उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना: उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना 2022 ऑनलाइन आवेदन व लाभ। जानें योजना का विस्तार।
उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना: उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना 2022 ऑनलाइन आवेदन व लाभ। जानें योजना का विस्तार।
पिछले 2 साल से चल रहे इस कोविड-19 महामारी के कारण भारत समेत विश्व में अन्य देशों की अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा झटका लगा है और इसने बेरोज़गारी दर में में भारी इज़ाफ़ा किया है।
पिछले 2 साल से चल रहे इस कोविड-19 महामारी के कारण भारत समेत विश्व में अन्य देशों की अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा झटका लगा है और इसने बेरोज़गारी दर में में भारी इज़ाफ़ा किया है।
संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के कर्मचारियों को अपने नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में देश में रोज़गार बढ़ाने के लिए नई योजना की बात रखी है।
संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के कर्मचारियों को अपने नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में देश में रोज़गार बढ़ाने के लिए नई योजना की बात रखी है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से चल रही पीएलआई स्कीम (Production Linked Incentive Scheme) अगले 5 साल में लोगों के लिए 60 लाख नए रोज़गार पैदा कर सकती है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से चल रही पीएलआई स्कीम (Production Linked Incentive Scheme) अगले 5 साल में लोगों के लिए 60 लाख नए रोज़गार पैदा कर सकती है।
फिलहाल यह स्कीम 13 उद्योगों के लिए चल रही है। शुरुआत में 5 साल के लिए लाई गई इस योजना के तहत सरकार मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को कैश इन्सेंटिव देगी ताकि वे उत्पादन बढ़ाएं।
फिलहाल यह स्कीम 13 उद्योगों के लिए चल रही है। शुरुआत में 5 साल के लिए लाई गई इस योजना के तहत सरकार मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को कैश इन्सेंटिव देगी ताकि वे उत्पादन बढ़ाएं।
इस योजना के जरिये देश में बड़े पैमाने पर युवाओं औक जिन्होंने महामारी के दौरान अपनी नौकरी गवांई है उनके लिए रोज़गार पैदा करने का लक्ष्य है।
इस योजना के जरिये देश में बड़े पैमाने पर युवाओं औक जिन्होंने महामारी के दौरान अपनी नौकरी गवांई है उनके लिए रोज़गार पैदा करने का लक्ष्य है।
ये क्षेत्र ऑटोमोबाइल, नेटवर्किंग उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण, उन्नत रसायन विज्ञान और सौर पीवी उत्पादन हो सकते हैं।
ये क्षेत्र ऑटोमोबाइल, नेटवर्किंग उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण, उन्नत रसायन विज्ञान और सौर पीवी उत्पादन हो सकते हैं।