उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के श्रमिक वर्ग परिवार के बच्चों को उनकी शिक्षा पूरी करने हेतु, छात्रवृति के रूप में आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने के लिए संत रविदास शिक्षा सहायता योजना का आरम्भ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत सरकार उन सभी कमजोर श्रमिक परिवारों के बच्चों को योजना का लाभ प्रदान करती है, जिनकी आर्थिक स्थिति बेहतर ना होने के कारण वह अपने बच्चों को शिक्षित नहीं करवा पाते। इसके लिए सरकार Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के माध्यम से बच्चों को उनकी कक्षा अनुसार शिक्षा पूरी करने के लिए छात्रवृति का आर्थिक लाभ प्रदान करती है।
राज्य के जो भी श्रमिक परिवार अपने बच्चों को इस योजना का लाभ प्रदान करवाना चाहते हैं या योजना में आवेदन हेतु इससे जुडी सभी जानकारी जैसे योजना के लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया आदि प्राप्त करने चाहते हैं, तो वह इसे हमारे लेख में दी गई पूरी जानकारी को पढ़कर प्राप्त कर सकते हैं।
Table of Contents
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना
उत्तर प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर श्रमिक परिवार के बच्चों को पढाई में प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार द्वारा संत रविदास शिक्षा सहायता योजना की शुरुआत की गई, जिसका संचालन श्रम विभाग द्वारा किया जाता है। योजना के माध्यम से सरकार मजदूरी करने वाले परिवार के बच्चों को कक्षा 1 से 12 तक कक्षा स्तर अनुसार स्कूली पढ़ाई के लिए और उसके बाद शासकीय संस्थाओं में IIT, समकक्ष प्रशिक्षण (Peer Teaching), मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि कोर्सेज को करने पर उन्हें आर्थिक सहायता राशि हर महीने प्रदान करती है, यह लाभ योजना में आवेदन करने वाले सभी पात्र परिवार के दो बच्चों को प्रदान किया जाता है। जिससे Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का लाभ प्रदान कर बच्चों को शिक्षा में बढ़ावा दिया जा सकेगा और वह भी पढ़-लिखकर भविष्य में आगे बढ़ सकेंगे।
मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना
Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana : Details
योजना का नाम | संत रविदास शिक्षा सहायता योजना |
आरम्भ की गई | Uttar Pradesh सरकार द्वारा |
साल | 2023 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
विभाग | श्रम विभाग, उत्तर प्रदेश |
योजना के लाभार्थी | राज्य के श्रमिक परिवारों के बालक/बालिकाएँ |
उद्देश्य | बच्चों को शिक्षा पूरी करने हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करना |
आधिकारिक वेबसाइट | http://upbocw.in/ |
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले श्रमिक परिवार के बच्चों को ही योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। राज्य के वह परिवार जो योजना की पात्रता को पूरा करते हैं और उन्होंने अभी तक इसमें आवेदन नहीं किया है, वह सभी अपने बच्चों को योजना का लाभ प्रदान करवाने के लिए अब आसानी से घर बैठे श्रम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं।
Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana आर्थिक सहायता राशि
योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा कक्षा स्तर अनुसार दी जाने वाली धनराशि कुछ इस प्रकार है। आप को बता दें की अब इस राशि में कुछ बदलाव किये गए हैं। उन्हें हम आगे बता रहे हैं।
- कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए – 100 रूपये प्रतिमाह दी जाने वाली सहायता राशि अब 150 रुपए प्रतिमाह के आधार पर छमाही 900 रूपए की आर्थिक सहायता मिलेगी।
