भारत में हर 10 साल में जनगणना की जाती है। हाल ही में केंद्र सरकार ने ई-जनगणना करने का निर्णय लिया है। ई-जनगणना 2023 के द्वारा अब सरकार डिजिटल माध्यम से जनगणना करनी की योजना बना रही है।
आज के डिजिटल युग में हर प्रकार की सुविधओं को ऑनलाइन प्रदान किया जा रहा है। सभी योजनाएं या नीतियों को ऑनलाइन नागरिकों और विभिन्न विभागों तक पहुंचाया जाता है।
भारत को डिजिटल भारत बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने जनगणना को सरल व तीव्र और आसान बनाने के लिए तकनिकी का प्रयोग किया है।
भारत की अंतिम जनगणना साल 2011 में की गई थी। 2011 के बाद से यह जनगणना साल 2021 में की जानी थी लईकिन हम सभी जानते हैं
भारत के असम राज्य में डायरेक्टरेट ऑफ सेंसस ऑपरेशन बिल्डिंग का उद्घाटन के समय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा E- Census( ई जनगणना) की शुरुआत किये जाने की घोषणा की गयी।
भारत सरकार द्वारा जनगणना को हर 10 साल में कराया जाता है। और जनगणना के लिए सरकारी कर्मचारियों को घर घर जाकर डाटा कलेक्ट करना होता है
सरकार जनगणना के कार्यों को ऑटोमेटिक रूप से अपडेट करने के लिए साल 2024 तक देश में होने वाली मृत्यु और जन्म को जनगणना से जोड़ेगी।
देश के लगभग 50 प्रतिशत नागरिक मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से सभी सवालों का जबाब स्वयं दे सकेंगे। और जनगणना की प्रक्रिया को आसान बना सकेंगे।