हिन्दू धर्म में चैत्र नवरात्री का बहुत महत्त्व है हिन्दू पंचांग के अनुसार साल में 4 बार हिन्दुओं द्वारा नवरात्री को मनाया जाता है। इन चार नवरात्रियों में से दो चैत्र और शारद नवरात्री है

और अन्य दो गुप्त नवरात्री होती हैं। इन चारों नवरात्रियों में माँ दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है व्रत रखे जाते हैं। Chaitra Navratri नौ दिनों तक चलने वाली नवरात्री है

जिसमें भक्त अपने मंदिर में 9 दिनों तक अखंड ज्योति को जलाते हैं और कलश की स्थापना करते हैं। इन दिनों भारत के कई प्रमुख माँ दुर्गा मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए जाते हैं।

चैत्र नवरात्रि 2023, मार्च 21 से आरम्भ हैं और 30 मार्च तक समाप्त होंगें। नीचे हम आपको Navratri में 10 ऐसे मंदिरों के बारे में बताएँगे जहाँ आप मां दुर्गा के दर्शन के लिए जा सकते हैं।

वैष्णो देवी मंदिर

इस मंदिर में माता वैष्णो देवी के तीन स्वरुप लक्ष्मी, सरस्वती और काली विराजमान हैं। भक्तों को मंदिर तक पहुँचने के लिए कटरा से 13 किलोमीटर का ट्रैक करना होता है।

माता दुर्गा की स्वरुप मानी जाने वाली मनसा देवी का मंदिर उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में स्थित है। Mansa Devi Temple हर की पेड़ी के पीछे शिवालिक पहाड़ियों पर बलवा पर्वत पर स्थित है।

मनसा देवी मंदिर

हिमांचल की पहाड़ियों में धर्मशाला से 15 किलोमीटर और पालमपुर से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर माँ चामुंडा देवी का मंदिर स्थित है। चामुंडा माता दुर्गा का एक रूप है।

चामुंडा देवी मंदिर

नवरात्रों में भक्तों की काफी भीड़ यहाँ देखने को मिलती है। ऐसी मान्यता हैं की नवरात्रों में माता के दर्शन से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं

दक्षिणेश्‍वर काली मंदिर

भगवान शिव की पत्नी माता पार्वती की पूजा यहाँ नैना देवी के रूप में की जाती है। नवरात्रों में इस मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ रहती है।

नैना देवी मंदिर

भक्त यहाँ से चूहों के द्वारा झूठा किया गया प्रसाद खाते हैं। माता करणी को दुर्गा स्वरूप माना गया है। यह मंदिर आज से 600 साल पहले निर्मित किया गया था।

करणी माता मंदिर