राजस्थान शुभ शक्ति योजना राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी द्वारा शुरू की गई योजना है, जिसके अंतर्गत सरकार राज्य के श्रमिक परिवार की अविवाहित बालिकाओं एवं
महिलाओं को आगे बढ़ने हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करती है, जिसमे राज्य की श्रमिक हिताधिकारी महिला और अविवाहित बालिका को कौशल विकास प्रशिक्षण,
अपनी शिक्षा पूरी करने और अपने खुद के व्यवसाय को आरम्भ करने हेतु सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाती है, जिससे महिलाएँ शिक्षित होकर भविष्य में आगे बढ़ सकेंगी।
राजस्थान शुभ शक्ति योजना का लाभ श्रमिक परिवार की दो बालिकाओं जिनकी आयु 18 वर्ष से ऊपर होती है उन्हें प्रदान किया जाता है, या फिर महिला हिताधिकारी के खुद के लिए
और उसकी किसी एक बेटी को यह लाभ दिया जाता है, जिससे वह भी योजना का लाभ प्राप्त कर पढ़लिखकर या अपना खुद का व्यवसाय की शुरूआत कर आत्मिर्भर हो सकेंगी
हमारे देश में आज भी बहुत से ऐसे परिवार हैं। जिनकी आर्थिक स्थिति बेहतर ना होने कारण वह अपनी बेटियों को शिक्षित नहीं करवा पाते और उन्हें केवल एक बोझ समझकर बहुत ही कम आयु में उनका विवाह करवा देते हैं
बेटियों की इसी समस्या को देखते हुए उन्हें शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए राजस्थान सरकार राज्य की बालिकाओं को शिक्षित करने और उन्हें खुद के व्यवसाय के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए
सरकार राज्य के कमजोर श्रमिक परिवार की बेटियों और महिलाओं को आर्थिक सहयोग प्रदान करती है। जिससे राज्य की महिलाएँ भी दूसरों पर आश्रित ना रहकर खुद
अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें या अपनी अविवाहित बेटी को शिक्षित करने और उसकी शादी के लिए योजना का लाभ प्राप्त कर बिना किसी आर्थिक परेशानी के उसका विवाह करवा सके।