- 6 से 8 वीं कक्षा के छात्रों के लिए – पहले 150 रूपये प्रतिमाह सहायता राशि। अब – इस कक्षा के लिए अब छमाही 1200 रूपए प्रदान किये जाएंगे।
- 9 से 10 वीं कक्षा के छात्रों के लिए – पहले 200 रूपये प्रतिमाह। अब एक बार में 1200 रूपए छमाही दिए जाएंगे।
- 11 से 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए – पहले 500 रूपये प्रतिमाह। अब 1500 रूपए छमाही प्रदान किये जाएंगे।
- (Government Institute) शासकीय संस्थाओं में पॉलिटेक्निक या समकक्ष पाठ्यक्रमों के लिए – पहले 800 रूपये प्रतिमाह। अब इसके लिए सम्पूर्ण फीस की राशि एक बार में (एक किश्त में ) ही दे दी जाएगी।
- शासकीय संस्थाओं में इंजीनियरिंग या समकक्ष पाठ्यक्रमों के लिए – पहले 3000 रूपये प्रतिमाह। अब 12000 रूपए प्रतिमाह दिए जाएंगे ।
- शासकीय संस्थाओं में मेडिकल या समकक्ष पाठ्यक्रमों के लिए – पहले 5000 रूपये प्रतिमाह। अब 12000 रूपए प्रतिमाह
- शिक्षा के किसी भी क्षेत्र में अनुसंधान (Research) हेतु – 12000 रूपये प्रतिमाह।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना उद्देश्य
दोस्तों जैसा की आप सब जानते हैं, की हमारे देश में आज भी बहुत से श्रमिक परिवार ऐसे हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति बेहतर ना होने के चलते वह अपने बच्चों को शिक्षित नहीं करवा पाते, जिससे उनके बच्चे अशिक्षित ही रह जाते है। राज्य के ऐसे सभी छात्र-छात्राओं को उनकी पढ़ाई पूरी करने और उन्हें शिक्षा के माध्यम से एक बेहतर भविष्य प्रदान करने के लिए सरकार संत रविदास शिक्षा सहायता योजना का अंतर्गत राज्य के श्रमिक वर्ग के बाल/बालिकाओं को उनकी पढ़ाई पूरी करने के लिए उनकी कक्षा स्तर अनुसार हर महीने आर्थिक सहायता राशि प्रदान करती है,
यह सहायता राशि आवेदक बालक/बालिकाओं को उनकी शिक्षा पूरी होने तक सरकार की तरफ से उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। जिससे परिवार की आर्थिक परेशानियों के चलते छात्रों की पढ़ाई में किसी तरह की रुकावट ना आए और राज्य के श्रमिक परिवार के छोटे बच्चों को पढाई करने की आयु में बाल मजदूरी जैसे कार्यों में शामिल न होना पड़े।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के लाभ एवं विशेषताएँ
योजना से सम्बंधित लाभ एवं विशेष्ताओं की जानकारी आवेदक यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं।
- संत रविदास शिक्षा सहायता योजना का आरम्भ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है।
- UP Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana 2023 के माध्यम से राज्य के श्रमिक परिवार के बच्चों को शिक्षा पूरी करने के लिए सरकार द्वारा छात्रवृति की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाती है।
- योजना के अंतर्गत छात्रों को उनकी स्कूली शिक्षा से लेकर शासकीय संस्थाओं में शिक्षा पूरी करने हेतु शिक्षा स्तर के आधार पर 100 रुपये से लेकर 12000 रुपये तक की धनराशि हर महीने प्रदान की जाती है।
- राज्य के बालक/बालिकाएँ योजना के माध्यम से शिक्षित होकर आत्मनिर्भर हो सकेंगे और अपने परिवार की स्थिति में सुधार ला सकेंगे।
- Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का लाभ श्रमिक परिवार के दो बच्चों को प्रदान किया जाता है।
- योजना का लाभ अपने बच्चों को प्रदान करने के लिए आवेदक श्रमिक परिवार ऑनलाइन माध्यम से योजना में आवेदन कर सकते हैं।
- योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा कक्षा 10 वीं और 12 वीं उत्तीर्ण छात्राओं को साइकिल प्रदान की जाएगी।
देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण योजना
छात्रवृति का लाभ प्रदान करने से जुड़े दिशा निर्देश :-
- संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत राज्य के बालक/बालिकाओं को पहली किश्त का भुगतान कक्षा में प्रवेश लेने के बाद प्रदान किया जाता है।
- सरकारी कॉलेजों मे शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों को ही योजना का लाभ प्रदान किया जाता है।
- शासकीय संस्थाओं में पॉलिटेक्निक, आईआईटी, मेडिकल, इंजीनियरिंग या समकक्ष पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्र/छात्राओं को योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदकों को प्रवेश कार्ड या रसीद को प्रमाण के तौर पर दिखाना होगा।
- योजना के लाभ प्राप्त कर रहे आवेदक छात्र/ छात्राएँ यदि किसी कक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पाते और दोबारा उसी कक्षा में प्रवेश लेते हैं तो वह योजना का लाभ दोबारा प्राप्त नहीं कर सकते।
- किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा पास करने वाले छात्रों के व्यवसायिक (Vocational course) कोर्स को ही मान्यता दी जाएगी।
- छात्रों की चिकित्सा में डिग्री जैसे (BAMS/BDS/MBBS) आदि तभी मान्य होगी, जब आवेदक छात्र/छात्राएँ सरकारी कॉलेजेस में अपनी शिक्षा की पढ़ाई कर रहे होगें।
योजना में आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana में आवेदन हेतु आवेदक के पास सभी दस्तावेज होने आवश्यक है, बिना पूरे दस्तावेजों के आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकेगी, इसके लिए सभी दस्तावेजों की जानकारी आवेदक यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं।
1. आवेदक का आधारकार्ड | 5. बैंक की पासबुक |
2. निवास प्रमाण पत्र | 6. माता-पिता का श्रमिक कार्ड |
3. परिवार का आय प्रमाण पत्र | 7. पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ |
4. स्कूल का प्रमाण पत्र |
Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana से जुडी पात्रता
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत आवेदन हेतु आवेदक को योजना की सभी पात्रता को पूरा करना आवश्यक है।
- योजना में आवेदन हेतु आवेदक उत्तर प्रदेश के नागरिक होने चाहिए।
- Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का लाभ केवल श्रमिक वर्ग परिवार के बच्चों (बालक/बालिका) को ही प्रदान किया जाएगा।
- आवेदक छात्र/छात्र के (अभिभावक) माता अथवा पिता यदि श्रमिक बोर्ड से पंजीकृत है, तो ही वह योजना के लाभ हेतु पात्र होंगे।
- योजना के अंतर्गत शिक्षा प्राप्त कर रहे आवेदनकर्ता की आयु 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- शासकीय संस्थाओं में शिक्षा अध्ययनरत कर रहे छात्रों को ही योजना का लाभ प्रदान किया जाता है।
- संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत आवेदक परिवार के केवल दो बच्चों को ही योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
- योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक छात्र/छात्रा के 60% उपस्थिति का प्रमाण शिक्षा संस्थान के प्रधानाचार्य ⁄ सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाणित करने पर ही मान्य किया जाएगा।
- योजना के अंतर्गत इंजनियरिंग एवं मेडिकल की शिक्षा अध्ययनरत छात्रों को 8000 और किसी भी विषय में रिसर्च कर रहे छात्रों को 12000 रूपये की आर्थिक साहायता दी जाती है, जिसमे आवेदक की अधिकतम आयु 35 वर्ष रखी गयी है।
- आवेदक छात्र/छात्रा को दी जाने वाली सहायता धनराशि सीधे उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है, इसके लिए उनका बैंक में खाता होना अनिवार्य है।
- योजना म आवेदन हेतु आवेदक लाभार्थियों के पास सभी महत्त्वपूर्ण दस्तावेज होने आवश्यक है।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना आवेदन प्रक्रिया
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना में आवेदन हेतु आवेदक दी गई प्रक्रिया को पढ़कर योजना में आवेदन कर सकते हैं।
