हर साल 25 दिसंबर को दुनियाभर में बड़ी ही धूमधाम से क्रिसमस पर्व मनाया जाता है। क्रिसमस का त्यौहार प्रभु यीशु के जन्म को सेलिब्रेट करने के लिए ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है।
दुनियाभर में क्रिसमस का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। विशेष रूप से इस पर्व को ईसाई समुदाय द्वारा जीजस क्राइस्ट के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाता है।
प्रभु यीशु मसीह को ईसा मसीह या जीजस क्राइस्ट के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा मन जाता है की प्रभु यीशु का जन्म एक गोशाला में हुआ था।
प्रारम्भ में ईसाई धर्म के अधिकारियों द्वारा प्रभु यीशु के जन्म को Christmas के रूप में मनाये जाने की मान्यता नहीं दी गयी थी।
ऐसा माना जाता है की 25 दिसंबर रोमन जाति के लोगों के द्वारा मनाये जाने वाले पर्व का एक दिन था इस दिन उनके द्वारा सूर्य देवता की पूजा /अर्चना की जाती थी।
360 ईस्वी के दौरान रोम में स्थित एक चर्च में पहली बार ईसा मसीह के जन्मदिवस पर एक समारोह का आयोजन किया गया था। लेकिन इसके बाद भी समारोह आयोजन के लिए कोई निश्चित तिथि तय नहीं की जा सकी।
पश्चिमी देशों द्वारा चौथी शताब्दी के आस-पास 25 दिसंबर को क्रिसमस डे के रूप में मनाये जाने की मान्यता प्रदान की गयी थी।
जीजस स्वयं को प्रभु का पुत्र मानते थे (Son Of God) मानते थे। आपको बता दें की क्राइस्ट से ही क्रिसमस बना है। प्रभु यीशु के जन्म की तिथि का बाइबल में कोई जिक्र नहीं किया गया है।