आज के समय में जिस उम्र में लड़कियां भौतिक सुख के पीछे भाग रही हैं उसी उम्र में कोई ऐसा भी है जो सब छोड़ केवल भगवान् की भक्ति में ही अपना जीवन बिता रहा है। 

जिस उम्र में लड़कियां अपने सजने-संवरने में अधिक ध्यान देती हैं उसी उम्र में कोई ऐसा है जो भगवान् की भक्ति में खुद को सवांर रहा है ।

बहुत कम लोग होते हैं जो इस युग में भगवान के प्रति अपनी असीम भावना और भक्ति रखते है। आज हम ऐसे ही उदाहरण की बात करने जा रहे हैं जिनका नाम है -जया किशोर।

मूल रूप से राजस्थान से नाता रखने वाली जया शर्मा एक कथावाचक होने के साथ साथ मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। शायद आप नहीं जानते होंगे जया किशोरी जी का असली नाम या मूल नाम जया शर्मा है।

जया जी का जन्म 13 जुलाई 1995 में राजस्थान के एक छोटे से गाँव सुजानगढ़ में हुआ था। जया जी एक गौड़ ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखती हैं।

जया जी की माता का नाम गीता देवी हरितपल है और इनके पिताजी का नाम शिव शंकर शर्मा (राधे श्याम हरितपाल) है। आपको बता दें की जया शर्मा जी की एक छोटी बहिन भी हैं। 

जया जी ने बीकॉम किया हुआ है। उन्होंने अपनी बीकॉम की पढ़ाई के साथ-साथ अध्यात्म को भी अपना समय दिया। उन्होंने अपनी 12th की पढ़ाई के समय श्रीमद भागवत कथा को तैयार किया था।

जया जी ने मात्र 10 वर्ष की आयु में अमोघफलदायी सम्पूर्ण सुन्दरकाण्ड गया था। वह अपने एक इंटरव्यू में बताती हैं की उनके आध्यात्मिक जीवन की सफलता में उनके माता पिता का योगदान रहा है।