भारत की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023 का बजट पेश करने के दौरान अमृत धरोहर योजना को शुरू करने की घोषणा की थी। इस योजना का संचालन आने वाले 3 साल के लिए किया जायेगा। जिसमें अपने पर्यावरण को ग्रीन और वेटलैंड (Wetlands) की सुरक्षा प्रदान करना हम सब का दायित्व है। पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रति वर्ष पुरे देश में पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। हमारा देश जैव विविधता से भरपूर है। ऐसे में सभी जीव-जंतु और वनस्पति की रक्षा करके हम खो रही आर्द्र भूमि को बचा सकते है।
तो आइये जानते है अमृत धरोहर योजना क्या है? और इस योजना से जुड़ी सभी जानकारी को जानने के लिए हमारे आर्टिकल को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़े।
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अमृत धरोहर योजना क्या है?
पिछले तीन दशक से भारत में अपनी आर्द्रभूमि का 30% खो दिया है। जल, पर्यावरण और पशु व वनस्पति का जीवन नियंत्रित करने का कार्य आर्द्रभूमि करती है।
वर्तमान समय में मनुष्य की विभिन्न गतिविधियों और अवैध अतिक्रमण करने के वजह से आर्द्रभूमि को नुक़सान पहुंच रहा है। ऐसे में जीव-जंतु और वनस्पति को बहुत नुकसान हो रहा है।
इसलिए पर्यावरण को सुरक्षा देने के लिए गो ग्रीन की तरफ जाने के लिए सभी समुदायों को जागरूप होना बेहद जरुरी है। इसी उद्देस्य को पूरा करने के लिए सरकार ने अमृत धरोहर योजना को लागू किया है।
बहुत-बहुत बधाई! जिस तेजी से देशभर में अमृत सरोवरों का निर्माण हो रहा है, वो अमृतकाल के हमारे संकल्पों में नई ऊर्जा भरने वाली है। https://t.co/fdox1ia77m
— Narendra Modi (@narendramodi) April 5, 2023
आर्टिकल का नाम | अमृत धरोहर योजना |
योजना की शुरुआत | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी |
लागू हुई | 5 जून 2023, पर्यावरण दिवस पर |
उद्देस्य | वातावरण में मौजूद आर्द्रभूमि को संरक्षित करना |
योजना की अवधि | अगले 3 वर्षों तक |
योजना के लाभ | जलीय वनस्पति और जीवों का संरक्षण करना |
Amrit Dharohar Scheme के लाभ
- ग्रीन इंडिया को बढ़ावा देना – इस योजना के माध्यम से लोगों में जागरूकता पैदा की जाएगी जिससे भारत को Go Green की तरफ बढ़ावा मिलेगा।
- वेटलैंड्स का संरक्षण – धरती पर जहाँ भी दलदल है उस भूमि का संरक्षण किया जायेगा। ताकि धरती पर नमी बने रहें इसके साथ ही जीव-जंतु और वनस्पति को सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
- रोजगार का अवसर देना – इस योजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रमों व अन्य गतिविधियों के लिए स्थानीय समुदायों को रोजगार का अवसर प्रदान होगा। ऐसे में उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। आगे चलकर वह आत्मनिर्भर बन पाएंगे।
- ईको टूरिज्म को बढ़ावा देना – कैम्पिंग, लंबी पैदल यात्रा, और वन्य को देखने के लिए लोगों का आना जाना लगा रहेगा। जिससे पास के समुदाय को अपनी कला प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। और उससे उनकी अच्छी कमाई होगी।
- प्राकृतिक संसाधन का उपयोग – देश में बढ़ रही अनेक गतिविधियों से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है इस योजना के माध्यम से लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना बेहद जरूरी है।
Amrit Dharohar Scheme की विशेषताएं
