हर साल विश्व जल दिवस 22 मार्च (22 march) को मनाया जाता है। पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है। 1.6 प्रतिशत पानी जमीन के नीचे पाया जाता है।
पृथ्वी की सतह पर पाए जाने वाले पानी का 97 प्रतिशत सागरों और महासागरों में है, जोकि पीने के काम में नहीं आता केवल 3 प्रतिशत पानी पीने लायक है।
हर साल विश्व भर में सभी देशों में जल के संरक्षण ,उपयोगिता ,महत्त्व को समझने के लिए और बढ़ते जल संकट की और सबका ध्यान आकर्षित करने के लिए विश्व जल दिवस को मनाया जाता है
हर साल UN द्वारा जल दिवस के आस-पास जल सम्मलेन का आयोजन भी किया जाता है। इस साल संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मलेन 22 से 24 मार्च ,न्यूयॉर्क में किया जायेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल 2010 में United Nations ने “सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल एवं स्वच्छता के अधिकार” को मानव अधिकार के रूप में मान्यता दी थी।
इस साल विश्व जल दिवस 2023 की थीम (World Water Daytheme) अक्सेलरेटिंग चेंज (Accelerating Change) यानी ‘परिवर्तन में तेजी‘ रखी गयी है।
साल 1992 में पहली बार ब्राजील में रियो दी जेनेरियो में आयोजित पर्यावरण और विकास सम्मेलन कार्यक्रम में विश्व जल दिवस (World Water Day) को मानये जाने की पहल की गयी थी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations) द्वारा वर्ष 1992 में एक प्रस्ताव अपनाया गया था जिसके द्वारा हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाये जाने की घोषणा की गयी थी।
1993 के बाद से ही जल संरक्षण और इसके महत्त्व को समझने के लिए हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाने लगा।
‘जल ही जीवन है’ यह कथन सत्य है क्यूंकि पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। अधिकांश संस्कृतियों का विकास भी नदी किनारे हुआ है।