साल 2004 में सरकार द्वारा कर्मचारियों के लिए एक नयी पेंशन स्कीम (NPS) लायी गयी थी। नई पेंशन स्कीम के आ जाने के बाद से पुरानी पेंशन स्कीम (OPS ) को ख़त्म कर दिया गया था।

दरसल कर्मचारियों के अनुसार (Old Pension Scheme) पुरानी पेंशन योजना ,नई पेंशन योजना (New Pension Scheme) के मुताबिक ज्यादा सही है।

पुरानी पेंशन स्कीम में सरकारी कर्मचारी के सेवाकाल (सर्विस टाइम पीरियड) का कोई असर नहीं पड़ता था। साथ ही OPS में महगाई भत्ता बढ़ने के साथ साथ वेतनमान लागू होने पर वेतन में बढ़ोतरी भी होती थी।

इतना ही नहीं पुरानी पेंशन योजना में पेंशन धारक कर्मचारी के निधन पर उसके परिवार (पत्नी या अन्य आश्रित) को पेंशन की राशि प्रदान की जाती थी।

वही साल 2004 में नई पेंशन स्कीम को लागू करने से सामान्य भविष्य निधि (GPF) को बंद कर दिया गया है। जीपीएफ में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों 12 -12 प्रतिशत निवेश करते थे।

नई पेंशन योजना में कर्मचारियों के मूल वेतन और DA का 10 प्रतिशत हिस्सा काटा जाता है और नियोक्ता द्वारा भी इतना ही प्रतिशत हिस्सा निवेश किया जाता है।

New Pension Scheme में कर्मचारियों के मूल वेतन और DA का 10 प्रतिशत हिस्सा पुरानी पेंशन योजना में जीपीएफ से 2 प्रतिशत कम है।

नई पेंशन योजना मार्किट रिस्क के अधीन है। कर्मचारियों द्वारा ओल्ड पेंशन स्कीम को इससे बेहतर मन गया है। न्यू पेंशन स्कीम में कर्मचारियों की सेवा अवधि का असर पड़ता है।