भारत में 2000 से भी अधिक त्यौहारों को विभिन्न धर्मो द्वारा बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। हिन्दू धर्म में हर साल होली ,दिवाली ,मकर संक्रांति ,लोहड़ी ,महाशिवरात्रि जैसे त्योहारों को मनाया जाता है।
होली का त्यौहार (Holi Festival) हिन्दू धर्म में बड़ा महत्त्व रखता है। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होली को रंगों के त्यौहार के नाम से भी कहा जाता है।
होलिका दहन होली से एक दिन पूर्व किया जाता है। इसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। कई इतिहासकार यह मानते हैं की आर्यों में इस त्यौहार का काफी प्रचलन था।
होली का वर्णन अनेक प्रकार की पुरातन धार्मिक पुस्तकों जैसे जैमिनी के पूर्व मीमांसा-सूत्र और कथा गार्ह्य-सूत्र आदि में मिलता है।
इतना ही नहीं भविष्य पुराण और नारद पुराण की प्राचीन हस्तलिपियों और ग्रंथो में इस उत्सव का उल्लेख किया गया है। होली के पर्व को मनाये जाने के पीछे अनेक कहानिया जुडी हुई हैं
बुधवार 8 मार्च 2023 को भारत में होली मनाई जाएगी। जिस दिन होलिका दहन किया जाता है उस दिन छोटी होली /या सुखी होली के रूप में होली पर्व को मनाया जाता है।
बुधवार 8 मार्च 2023 को भारत में होली मनाई जाएगी। जिस दिन होलिका दहन किया जाता है उस दिन छोटी होली /या सुखी होली के रूप में होली पर्व को मनाया जाता है।
इसके अगले दिन बड़ी होली मनाई जाती है इसे गीली होली भी कहा जाता है। इस साल होली 8 मार्च 2023 को पड़ रही है।
हिन्दू धर्म में होली का त्यौहार का अपना विशेष महत्त्व रखता है। भारतीय समाज में हर त्यौहार की अपनी विशेषता रही है। त्यौहारों को मनाये जाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं।
ऐसा माना जाता है कि होली को मानाने की परम्परा प्रह्लाद और होलिका के कथा से जुडी हुई है। पौराणिक कथा के अनुसार प्रह्लाद जोकि भगवान विष्णु का परम भक्त था