- आर्द्रभूमि का संरक्षण – धरती के हर हिस्से में आर्द्रभूमिक के संरक्षण में सुधार करना अति आवश्यक है। इस योजना के माध्यम से लोगों को ध्यान केन्द्रित कर जैव विविधता और पारिस्थितिक का सही संतुलन बन जायेगा। विभिन्न जलीय प्रजाति व प्राकृतिक की रक्षा और आर्द्रभूमि को बढ़ावा देना ही इसका उद्देश्य है।
- पर्यावरण के प्रति जागरूपता – इस योजना के माध्यम से लोगों को आर्द्रभूमि का महत्व बताया जायेगा की पर्यावरण में आर्द्रभूमि का होने सभी जीव-जंतु, वनस्पति और मनुष्य के लिए कितना महत्व रखता है। इसके अतिरिक्त जीवन शैली को बढ़ावा मिलेगा।
अमृत धरोहर योजना की उद्देस्य
धरती पर आर्द्रभूमि (वेटलैंड्स) का संरक्षण करना ही इस योजना का उद्देश्य है। आर्द्रभूमि का धरती पर बना रहना हर जीव-जंतु, वनस्पति को बचाए रखना और प्रदूषण, अतिक्रमण और जलवायु प्रदूषण जैसे बडे खतरे को समाप्त करने के लिए आर्द्रभूमि की रक्षा करना बेहद जरुरी है।
अमृत धरोहर की चुनौतियाँ
- इस योजना को संचालित करने लिए सबसे बड़ी चुनौती अतिक्रमण और अवैध गतिविधियाँ है। जैसे – मछली पकड़ना, शिकार करना, कचरे को उठाना।
- लोगो आर्द्रभूमि (वेटलैंड्स) के बारे में जागरूक करना बहुत मुश्किल काम है। बिना राजनीतिक समर्थन और जन जागरूकता अभियान के कार्य को सफल बनाना संभव नहीं है।
- सिमित धन, संसाधन की कमी होने से आर्द्रभूमि की रक्षा और रखरखाव करना बहुत मुश्किल है।
- आर्द्रभूमि के लिए एक बड़ा खतरा जलवायु परिवर्तन है यह तापमान, जल स्तर और वर्षा पर बुरा प्रभाव डालती है। जिससे की पानी वाले जीव और वनस्पति को खतरा हो सकता है।
अमृत धरोहर योजना की आवश्यकता
जैसा की हम सब जानते है की दुनिया में दिन-प्रतिदिन प्रदूषण बढ़ रहा है। जिसका नुकसान धरती पर रह रहे सभी जीव-जंतु और मनुष्य उठाना पड़ रहा है।
धरती पर का अधिकतम प्रदूषण और कचरा अनेक पानी के स्रोतों से समुद्र में चले जाता है। जिससे दरियाई जीवों को बहुत नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में जैव विविधता का संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है।
आने वाले समय में ये समस्या अधिक न बढ़ जाए उसके लिए अमृत धरोहर योजना को शुरू करने का निर्णय किया है। सही वेटलैंड्स से धरती पर पानी की नमी बनी रहेगी।
भविष्य में पर्यावरण और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए इस योजना के माध्यम से जन जागरूकता अभियान को शुरू किया जायेगा।
Amrit Dharohar Scheme से सम्बंधित प्रश्नोत्तर
इस योजना के माध्यम से धरती पर मौजूद आर्द्रभूमि (वेटलैंड्स) का संरक्षण व रक्षा करने के लिए लोगों को इसके महत्व के बारें में बताना और ऐसा करने से ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।
भारत की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023 का बजट पेश करने के दौरान इस योजना को आने वाले 3 वर्षों तक चलाने का ऐलान किया है।
कुछ वर्षों में हम धरती पर मौजूद आर्द्रभूमि को खो रहे है जिससे वातावरण का तापमान बढ़ना, दिन मौसम बरसात होना,रसायनों एवं अपशिष्ट उत्पादों से हवा और पानी को बहुत नुकसान पहुंच रहा है जो जीव-जंतु और मनुष्य के लिए हानिकारक है। इस योजना की सहायता से आर्द्रभूमि को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूप किया जायेगा। ऐसा करने से उन्हें रोजगार का अवसर प्रदान होगा।
जिन लोगों को भारतीय कला, शिल्प संरक्षण, पारंपरिक कला का ज्ञान प्राप्त होगा वही इस योजना का लाभ ले सकते है।