर्स) में एकल वर्ग में उपविजेता के तौर पर रजत पदक हांसिल किया और युवा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय शटलर बन गए। लक्ष्ये सेन ने जापान के युसुके ओनोडेरा को हरकार डच ओपन एकल खिताब जीतकर अपना पहला बीडब्ल्यूएफ खिताब जीता।
इन्होने नवंबर 2019 में इन्होने जर्मनी के सारब्रुकेन में आयोजित सारलोर लक्स ओपन में चीन के वेंग होंग यांग को हराकर खिताब अपने नाम किया। इसके बाद नवंबर में स्कॉटिश ओपन में ब्राजील के यगोर केएलहो को हराकर जीत के के साथ पुरुष एकल का खिताब अपने नाम किया। वर्ष 2021 के विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुँचे जहाँ वह हमवतन श्रीकांत कादंबी से हारकर कांस्य पदक तक सीमित रह गए। जिसके बाद जिसके बाद वर्ष 2022 में इन्होने इंडिया ओपन फाइनल में सिंगापुर के मौजूद विश्व चैंपियन लोह किन यू को हराकर अपना पहला सुपर 500 खिताब जीता। इसके साथ ही हाल ही में हुए जर्मन ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट में लक्ष्य सेन ने टोक्यो ओलंपिक्स विक्टर एक्ससेलसन को हराकर सेमीफइनल में जीत हासिल की जिसके बाद फाइनल में थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसारन के खिलाफ टूर्नामेंट में हार का सामना कर दूसरा स्थान हासिल किया।
लक्ष्य सेन की कुल आय (Net Worth) – लक्ष्य सेन ने अपने पेशेवर करियर में जीते टूर्नामेंट और चैंपियनशिप में कुल 4834 डॉलर कमाई की। इसके साथ ही पुणे 7 में एसेस ने पीबीएल में प्रदार्पण करते हुए वर्ष 2018 में प्रीमियम बैडमिंटन लीग नीलामी में 11 लाख रूपये की कमाई की। पुणे 7 एसेस विश्व चैंपियन कैरोलिना मारिन और क्रिस एडॉक के नेतृतव में तापसी पन्नू के स्वामित्व वाला क्लब है, जिसमे तापसी पन्नू टीम की को-ओनर है। जिसमे सेन और अन्य टीम मेंबर खेल में और भी सुधार करेंगे क्योंकी वे बैडमिंटन के सबसे बड़े नामों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते हैं।
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