किसी भी देश को चलाने के लिए उस देश में कुछ नियम और कानून बनाये जाते हैं। इन नियम और क़ानून को उस देश में रहने वाले नागरिकों के धर्म ,जाति ,अधिकार ,कर्तव्यों ,रहन -सहन और जलवायु को देखकर बनाया जाता है।
प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है क्यूंकि इसी दिन 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान बनाया गया था।
भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। इससे बनने में कुल 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा था। जैसे की हम सभी जानते हैं भारत 1947 से पहले लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजों का गुलाम रहा।
देश में संविधान लागू होने से पूर्व ब्रिटिश नियम के अनुसार ही कार्य होते रहे। 26 नवम्बर 1949 को संविधान को पारित किया गया था जिसके 2 महीने बाद 26 जनवरी 1950 को भारत में संविधान प्रभावी हुआ।
वर्तमान में भारतीय संविधान को 22 भागों में विभजित किया गया है तथा इसमे 395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियाँ हैं। सभी अनुच्छेदों को 22 भागों में बांटा गया है।
संविधान सभा द्वारा 24 जनवरी, 1950 को 284 सदस्यों ने संविधान को अपनाने और इसे लागू करने के समर्थन में अपने हस्ताक्षर किये थे। और इसी दिन राजेंद्र प्रसाद जी को देश का राष्ट्रपति चुना गया था।
संविधान सभा की इस बैठक की अध्यक्षता डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा द्वारा की गयी थी जो की संविधान सभ के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में चुने गए थे।
भारतीय संविधान को बनाने में 2 वर्ष 11 माह एवं 18 दिन का समय लगा। और कुल 114 दिन चर्चा हुयी।संविधान सभा में कुल 12 अधिवेशन किये गए थे और अंतिम दिन 284 सदस्यों ने इस पर अपने हस्ताक्षर किये।
संविधान बनाने में 166 दिन बैठक की गयी थी। संविधान सभा के 389 सदस्यों ने संविधान सभा के निर्माण में अपनी भूमिका निभाई।
26 नवंबर, 1949 को संविधान को पारित कर लिया गया था।संविधान सभा द्वारा 24 जनवरी, 1950 को 284 सदस्यों ने संविधान को अपनाने और इसे लागू करने के समर्थन में अपने हस्ताक्षर किये थे।