LIC Initial Public Offer: काफी लम्बे अरसे से भारतीय जीवन बीमा के आईपीओ का इंतज़ार किया जा रहा है। लेकिन अब सभी का इंतज़ार खत्म होने वाला है। आप को बता दें कि जल्द ही एलआईसी के आईपीओ LIC Initial Public Offer को लांच किया जा रहा है। एलआईसी को देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी मानी जाती है। मीडिया में आ रही ख़बरों की मानें तो आगामी मई के पहले हफ्ते में इसके इनिशियल पब्लिक ऑफर (LIC IPO) लांच कर दिया जाएगा। सरकार इस कंपनी का 31.6 करोड़ का आईपीओ ला सकती है।
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LIC Initial Public Offer (LIC IPO)
सरकार द्वारा 4 मई , 2022 को एलआईसी का आईपीओ खोला जाएगा। इस के बाद 9 मई , 2022 को इसे बंद किया जाएगा। बता दें कि 2 मई , 2022 को एंकर निवेशकों के लिए आईपीओ खोल दिया जाएगा। एलआईसी के आईपीओ (LIC IPO) में प्राइस बैंड की जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है। मीडिया खबरों के अनुसार सरकार द्वार जल्द ही एक या दो दिन में इस बारे में जानकारी प्रदान कर दी जाएगी। इसके अतिरिक्त अन्य सभी महत्वपूर्ण जानकारी जारी कर दी जाएगी। ये आईपीओ 21 हजार करोड़ रूपए से लेकर 31.6 हजार करोड़ तक (LIC IPO Price Band) की कीमत का हो सकता है। जल्द ही इस बारे में सभी आधिकारिक सूचना जारी कर दी जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार एलआईसी के आईपीओ में भारत सरकार द्वारा 3.5 फ़ीसदी हिस्स्सेदारी बेची जाएगी। बताते चलें की एलआईसी के आईपीओ में भारत सरकार की 100 फ़ीसदी की हिस्सेदारी है। जिसमें से अब 3.5 फ़ीसदी शेयर्स जल्द ही 4 मई को बेचे जाएंगे। इससे पहले सरकार 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही थी जिसे अब कम कर दिया गया है। जानकारी दे दें कि सरकार ने सेबी (SEBI) को हाल ही में आईपीओ के लिए संशोधित डीआरएचपी जमा कराया है।
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इसलिए कम की गयी है हिस्सेदारी
सरकार की ओर से हिस्सेदारी 5 फ़ीसदी से 3.5 फ़ीसदी करने के पीछे पिछले दिनों हुए बाजार में उतार चढ़ाव को वजह बताया गया है। साथ ही इस बात की भी आशंका थी कि निवेशकों की ओर से कम मांग आ सकती है। इसलिए हिस्सेदारी को पहले की अपेक्षा अब कम कर दिया गया है।
आईपीओ का आकार 21,000 करोड़ रुपये तक का
जैसे की अभी तक सरकार द्वारा आईपीओ के आकर से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गयी है। लेकिन फिर भी एलआईसी के बाजार पूंजीकरण , जो कि छह लाख करोड़ रुपये है , के अनुसार अनुमान लगाया जाए तो इसके हिसाब से कम से कम 21 हजार करोड़ रूपए तक का आईपीओ हो सकता है।
रूस और यूक्रेन के युद्ध से पहले तक कंपनी की वैल्यूएशन 12 लाख करोड़ रूपए अनुमानित की गयी थी लेकिन युद्ध के बाद ये गिरकर बिलकुल आधी हो चुकी है। अब इस हिसाब से अगर 6 लाख करोड़ के वैल्यूएशन का 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बिकने पर सरकार को 21 हजार करोड़ रूपए की कमाई हो सकती है।
बता दें की ये अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। बताते चलें की इससे पहले पेटीएम का आईपीओ (करीब 18,300 करोड़ रुपये का) सबसे बड़ा माना जाता था। इसके बाद आईपीओ में कोल इंडिया (15,500 करोड़) और रिलायंस पावर (11,700 करोड़) भी गिने जाते हैं।
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