- सबसे पहले आवेदक को अपने क्षेत्र के नजदीकी तहसील या श्रमिक विभाग कार्यालय में जाना होगा।
- कार्यालय से आपको योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा।
- फॉर्म प्राप्त करके आपको फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी जैसे बच्चे का नाम, जन्म तिथि, कक्षा आदि सही से भरनी होगी।
- सारी जानकारी भर लेने के बाद आपको फॉर्म में माँगे गए सभी दस्तावेजों का फॉर्म के साथ अटैच कर लेना है।
- इसके बाद आपको अपने फॉर्म की अच्छे से जाँच करके कार्यालय में जमा करवा देना होगा।
- इस तरह आपकी आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
- जिसके बाद अधिकारियों द्वारा आपके फॉर्म का पूर्ण सत्यापन हो जाने के बाद ही आपको योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना से जुड़े प्रश्न/उत्तर
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई योजना है, जिसके अंतर्गत सरकार राज्य के श्रमिक वर्ग परिवार के बच्चों को शिक्षा पूरी करने के लिए छात्रवृति की आर्थिक सहायता राशि छात्रों को उनके शिक्षा स्तर के अनुसार प्रदान करवाती है।
Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का संचालन श्रम विभाग द्वारा किया जाता है।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत आवेदन हेतु आवेदक के पास उनका आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, परिवार का आय प्रमाण पत्र, स्कूल का प्रमाण पत्र, बैंक की पास बुक, माता-पिता का श्रमिक कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ आदि दस्तावेज होने आवश्यक है।
योजना के अंतर्गत राज्य के श्रमिक परिवार के छात्र/छात्राओं को कक्षा 1 से 12 तक की शिक्षा पूरी करने के लिए 100 रूपये से 500 रूपये धनराशि और शासकीय संस्थाओं में मेडिकल/इंजीनियरिंग छात्रों और किसी क्षेत्र में अनुसन्धान कर रहे शिक्षा अध्ययनरत छात्रों को सरकार 5000 से 12000 रुपये की धनराशि छात्रवृति के तौर पर प्रदान करती है।
योजना के अंतर्गत आवेदन के लिए आवेदक उत्तर प्रदेश के स्थाई निवासी होने चाहिए, आवेदक श्रमिक वर्ग के परिवार से होने चाहिए जिनके माता या पिता श्रमिक बोर्ड से पंजीकृत हो। योजना के लाभ हेतु आवेदक छात्र की आयु 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए, साथ ही योजना के अंतर्गत आवेदक परिवार के केवल दो बच्चों को ही योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
जी हाँ, संत रविदास शिक्षा सहायता योजना का लाभ केवल श्रमिक परिवार के बच्चों को ही प्रदान किया जाता है।
योजना के अंतर्गत आवेदन हेतु आवेदक अपने नजदीकी तहसील या श्रम कार्यालय में जाकर आवेदन फॉर्म प्राप्त कर फॉर्म में पूछी गई जानकारी और दस्तावेजों को अटैच करके फॉर्म को कार्यालय में जमा कर सकते हैं, इस तरह आप योजना में आवेदन कर सकेंगे।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करना सुनिश्चित करना है। इस बात को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार इस योजना के अंतर्गत इन बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी जिस से बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार का कोई व्यवधान न पड़े। इस से बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा। साथ ही उन्हें किसी आर्थिक कारणों से अपनी पढाई नहीं छोड़नी पड़ेगी।
हेल्पलाइन नंबर
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना से सम्बंधित सभी जानकारी हमने आपको लेख के माध्यम से प्रदान कर दी है, परन्तु फिर भी यदि आपको योजना से सम्बंधित कोई भी अन्य जानकारी या समस्या हो तो आप इसके हेल्पलाइन नंबर :- 1800 180 5412 पर संपर्क करके अपनी समस्या का हल प्राप्त कर सकते हैं।