कई सारी बड़ी बड़ी कंपनियों के पास बहुत सा काम होता है जिसमे से कुछ काम कंपनियों द्वारा नहीं किये जाते जैसे कॉल सेंटर ,कस्टमर सपोर्ट ,सेल्स एंड मार्केटिंग ,डाटा एंट्री आदि।

इन सभी कामों के लिए कंपनी किसी अन्य कंपनी को खरीद लेती है। इसी काम को Business Process Outsourcing यानि BPO कहा जाता है।

और जिन कंपनियों द्वारा यहाँ कार्य किया जाता है वह Business Process Outsourcing Company कहलाती है। जिसे कॉल सेंटर भी कहा  जाता है। 

उदहारण के रूप में आप इसे ऐसे समझ सकते हैं – Amazon जो की एक ई कॉमर्स कंपनी है जिसके कई सारे उपभोक्ता हैं जो इससे प्रोडक्ट को खरीदते हैं।

कई बार इन उपभोक्ताओं को प्रोडक्ट से सम्बंधित समस्या ,शिकायत और प्रश्न करने होते हैं। अमेज़न कंपनी का कोई अलग से डिपार्टमेंट नहीं है

जो अपने कस्टमर्स की शिकायतों का निराकरण कर सके। तो ऐसी स्थिति में Amazon किसी अन्य कंपनी को हायर करती है

जो उसे उसके कस्टमर्स सपोर्ट से सम्बंधित कार्यों को पूरा करने का काम करती है और इसके लिए Amazon उस कंपनी को एक फिक्स अमाउंट देती है

और इस प्रकार Amazon को अलग से staff hiring ,training ,staff salary ,building की आवश्यकता नहीं होती और इन सभी का खर्चा भी बच जाता है।