नया साल शुरू होने वाला है और साल की शुरुआत में हिन्दुओं के पवित्र त्यौहार मकर संक्रांति को मनाया जाता है। यह एक ऐसा त्यौहार है जिसे भारत ही नहीं नेपाल के सभी प्रांतों में भी मनाया जाता है।
भारत एक ऐसा देश है जो अपनी संस्कृति और अपने अनेक प्रकार के त्योहारों के लिए विश्वभर में विख्यात है। यहाँ दिवाली, होली, मकर संक्रांति, बसंत पंचमी जैसे कई त्यौहार मनाये जाते हैं।
हर साल जनवरी माह की 14 या 15 तारीख को हिंदुओं द्वारा मनाये जाने वाले मकर संक्रांति की बात करें तो यह भी प्राकृतिक घटना और कई कहानियों से जुड़ा हुआ त्यौहार है।
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश से दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं इसे प्रकार सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश से रातें बड़ी और दिन छोटे होने लगते हैं।
हिन्दुओं के पवित्र त्यौहार मकर संक्रांति मनाये जाने के पीछे वैज्ञानिक कारण और कई पौराणिक कथाएं शामिल हैं। जिसमें से एक कथा माँ गंगा और राजा भगीरथ और राजा सगर के पुत्रों से जुडी हुई है।
मकर संक्रांति से जुडी इस कथा के अनुसार राजा सगर के 60 हजार पुत्रों को कपिल मुनि द्वारा श्राप से जलाकर भस्म किया गया था।
कपिल मुनि पर इंद्र के घोड़े की चोरी के झूठे आरोपों को राजा सगर के पुत्रों द्वारा लगाया गया जिससे कपिल मुनि क्रोधित हो गए और उन्हें श्राप देकर भस्म कर दिया।
राजा सगर को जब यह बात पता चली तो उन्होंने कपिल मुनि से क्षमा मांगी। जिसके बाद कपिल मुनि ने उन्हें इसका एक ही उपाए बताया की आपको माँ गंगा को पृथ्वी पर लाना होगा।